- बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी भैयालाल राजवाड़े के नामांकन रैली में उमड़ी ऐतिहासिक भीड़ से पूर्व मुख्यमंत्री भी हुए गदगद।
- सभा में भारी भीड़ जुटना कांग्रेस के लिए चिंताजनक।
बैकुण्ठपुर 28 अक्टूबर 2023 (घटती-घटना)। लोकतंत्र का त्यौहार आते ही एक ओर जहां मतदाताओं की पूछ परख बढ जाती है तो वहीं दूसरी ओर नेताओं की नींद हराम हो जाती है, खासकर चुनाव लड़ रहे नेताओं को दिन रात एक करना होता है जो देखा भी जाता है। चुनाव पूर्व भी कई समीकरण देखने को मिलते हैं,आपसी मनमुटाव से लेकर टिकट की लड़ाई में कई गुट तैयार हो जाते हैं स्थिति यहां तक पहुंच जाती है कि एक ही दल के नेता और कार्यकर्ता आपस में विरोधी बन जाते हैं और कहीं न कहीं इससे पार्टी को ही नुकसान उठाना पड़ता है। बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में भी कुछ दिन पहले तक भाजपा में अलग ही नजारा देखने को मिल रहा था,इस बार टिकट की दावेदारी कर रहे भाजपा के जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी और शैलेश शिवहरे ने खूब जोर लगाया था अंततःपार्टी ने विश्वास पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े पर जताया और उन्हे प्रत्याशी बनाया। भैयालाल राजवाड़े को प्रत्याशी बनाये जाने के बाद पार्टी में दावेदारो के लिए अलग-अलग कयाश भी लगाये जा रहे थे लेकिन उन सभी कयाशो पर तब विराम लग गया जब गुरूवार को भाजपा प्रत्याशी भैयालाल राजवाड़े के नामांकन के पूर्व आयोजित सभा में पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह की मौजूदगी में भाजपा के अन्य दावेदार भी पार्टी के साथ खड़े दिखलाई दिए इससे यह संदेश दिया गया कि पार्टी के सारे नेता एक हैं और भाजपा प्रत्याशी के लिए पूरी ईमानदारी के साथ काम करेंगे,मंच पर दो प्रमुख दावेदारो की उपस्थिति से भाजपा की फिजा बदली बदली नजर आई इससे जनता और कार्यकर्ता भी खुश नजर आए। संदेश यह भी दिया गया कि सभी नेताओं के दिल मिल गए हैं और कहीं किसी से आपसी मनमुटाव नही है।
जब मंच से भावुक हुए भईयालाल राजवाड़े
भाजपा प्रत्याशी भईयालाल राजवाड़े जिन्होने राजनीति में एक लंबा सफर तय किया है वास्तव में इस क्षेत्र में उनके कद का एक भी ऐसा नेता नही जो कि सरपंच से लेकर केबिनेट मंत्री तक का सफर तय किया हो। राजनीति उन्हे विरासत में तो नही मिली लेकिन जनता के अभूतपूर्व समर्थन ने उन्हे राजनीति के उच्च शिखर तक पहुंचा दिया। जनता की सेवा करते करते उन्होने अपनी पहचान ईलाज वाले बाबा के रूप में निरूपित कर लिया है। नामांकन रैली में उमड़ी भीड़ इस बात का संकेत भी दे रही थी,इसी बीच लोगो ने मंच से भैयालाल राजवाड़े का भावुक पन देखा, अपने दिवंगत पुत्रों को याद करते हुए भैयालाल राजवाड़े के आंख से आशु छलक उठे,खुद को संभालने के बाद उन्होने जनता को संबोधित किया।
एक मंच पर साथ देखे गए दो अन्य दावेदार
भाजपा प्रत्याशी भैयालाल राजवाड़े की नामांकन सभा खरवत में रखी गई थी, जिसमें छत्तीसगढ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की विशेष उपस्थिति रही, पूर्व मुख्यमंत्री ने बैकुंठपुर में लगभग 3 घंटे का समय व्यतीत किया। सभा के दौरान भाजपा से टिकट की दावेदारी कर रहे नेता भी दिखलाई दिए जो कि चर्चा का विषय बना रहा। दावेदारो ने भाजपा प्रत्याशी भैयालाल राजवाड़े के पक्ष में सभा को संबोधित करते हुए एकता का संदेश भी दिया। और यह बतलाने की कोशिश की गई कि वे सभी एकजुट हैं और पार्टी प्रत्याशी को विजय दिलाने हेतु संकल्पित हैं।
क्या मिल गए नेताओं के दिल
नामांकन सभा में सभी प्रमुख भाजपा नेताओं और खासकर भाजपा प्रत्याशी भैयालाल राजवाड़े के साथ प्रमुख दावेदार शैलेश शिवहरे और देवेंद्र तिवारी का एकजुट दिखना ही भाजपा के लिए किसी संजीवनी बूटी से कम नही था,सभा में दिखने के बाद यह सवाल भी है कि क्या नेताओं के दिल मिल गए हैं या फिर उनके द्वारा सिर्फ उपस्थिति दिखलाई गई है।
यदि एकजुट हुए नेता तो भाजपा भारी बढत में
नामांकन रैली के माध्यम से एकता का संदेश देने में सफल हुए भाजपा नेताओं के बारे में यह सुनने को मिल रहा है कि यदि सभी ने वास्तव में मनमुटाव दूर कर एक साथ चलने का संकल्प ले लिया है तो फिर बैकुंठपुर विधानसभा में इस बार भाजपा एक नया इतिहास बना सकती है। कांग्रेस प्रत्याशी अंबिका सिंहदेव से भाजपा प्रत्याशी काफी बढत बना लेंगे इसकी संभावना भी जताई जा रही है।
भाजपा की सभा में 15 हजार से अधिक जनता का जुटना ऐतिहासिक विजय की झलक
जैसा कि बतलाया जा रहा है भाजपा प्रत्याशी की सभा में लगभग 15 हजार की भीड़ जुटी थी,यह भीड़ भैयालाल राजवाड़े की लोकप्रियता का परिणाम है। और यह किसी लहर से कम भी नही है,यदि इस प्रकार का भीड़ जुटाया गया है जो फिर चुनाव परिणाम ऐतिहासिक विजय की ओर भी ईशारा कर रहा है।
भीड़ देखकर प्रसन्न हुए पूर्व मुख्यमंत्री
जैसा कि बतलाया जाता है भाजपा प्रत्याशी भैयालाल राजवाड़े के नामांकन के पूर्व खरवत में सभा का आयोजन किया गया था,सभा में भारी भीड़ भैयालाल राजवाड़े का भारी जीत की ओर ईशारा कर रही थी, उनका भावुकपन इसी भीड़ के कारण भी समझ में आ रहा था। भीड़ देखकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह के चेहरे पर भी खुशी देखने को मिली।
यह भीड़ अंबिका सिंहदेव के खिलाफ जनादेश का संदेश तो नही
वर्ष 2018 में बैकुंठपुर विधानसभा की जनता ने अंबिका सिंहदेव को विधायक के रूप में चुना था,लेकिन उनकी कार्यशैली और जनता से दूरी के कारण लोगो को यह आभास होने लगा कि उन्होने भैयालाल जैसे जनसेवक को हराकर बहुत बड़ी भूल कर दिया है। पूरे पांच साल लोग समस्याओं को लेकर जूझते रहे,जनता परेशान होती रही, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नही था। जैसा कि वर्तमान में क्षेत्र में चर्चा का विषय है कि भैयालाल राजवाड़े की तुलना में अंबिका सिंहदेव काफी कमजोर प्रत्याशी हैं ऐसे में भीड़ देखकर भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह भीड़ अंबिका सिंहदेव के खिलाफ जनादेश में परिवर्तित होने वाला है। भीड़ के बाद अंबिका सिंहदेव समर्थक भी सोचने पर मजबूर हैं।