Breaking News

सुरजपुर@कांग्रेस हैट्रिक तो भाजपा तीन दो से बढ़त बनाने के लिए कमर कसके तैयार

Share

  • ओंकार पाण्डेय –
    सुरजपुर,28 अक्टूबर 2023 (घटती-घटना)। जिले के अनारक्षित भटगांव विधान सभा सीट पर राजनीतिक पार्टी के प्रमुख दल भाजपा कांग्रेस दोनो ने ही रजवार समाज पर भरोसा जताया है। जहां प्रदेश में साारूढ़ कांग्रेस ने पिछले चुनाव की भांति वर्तमान विधायक पारस नाथ राजवाड़े पर लगातार तीसरी बार विश्वाश कर पुनः चुनावी मैदान में उतारा है। वही भाजपा ने सीटिंग एम एल ए से चुनावी युद्ध में दो दो हाथ करने तेज तर्रार जिला पंचायत सदस्य युवा महिला नेत्री भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष लक्ष्मी राजवाड़े को चुनावी रणभूमि का योद्धा बनाया है। चुनाव को लेकर लगातार दो बार विधायक रहे श्री राजवाड़े हैट्रिक मारने के फिराक में है । वही दो महीने पहले से अपने पार्टी से घोषित उम्मीदवार श्रीमती राजवाड़े जिला पंचायत से विधायक बनने कमर कस मैदान में लड़ने तरह तरह की रणनीति बना रही है और डटी हुई है।
    भटगांव विधानसभा का पुराना है इतिहास
    भटगांव सीट की इतिहास की बात करे तो पहले ये पिलखा विधान सभा में आता था परिसीमन के पश्चात 2018 में सृजित होकर नए विधान सभा का गठन हुआ । और अनारक्षित सीट के रूप में अस्तित्व में आया।
    2008 से अब तक किस ने मारी बाजी
    सुरजपुर जिले के भटगांव विधानसभा सीट पर सबसे पहले चुनाव में भाजपा ने बाजी मारी। चार बार हुए चुनाव में कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस ने जीत दर्ज की । इस सीट पर हुए पहले चुनाव में पंडित रविशंकर त्रिपाठी पहले विधायक बनें।दो वर्ष बाद उनके दुर्घटना में हुए असामयिक निधन के पश्चात उप चुनाव में उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रजनी त्रिपाठी को मतदाताओं ने विधायक के रूप में चुना। 2013 में हुए चुनाव में भाजपा से छीन कर कांग्रेस ने चुनाव जीत कर अपनी झोली में कर लिया। पिछले रिकार्ड की बात करे तो कांग्रेस लगातार दो मर्तबे जीत दर्ज करते आ रही है। शुरुआती दौर 2008 में भाजपा ने जीत दर्ज की थी। कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस ने अपना अपना दम दिखाया। अभी इस सीट पर कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवार के बीच सीधा मुकाबला पूर्व की भांति दिखता नजर आ रहा है। हालाकि नाम वापसी के अंतिम दिन के पश्चात ही पता चल सकेगा। गौर तलब है कि छाीसगढ़ के सरगुजा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र स्थित सूरजपुर जिला काले हीरे के भंडार के लिए महशूर है। इस जिले का भटगांव विधानसभा का चुनावी इतिहास काफी लंबा तो नहीं है, लेकिन सरगुजा संभाग के 14विधानसभा सीटों में से एक भटगांव जिसकी एक अपनी अलग पहचान है। इस सीट पर अब तक चार बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। जिसमे दोनो पार्टी अभी तक बराबरी पर रही है। दो बार भाजपा के विधायक चुनावी जीत का स्वाद चखा तो वही कांग्रेस भी कम नहीं रही वो भी दो बारी चुनावी लड़ाई में फतह हासिल की है। जिससे दिनों पार्टी बराबरी पर है।
    जिसमें तत्कालीन विधायक स्वर्गीय रविशंकर त्रिपाठी की सड़क हादसे में हुई असामयिक मौत के उपरांत एक बार का उपचुनाव भी शामिल है। यहां हुए चार बार के चुनाव में दो बार बीजेपी को, तो वहीं दो बार कांग्रेस को जीत मिली है। मध्यप्रदेश की सरहद इलाके को छूने वाले इस विधानसभा में पिछले दो चुनाव में क्षेत्र की जनता ने लगातार दो बार बाहरी प्रत्याशी को हार का स्वाद चखाया है। वहीं स्थानीय उम्मीदवार पर मतदाताओं ने भरोसा जताया किंतु इससे पूर्व पहले चुनाव में भी स्थानीय व बाहरी प्रत्याशी का मुद्दा भी उठा। किंतु राजनीति के मझे हुए खिलाड़ी रहे पंडित रवि शंकर त्रिपाठी ने इस मुद्दे को गरमाने से पहले ही ठंडा कर दिया। क्षेत्र के लोगो को अपना बना न केवल उन्होंने दर्ज की बल्कि अपने सभी प्रतिद्वंदियों के जमानत भी जप्त करा दिए। जबकि उक्त चुनाव में सर्वाधिक 29 प्रत्याशी मैदान मे थे।
    दो दो ईवीएम मशीन लगानी पड़ी थी
    2008 के चुनाव में अत्यधिक प्रताशी होने के कारण दो दो ईवीएम मशीन चुनाव आयोग को लगाना पड़ा था तब जाकर मतदान संपन्न हो सका था ।
    विदित हो कि अविभाजित सरगुजा जिले के समय वर्ष 2008 में परिसीमन के पश्चात पिलखा और पाल विधानसभा से टूटकर भटगांव, प्रतापपुर और रामानुजगंज विधानसभा बना था। जो वर्ष 2012 में नवीन जिला सूरजपुर बनने के पश्चात भटगांव विधानसभा सूरजपुर का हिस्सा बना। अविभाजित सरगुजा जिला के समय वर्ष 2008 में पहली बार भटगांव विधानसभा सीट के लिए चुनाव हुआ। जिसमें जिले की इस सामान्य सीट पर हुए पहले चुनाव में जमकर घमासान देखने को मिला।
    साल 2008 के चुनाव
    में भाजपा की जीत
    कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों के दर्जन भर दावेदारो के द्वारा निर्दलीय पर्चा दाखिल कर चुनावी मैदान में उतरकर जीतने हेतु एड़ी-चोटी लगा दी गई थी। उस समय इस चुनाव में कांग्रेस और भाजपा समेत कुल 29 उम्मीदवार मैदान में थे। लेकिन बीजेपी को छोड़कर सभी 28 उम्मीदवारों की जमानत जत हो गई थी। इसमें मुख्य रूप से प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के उम्मीदवार श्यामलाल जायसवाल भी शामिल थे। वर्ष 2008 के चुनावी नतीजों पर अगर नजर डालें तो इस चुनाव में भाजपा के रविशंकर त्रिपाठी 17 हजार 433 वोट से विजयी हुए थे। इस जीत के साथ रविशंकर त्रिपाठी पहली बार विधायक चुने गए। इस सीट पर पहले चुनाव में भाजपा ने यहां से खाता खोला था।
    सड़क हादसे में विधायक
    आकस्मिक निधन पर हुए उपचुनाव

    करीब पौने दो साल कार्यकाल पूरा करने के बाद भटगांव विधानसभा से विधायक रविशंकर त्रिपाठी की 9 अप्रैल 2010 को रायगढ़ जिले के घरघोडा के पास एक हृदय विदारक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इस घटना के बाद इस विधानसभा सीट के लिए पुनः उपचुनाव की घोषणा हुई। अक्टूबर 2010 में इस सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने दिवंगत विधायक रविशंकर त्रिपाठी की धर्मपत्नी रजनी रविशंकर त्रिपाठी को अपना उम्मीदवार घोषित किया।
    तो वही दूसरी तरफ उप चुनाव में कांग्रेस ने यू एस सिंहदेव को अपना प्रत्याशी बनाया था। लेकिन एक ही पंचवर्षीय में हुए दूसरे चुनाव उप चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी पराजित हुए थे । सहानुभूति की आंधी में रजनी रविशंकर त्रिपाठी ने कांग्रेस के दिग्गज नेता यूएस सिंहदेव को करीब 35 हजार वोटों से हरा दिया था । अपने दिवंगत पति की सीट पर भटगांव की दूसरी विधायक रजनी रविशंकर त्रिपाठी विधानसभा तक पहुंची थी।
    2013 में स्थानीय उम्मीदवार पर जताया भरोसा
    इस सीट पर तीसरा* चुनाव वर्ष 2013 में सम्पन्न हुआ। इस दौरान कांग्रेस ने राजनैतिक समीकरण के साथ स्थानीय उम्मीदवार पारसनाथ राजवाड़े पर दांव खेला। वहीं भाजपा ने सिटिंग विधायक रजनी रविशंकर त्रिपाठी को फिर से अपना उम्मीदवार घोषित किया। किंतु इस बार भाजपा का दांव कुछ उल्टा हो गया। एक बार फिर स्थानीय व बाहरी का मुद्दा उठा और बड़ी तेजी से सुलग गया क्षेत्र की जनता ने स्थानीय उम्मीदवार के प्रति अपना झुकाव दिखाया। लिहाजा वर्ष 2013 के चुनाव में कांग्रेस के पारसनाथ राजवाड़े पर मतदाताओं ने अपना भरोसा जता जीत दिलाई।
    2013 के इस चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार पारसनाथ राजवाड़े ने अपने प्रतिद्वंदी भाजपा की उम्मीदवार रजनी रविशंकर त्रिपाठी को 7368 वोट से पराजित कर यह सीट अपने नाम की। इस सीट पर कांग्रेस पहली बार अपना खाता खोलने में सफल रही। वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी 8163 वोट के साथ तीसरे स्थान और बसपा के प्रत्याशी नरेंद्र कुमार साहू को 5496 वोट के साथ चौथे स्थान पर रहे।
    2018 के चुनाव में कांग्रेस ने मारी बाजी
    बीते तीन चुनाव में दो बार भाजपा और एक बार कांग्रेस की जीत के बाद 2018 के चुनाव में पुनः कांग्रेस ने भाजपा को पराजित कर यह सीट अपने नाम करने में सफल रही। दूसरी जीत दर्ज कर कांग्रेस ने भाजपा से बराबरी की। वर्ष 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने मौजूदा विधायक पारसनाथ राजवाड़े पर फिर दांव खेला था।
    बाहरी और स्थानीय उम्मीदवार
    उतरे थे चुनावी मैदान में

    वहीं भाजपा ने एक बार फिर रजनी रविशंकर त्रिपाठी पर भरोसा किया। इस बार भी बाहरी और स्थानीय उम्मीदवार की आंधी में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। साथ ही इस बार कांग्रेस के वोट शेयर में इजाफा हुआ। इस चुनाव में भाजपा की निकटतम प्रतिद्वंद्वी रजनी रविशंकर त्रिपाठी को पारसनाथ राजवाड़े ने 15 हजार 734 वोट से पराजित किया। वहीं वोट की बात करें तो कांग्रेस के पारसनाथ राजवाड़े को कुल 74 हजार 623 वोट मिले। तो वहीं भाजपा की रजनी रविशंकर त्रिपाठी को कुल 58 हजार 889 वोट मिले। जबकि 2013 के इस विधानसभा चुनाव में सामान्य सीट भटगांव में मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा-कांग्रेस के अलावा 21 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।
    भाजपा ने स्थानीय
    उम्मीदवार पर खेल बड़ा दांव
    बीते दो विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिल रही करारी हार के पश्चात भाजपा ने रणनीति बदलकर स्थानीय एवं जातिगत समीकरण का कार्ड खेल कांग्रेस की गढ़ से भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष एवं जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी राजवाड़े को अपना उम्मीदवार घोषित कर अपने विरोधियों को चारों खानेचिा करने का रणनीति अपनाई है।
    भाजपा यह मान रही है कि इस विधानसभा में राजवाड़े समाज के मतदाता की संख्या अच्छी-खासी है और मौजूदा विधायक भी राजवाड़े समाज से ही आते हैं। ऐसे में लक्ष्मी राजवाड़े को भाजपा से उम्मीदवार बनाए जाने से यह सीट भाजपा के खाते में आ सकती है। लक्ष्मी राजवाड़े एक महिला होने के साथ-साथ यंग होने के कारण एक युवा चेहरा भी हैं। जो युवाओं के बीच आइकॉन बनकर उभरा रही है साथ ही जिला पंचायत सदस्य होने के नाते युवाओं में भी इनकी अच्छी पकड़ भी बताई जा रही है। जिसका फायदा चुनाव में देखने को मिल सकता हैं।
    इस सीट पर कांग्रेस ने
    पुराने चेहरे पर लगाया दांव

    छाीसगढ़ में चुनाव की तिथि घोषित होने के उपरांत भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मी राजवाड़े लगातार क्षेत्र में जनसंपर्क कर रही हैं। तो वहीं कांग्रेस ने भले देर उम्मीदवार की घोषणा की किंतु पुराने चेहरे पर दाव लगाना मुनासिब समझा और पारस नाथ राजवाड़े के नाम पर मोहर लगा दी । जो अपना नामांकन भी दाखिल कर चुके है।
    भटगांव विधानसभा चुनाव क्षेत्र
    उम्मीदवार का नाम पार्टी वोट स्थिति

    पारस नाथ रजवाड़े जीते 7368 वोटों के अंतर से भटगांव अनारक्षित विधानसभा सीट छाीसगढ़ के सूरजपुर जिले की एक सीट है. ये सूरजपुर लोकसभा सीट का हिस्सा है, जो उार इलाके में पड़ता है.
    इस विधानसभा सीट में वोटरों की कुल संख्या 201123 है.
    2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर पारस नाथ रजवाड़े (कांग्रेस) ने 67339 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी को 7368 मतों के अंतर से हराया. दूसरा स्थान (59971) वोटों के साथ रजनी रविशंकर त्रिपाठी (बीजेपी) को मिला. तीसरा स्थान (8163) वोटों के साथ राम आधीन पोया (जीजीपी) का रहा. (5496) वोटों के साथ बीएसपी को चौथा स्थान को मिला.
    चुनाव में कुल 162189 मत पड़े थे. कुल 80.64त्न मतदान हुआ
    उम्मीदवार सूची 2018
    क्रम उम्मीदवार का नाम पार्टी
    1 पारस नाथ राजवाड़े
    2 रजनी रविशंकर त्रिपाठी भाजपा
    3 सुरेंद्र लाल सिंह नेटी सी पी आई एम
    4 मोहन सिंह टेकाम शिव सेना
    5 राम अधीन पोया समाजवादी पार्टी
    6 राम लाल राजवाड़े भारतीय पंचायत पार्टी
    7 सुरेंद्र चौधरी जेसीसी जे
    8 डी के सोनी आप
    9 आनंद राजवाड़े निर्दलीय
    10 आलम साय सिंह निर्दलीय
    11 उपेंद्र गुप्ता निर्दलीय
    12 ओम प्रकाश सोनवानी निर्दलीय
    13 कुमावत सांडिल्य निर्दलीय
    14 तिलकेश्वर प्रसाद राजवाड़े निर्दलीय
    15 दिलीप यादव
    16 मधु तिवारी निर्दलीय
    17 लवकेश ठाकुर निर्दलीय
    18 साहेबान प्रसाद भगत निर्दलीय
    19 सीताराम भास्कर निर्दलीय
    20 हरी भगत यादव निर्दलीय
    2013 में किसे मिले कितने वोट
    पार्टीउम्मीदवार का नाम वोट त्नवोट
    कांग्रेस पारस नाथ रजवाड़े 67339
    41.52 प्रतिशत बीजेपी रजनी रविशंकर
    त्रिपाठी 59971 36.98 प्रतिशत
    जीजीपी राम आधीन पोया 8163 5.03 प्रतिशत बीएसपी नरेंद्र कुमार साहू (नीतू)
    5496 3.39 प्रतिशत चुनाव में कुल
    162189 मत पड़े थे. कुल 80.64त्न मतदान हुआ
    चुनाव नतीजे
    कांग्रेस उम्मीदवार पारस नाथ रजवाड़े 7368 वोट के अंतर से जीते.
    भटगांव* परिणाम
    कुल वोट 162189 (80.64′)
    कांग्रेस (41.52′)
    बीजेपी (36.98′)
    जीजीपी (5.03′)
    बीएसपी (3.39′) आम आदमी पार्टी ने भटगांव से सुरेंद्र गुप्ता को प्रत्याशी बनाया है। श्री गुप्ता भी अपना वजूद तलाशने क्षेत्र में सघन जन संपर्क कर रहे है। वही कई अन्य दल सहित निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी समर में शामिल होने कमर कश कर तैयार है।

Share

Check Also

रायपुर,@10 बाल आरोपी माना संप्रेक्षण गृह से हुए फरार

Share ‘ रायपुर,29 जून 2024 (ए)। राजधानी रायपुर के माना में स्थित बाल संप्रेक्षण गृह …

Leave a Reply

error: Content is protected !!