बीजेपी से विधायक बनने पर छोड़ी थी पार्टी
पारिवारिक व्यवसाय पर अंगुली उठाई जा रही है- विधायक
बीजेपी से तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे तन्मय
कोलकाता,10 नवम्बर २०२३(ए)। आयकर विभाग के अधिकारियों ने बंगाल के बांकुड़ा के बिष्णुपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर जीतने के बाद तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए विधायक तन्मय घोष के आवास, दफ्तर, शराब की दुकान और चावल मिल और दूसरे ठिकानों पर करीब 53 घंटे तक छापेमारी कर तलाशी अभियान चलाया।
केंद्रीय सशस्त्र बल के जवानों के साथ आयकर विभाग की पांच टीमों ने सुबह करीब 10 बजे से इन स्थानों पर तलाशी शुरू की थी। शुक्रवार दोपहर छापेमारी पूरी होने के बाद अधिकारी अपने साथ विभिन्न दस्तावेज ले गए। वहीं, तीसरे दिन तन्मय के ड्राइवर की तलाश की गई।
विधायक और उनके अकाउंटेंट अरूप सामंत से पूछताछ की गई। वहीं, तन्मय घोष ने कहा कि मुझे परेशान किया गया है। मैं किसी भ्रष्टाचार में शामिल नहीं हूं। पारिवारिक व्यवसाय पर अंगुली उठाई जा रही है। विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया है कि तन्मय घोष भी राशन घोटाले में शामिल हैं।
तन्मय घोष ने साल 2021 के बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़ दी थी और भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा ने उन्हें बिष्णुपुर निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दिया था और वो भाजपा के विधायक चुने गए। हालांकि, तन्मय भाजपा में बहुत कम समय के लिए थे और 30 अगस्त, 2021 को फिर से तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए।
अखिल गिरि और उनके बेटे सुप्रकाश गिरि को समन
बता दें कि आयकर विभाग ने बंगाल के सुधार सेवा विभाग के प्रभारी राज्य मंत्री अखिल गिरि और उनके बेटे सुप्रकाश गिरि को समन भेजा है। मंत्री और उनके बेटे दोनों को 13 नवंबर को कोलकाता में आयकर विभाग के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया है।