- भीड़ में उप मुख्यमंत्री से मिलने संघर्ष करते नजर आए पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष नजीर अजहर।
- नामांकन के दौरान भी जिला निर्वाचन कार्यालय में रिटर्निंग ऑफिसर के सामने प्रत्याशी के साथ नहीं दिखी उनकी तस्वीर।
- कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन में जमकर हुई वरिष्ठ कांग्रेसियों की उपेक्षा,न प्रत्याशी ने दी तवज्जो न संगठन ही दिखा उन्हे लेकर गंभीर।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 01 नवम्बर 2023 (घटती-घटना)। जिन्होंने किया संगठन को मजबूत जिनके नेतृत्व में हुई थी तीनों सीटों पर जीत,अब पद से हटने के बाद दिखा असर, उप मुख्यमंत्री से मिलने भीड़ में संघर्ष करते नजर आए पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष नजीर अजहर, नामांकन के दौरान भी जिला निर्वाचन कार्यालय में रिटर्निंग ऑफिसर के सामने प्रत्याशी के साथ नहीं दिखी उनकी तस्वीर। विधानसभा से रिटर्निंग ऑफिसर तक पहुंचने में शिवपुर नगरपालिका अध्यक्ष ही विधानसभा से नजर आईं सफल,वर्तमान जिलाध्यक्ष को उनके अतिरिक्त देखा गया तस्वीर में। कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन में जमकर हुई वरिष्ठ कांग्रेसियों की उपेक्षा,न प्रत्याशी ने दी तवज्जो न संगठन ही दिखा उन्हे लेकर गंभीर।
राजनीति में अक्सर देखने को मिला है की वरिष्ठ को सम्मान मिलता रहा है वह पद में हो या पद से विमुक्त हो वरिष्ठ वरिष्ठ माना जाता है उसका सम्मान अपनी जगह बरकरार रहता है, लेकिन बैकुंठपुर विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी की नामांकन रैली और नामांकन प्रक्रिया के दौरान ऐसा कुछ कई बार देखने को मिला जिससे साबित हो गया की फिलहाल कांग्रेस में बैकुंठपुर विधानसभा में कांग्रेस विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी तक ही सीमित है और उसके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ किसी का कोई सम्मान फिलहाल नहीं है जो देखने को मिला। नामांकन के दिवस जब उप मुख्यमंत्री बैकुंठपुर पहुंचे तब की एक तस्वीर सोशल मिडिया में वायरल हुई है जिसमे नजर आ रहा है की किस तरह कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष नजीर अजहर को उप मुख्यमंत्री से मिलने के लिए भीड़ में जद्दोजहद करना पड़ रहा है और उन्हे भीड़ से संघर्ष करते देखा जा रहा है जबकि यह वही जिलाध्यक्ष हैं जिन्होंने पार्टी को विपरीत स्थितियों में भी सम्हाले रखा और पार्टी के कार्यकर्ताओं का कभी मनोबल नहीं टूटने दिया पिछले चुनाव में एक साथ तीन विधानसभा सीट इन्ही के नेतृत्व में कांग्रेस को मिल पाई थीं जिले की और आज उनके पद से हटते ही उनकी यह स्थिति लोगों से भी समझ से परे है। पूर्व जिलाध्यक्ष को भीड़ में उप मुख्यमंत्री से मिलने संघर्ष करते तो देखा ही गया उन्हे कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन के दौरान भी रिटर्निग ऑफिसर के पास तक जाने साथ नहीं रखा गया जबकि वह पार्टी के जिले के सबसे वरिष्ठ और अनुभवी नेता थे बावजूद उन्हे किनारे रखा गया जो चर्चा का विषय है।
अवैध कारोबारी दिखे सबसे आगे,कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ता भी दिखे उनके पीछे
जैसा की पहले ही आशंका जाहिर की गई थी की कांग्रेस प्रत्याशी की जीत का जिम्मा अवैध कारोबारी लेकर चल रहे हैं और वही पूरी तरह चुनाव संचालन का जिम्मा सम्हालने वाले हैं वही नामांकन के दिन देखने को भी मिला कर्मठ कांग्रेसी कार्यकर्ता उनके पीछे नजर आए और उन्हे अवैध कारोबार से जुड़े लोगों से ही आने जाने के लिए रैली में वाहन खर्च लेना पड़ा जैसा की खुद कर्मठ कार्यकर्ता बता रहे हैं। कार्यकर्ताओं के अनुसार जो लोग पिछले चुनाव में पार्टी के खिलाफ थे उनके सामने जाकर भी उन्हे कार्यक्रमों में जाने व्यवस्था जानना पड़ रहा है और कहीं न कहीं इससे उनका मनोबल टूटता हुआ नजर आ रहा है।
अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी भी नामांकन में दिखे दूर दूर,किसी की नहीं हुई पूछ परख
नामांकन के दौरान अन्य कांग्रेसी भी दूर दूर नजर आए उन्हे भी कोई खास तवज्जो नहीं मिला यह भी देखने को मिला,प्रत्याशी कुछ सीमित लोगों के कहने पर ही आगे बढ़ रही हैं वह वरिष्ठ लोगों को किनारे करने का ठान चुकी हैं जो सुनने में आ रहा है और दिख भी रहा है।