मरीजों को चीफ जस्टिस के सामने परेड कराने को तैयार
नई दिल्ली,22 नवम्बर 2023 (ए)। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि हमारे पास ज्ञान-विज्ञान की दौलत है, लेकिन भीड़ के आधार पर सच और झूठ का फैसला नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि मेडिकल माफिया झूठा प्रचार करते हैं, पतंजलि कभी झूठा प्रचार नहीं करता. बल्कि पतंजलि ने तो स्वदेशी आंदोलन को बढ़ावा दिया. जो झूठ फैलाया जा रहा है, उसका पर्दाफाश होना चाहिए. बीमारियों को नाम पर लोगों को डराया जा रहा है.
रामदेव ने कहा कि मैं कभी कोर्ट के सामने पेश नहीं हुआ. लेकिन खुद सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश होने के तैयार हूं. मैं अनुमित मांगूंगा कि मुझे पूरे रिसर्च के साथ पेश होने की अनुमति दी जाए. हमें अवसर दिया जाए कि हम अपने मरीज और रिसर्च को प्रस्तुत कर सकें. साथ ही 1940 में जो ड्रग एंड मैजिक रेमेडी एक्ट बना था. उसकी खामियों को उजाकर कर सकें।
उन्होंने कहा कि लोगों से कहा जा रहा है कि एक बार बीमार पड़ गए तो जीवन भर दवा खानी पड़ेगी, हम करते हैं कि दवा छोड़ दो, आप नेचुरल लाइफ जी सकते हो. उन्होंने कहा कि हम सैकड़ों रोगियों की सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के सामने परेड कराने को तैयार हैं. सारे रिसर्च देने को तैयार हैं.।
योग गुरु ने कहा कि हमारे पास सैकड़ों साइंटिस्ट हैं, हमने सैकड़ों रिसर्च प्रोटोकॉल फॉलो करके हमने रिसर्च पेपर इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित किए हैं. उसके बाद हम दावा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सच और झूठ का फैसला पूरे देश के सामने होना चाहिए. एलोपैथी वालों की संख्या भारी है. उनके पास लाखों करोड़ का साम्राज्य है. तो ऐसे सच और झूठ का फैसला नहीं होगा. उनके पास हॉस्पिटल ज्यादा है, डॉक्टर्स ज्यादा हैं, तो उनकी आवाज ज्यादा सुनी जाती है तो हम कम पैसे वालों की आवाज नहीं सुनी जाएगी.
रामदेव ने कहा कि हम दरिद्र नहीं हैं, हमारे पास ऋषियों की ज्ञान की विरासत है. लेकिन हमारी संख्या कम है. हम अकेले इंस्टीट्यूशन भी पूरी दुनिया के ड्रग माफियाओं से अकेले लड़ने को तैयार हैं. स्वामी रामदेव कभी डरा और हारा नहीं. हम ये लड़ाई अंतिम निर्णय तक लड़ेंगे. साथ ही कहा कि सुप्रीम कोर्ट का हमेशा सम्मान रहेगा।