अंबिकापुर,30 नवम्बर 2022 (घटती-घटना)। बच्चों के दादा-दादी, नाना-नानी को सम्मानित करने तथा बच्चों द्वारा उनके प्रति कृतज्ञता प्रदर्शित करने का एक अवसर देने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष दादा-दादी, नाना-नानी दिवस मनाया जाता है। इसी तारतम्य केन्द्रीय विद्यालय अम्बिकापुर के प्राथमिक विभाग द्वारा यह दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में बालवाटिका-3 से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों ने भाग लिया। इस दौरान स्कूल के प्राचार्य राजेश प्रसाद कहा कि समाज के निर्माण तथा परिवार एवं बच्चों के जीवन में घर के बुजुर्गों की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग वर्तमान समाज के नींव हैं जिनके मार्गदर्शन में भविष्य का निर्माण होगा। साथ ही उन्होंने उपस्थित अतिथियों से शिक्षकों तथा विद्यालय के प्रति अपना सहयोग तथा मार्गदर्शन बनाए रखने की अपील भी की। कार्यक्रम में बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। इसमें बालवाटिका के बच्चों द्वारा नृत्य, कक्षा 1-2 के बच्चों द्वारा नृत्य कक्षा पांचवीं के बच्चों द्वारा नाटक “अन्धेर नगरी” का मंचन किया गया। वहीं कक्षा तीसरी से पांचवीं तक के छात्र-छात्राओं ने छत्तीसगढ़ी नृत्य प्रस्तुति द्वारा सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम में पधारे कुछ बुजुर्ग अतिथियों ने कार्यक्रम तथा विद्यालय व अपने बचपन व जीवन के अनुभव भी मंच से साझा किए। उनके द्वारा विद्यालय द्वारा उनके घर के बच्चों हेतु किये जा रहे प्रयासों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। कार्यक्रम की अगली कड़ी में दादा-दादी, नाना-नानी के लिए खेलों का भी आयोजन किया गया जिसमें सभी ने पूर्ण उत्साह से सहभागिता की। प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को प्राचार्य द्वारा उपहार देकर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम के अंत में प्राथमिक विभाग की एच एम किरण कुजूर द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्राथमिक विभाग के शिक्षक आनन्द खेस, रत्ना श्रीवास्तव, विलियम सोरेंग, धर्मेन्द्र लहरे, पंकज कुमार तिवारी, अंकुश सिन्हा, अमित विश्वकर्मा, स्मिता सिंह, काजल सिंह, मेघा कश्यप, शुभम कश्यप, अजय साहू, करुणा पाण्डेय, संध्या किरण, शुभम कश्यप आदि सक्रिय रहे।
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