- भाजपा ने कांग्रेस का किया तीनों विधानसभा से सफाया…जश्न में डूबे बाजपेई…मायूस हुए कांग्रेस प्रत्याशी व समर्थक।
- भईया लाल राजवाड़े ने रिकार्ड मतों से दर्ज की जीत…श्याम बिहारी के सामने नहीं टिक पाया रमेश सिंह वकील…रेणुका सिंह के सामने गुलाब का भी नहीं चला जादू।
- छत्तीसगढ़ के विधानसभा नंबर 1 से लेकर 14 तक कांग्रेस को मिली हार।
- सबसे ज्यादा विकास करने वाले विकास पुरुष को भी हारना पड़ा चुनाव…कमियों मंथन की जरूरत।
- बैकुंठपुर विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी की सबसे बुरी हार…सारे बड़े नेताओं के आम सभा व घोषणा के बाद भी मिली करारी हार।
- मुख्यमंत्री,उपमुख्यमंत्री,कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष,विधानसभा अध्यक्ष के साथ आए सभा के लिए सांसद फिर भी नहीं मिली जीत।
- बीजेपी प्रत्याशी के लिए कोई भी स्टार प्रचारक नहीं आया फिर भी प्रचंड मत से दर्ज की जीत।
- कांग्रेस प्रत्याशी के तरफ से बीजेपी के 200 कार्यकर्ताओं को खरीदने का दावा भी हुआ फेल नहीं आया कोई दवा काम।
- छत्तीसगढ़ जोगी कांग्रेस के वापसी करने वाले कार्यकर्ता व पदाधिकारी का भी नहीं चला जादू।
- अंबिकापुर के एक मुस्लिम नेता का भी प्रभारी बना नहीं आया कांग्रेस प्रत्याशी के परिणाम में कोई काम।
-रवि सिंह-
कोरिया/एमसीबी 03 दिसम्बर 2023 (घटती-घटना)। विभाजित कोरिया जिले के तीनों विधानसभा में भाजपा को बड़ी जीत मिली है कांग्रेस का तीनों विधानसभा से सफाया हो गया, कहा जाए तो भाजपा ने कांग्रेस का क्लीनशिप कर दिया, इसी के साथ घटती-घटना की खबर पर मोहर भी लग गई, दैनिक घटती-घटना ने तीनों सीटों पर जीत का अनुमान पहले ही लगाया था जो अनुमान परिणाम में बदल गया, वहीं यदि बात की जाए कांग्रेस के तीन विधानसभा के प्रत्याशियों की तो बहुत बुरी तरीके से हार मिली है, विकास पुरुष से लेकर विधायक सभा क्रमांक के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक विधायक को भी हार न पड़ा, सबसे बुरी हार तो बैकुंठपुर कांग्रेस प्रत्याशी की देखने को मिली जहां इन्हें जीत दिलाने के लिए टिकट दिलवाने से लेकर उनके प्रचार की आम सभा तक काफी तेज थी फिर भी हार का सामना करना पड़ा, इन्हें टिकट दिलाने के लिए दिग्गज नेताओं ने खूब मेहनत की साथ ही इन्हें जीत दिलाने के लिए चुनाव प्रचार के आम सभा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष व सांसद ने विधायक की आमसभा में शामिल हुए, इसके बावजूद कांग्रेस का घोषणा पत्र भी कारगर माना जा रहा था यह सब काम नहीं है और बुरी तरीके से हार का सामना करना पड़ा, वहीं विधानसभा क्रमांक एक कांग्रेस प्रत्याशी गुलाब कमरों जो की सबसे मजबूत माने जा रहे थे और विकास पुरुष कहा जा रहा था पर इनका विकास कार्य भी इन्हें हर से नहीं बचा पाया, आखिर उनके कार्यकर्ताओं ने उनकी लुटिया डूबा दी और यह हार गए है।
विभाजित कोरिया के चुनावी परिणामों ने यह बता दिया की जनता का रूप क्या है, जनता कैसा सोचती है और जनता को क्या चाहिए, नेता ने जहां जनता को बेवकूफ समझ कर चुनाव जीतने की उम्मीद कर रहे थे उन्हें ही यह उल्टा पड़ गया, कोई नहीं सोचा था की सरगुजा की 14 के 14 सीटें कांग्रेस हार जाएगी,जिस प्रकार पिछले बार बीजेपी 14 सीट हार गई थी ठीक उसी प्रकार कांग्रेस ने भी अपने 14 सीटें गाव के बीजेपी को जीत दिला दी, कोरिया विधानसभा की बात की जाए तो कांग्रेस को विधायक नंबर एक पर पूर्ण भरोसा था कि वह जीत के आएंगे पर उन्होंने भी उनके मनसा पर पानी फेर दिया और छत्तीसगढ़ का पहला विधानसभा भी कांग्रेस को हारना पड़ा एक से लेकर 14 नंबर तक का विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस हार गई, किसी ने नहीं सोचा था कि ऐसा परिणाम भी आएगा, जो भी हो जैसा भी हो पर भारतीय जनता पार्टी के लिए यह चुनाव काफी यादगार रहा और साथ ही कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली की चारों खाने चित हो गई कांग्रेस।
अम्बिका सिंहदेव को हराकर भईया लाल राजवाड़े ने लिया हर का बदला
पूर्व कैबिनेट मंत्री भईया लाल राजवाड़े पिछला चुनाव तकरीबन 5000 वोट से हारे थे पर इस बार उन्होंने 25000 से अधिक वोट से हराकर इसका करारा जवाब कांग्रेस प्रत्याशी को दिया और पुरानी हर का बदला भी लिया और साथ ही जो महल आज तक नहीं हारा था उसे हार के एक नया ही इतिहास रच दिया।
मतगणना शुरू होने के कुछ देर बाद ही निकली अंबिका सिंहदेव
मतगणना के पहले रुझान से ही अंबिका सिंहदेव को हार का अंदेशा लग गया, जिस वजह से वह मैदान छोड़कर चल पड़ी फिर उसके बाद उन्होंने दोबारा आना मुनासिब नहीं समझा और लोग इस बात को लेकर चर्चा करते रहे अंततः अंबिका सिंह देव को उन्हीं का घमंड वह उनकी कार्यप्रणाली ने ले डूबा।
घटती-घटना की कई खबरों पर लगी मुहर
दैनिक घटती-घटना खबर ने लगातार इस बात को लेकर खबर प्रकाशित कर रही थी कि बैकुंठपुर में प्रत्याशी नहीं बदल गया तो कांग्रेस को हर का सामना करना पड़ेगा और अंततः वही हुआ, प्रत्याशी नहीं बदल गया और जिस प्रत्याशी को दोबारा मौका दिया गया अंतत उन्हें बहुत बुरी तरीके से भाजपा प्रत्याशी भईया लाल राजवाड़े के सामने हार न पड़ा और साथ ही कई इतिहास भी इसके साथ जुड़ गए।
पैलेस की होगी हार,घटती घटना ने पहले ही कहा था
कोरिया पैलेस आज तक चुनाव को लेकर एक कीर्तिमान बनाकर रखा था कि उसकी हर नहीं हुई थी पर हर होना संभव था जिस बात को लेकर दैनिक घटती-घटना ने कई बार खबरों में प्रकाशित करके इसका अंदेश जताया था अंततः बैकुंठपुर प्रत्याशी के हार ने के बाद पैलेस की हर अंततः हो ही गई, लोगों का भी ऐसा मानना है की पहली बार चुनाव में पैलेस को हारना पड़ा। सरगुजा संभाग का दोनों पैलेस इस बार हार गया।
हर क्षेत्र से आगे रहे भईया लाल राजवाड़े
पूर्व कैबिनेट मंत्री भईया लाल राजवाड़े को लोग मान रहे थे कि वह कांग्रेस प्रत्याशी के सामने नहीं टिकेंगे क्योंकि कांग्रेस प्रत्याशी के लिए तमाम बड़े-बड़े नेताओं ने आमसभा की थी और उसके जीतने के लिए लोगों से मत मांगा था साथ ही एक मजबूत घोषणा पत्र भी उनके साथ था, इसके बावजूद भईया लाल राजवाड़े ने हर पोलिंग बूथ से अपनी बढ़त बनाने में कामयाब रहे हर राउंड में वह आगे रहे किसी भी राउंड में वह पीछे नहीं हुए। जब की कोई भी स्टार प्रचारक भईया लाला राजवाड़े के लिए नही आए थे अकेले उन्होंने प्रचार किया जिस वजह से उन्हें सफलता मिली।
बैकुंठपुर शहर से भी पहली बार हुई जीत
बैकुंठपुर शहर हर बार कांग्रेस को जीत दिलाता है पर इस बार बैकुंठपुर शहर से भी कांग्रेस को हारना पड़ा ऐसा क्या हुआ कि बैकुंठपुर शहर भी अपने स्थानीय विधायक से खफा रही जिसका नतीजा यह था कि भारतीय जनता पार्टी को पहली बार बैकुंठपुर शहर से बढ़त मिली और एक अलग ही कीर्तिमान दर्ज हो गया।
जीतने के बाद शैलेष शिवहरे के कार्यालय पहुंचे भईया लाल
जीत मिलते ही पूर्व कैबिनेट मंत्री भईया लाल राजवाड़े शैलेश शिवहरे के कार्यालय पहुंचे और उन्हें उनके मेहनत के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और उनकी मेहनत की सराहना की और जीत में उनका योगदान बताया।
लीड बढ़ते ही शहर में शैलेष शिवहरे ने निकाली रैली
भारतीय जनता पार्टी की लीड बढ़ते ही शैलेश शिवहरे ने रैली निकाल दी और पूरे दिन भर लोग जश्न में डूबे रहे, ढोल नगाड़े व आतिशबाजी होती रही पर वहीं हरने वाले के खेमा में मायूसी साफ देखने को मिली।
ढोल नगाड़ों में थिरकते नजर आए भाजपा कार्यकर्ता,महिला कार्यकर्ता भी उत्सुक
भाजपा की जीत पर भाजपा कार्यकर्ता व समर्थक ढोल नगाड़े के धुन पर फिर रखते दिखे और खूब उत्साह के साथ नाच साथ ही महिला का कर्ताओं में भी उत्साह काफी देखने को मिला उसका ऐसा था कि लोगों से देखकर भी उत्साहित होने लगे और उनके जश्न में शामिल हो गए।
भरतपुर में गुलाब कमरो की हार से उत्साह का माहौल
भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरों की हर ने भी पूरे क्षेत्र में उत्साह का माहौल कर दिया गुलाब कमरों का विरोध अंदर खाने में बहुत था पर इस विरोध को ना पार्टी समझ पाई ना खुद प्रत्याशी समझ पाए और अंततः बाहर से आई प्रत्याशी के सामने हारना पड़ा जहां बाहर से प्रत्याशी को बात कर कांग्रेस जीतने का प्रयास कर रही थी वही बाहर से आने वाली प्रत्याशी ने कांग्रेस प्रत्याशी को करारी हार दे दी और उनकी बोलती बंद हो गई वहीं बीजेपी खेमा में जमकर उत्साह दिखा और कांग्रेस प्रत्याशी के हर पर जश्न मनाया गया।
गोंगपा ने कमरो को धकेला पीछे
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की बढ़त ने कांग्रेस प्रत्याशी को पूरी तरीके से नुकसान पहुंचा और हर का मजा कांग्रेस प्रत्याशी को चकना पड़ा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने अपने वोट प्रतिशत को बढ़ाया जिस वजह से कांग्रेस प्रत्याशी का वोट प्रतिशत घट गया और बीजेपी को जीत मिल गई।
भईया लाल राजवाड़े की तीसरी जीत तो वही श्याम बिहार जायसवाल की दूसरी
भईया लाल राजवाड़े पांच बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं जिसमें से उन्हें तीन बार जीत मिली और दो बार हार का सामना करना पड़ा, पहली बार काका के हाथों हार मिली थी और चौथी बार भतीजे के हाथों हार मिली थी पर पांचवीं बार उसे हार का बदला भईया लाल ने भतीजी को हराकर व महल को हराकर ले लिया। वही श्याम बिहार जायसवाल की दूसरी जीत थी।