- भाजपा प्रत्याशी की नामांकन रैली से भी भयभीत नजर आ रहे विधायक समर्थक,संख्या बल देखकर अब खुद के नामांकन में संख्या जुटाने भिड़ीं विधायक।
- कांग्रेस प्रत्याशी की नामांकन रैली में संभाग स्तर से भीड़ जुटाने की तैयारी,भाजपा प्रत्याशी का समर्थन करती संख्या देखकर लिया गया निर्णय,सूत्र
- नामांकन रैली में कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष,क्षेत्रीय सांसद के मौजूद होने की भी संभावना,कोरिया जिला विभाजन का दंश देने वाले की क्या सुनेगी जनता?
- कोरिया जिला विभाजन क्षेत्रीय सांसद विधानसभा अध्यक्ष की सोच,क्या वह मोह सकेंगे विधानसभा की जनता को?
-रवि सिंह-
कोरिया 27 अक्टूबर 2023 (घटती-घटना)। बैकुंठपुर विधानसभा छत्तीसगढ़ की तीसरे नम्बर की विधानसभा है और यहां इस बार चार प्रमुख दल चुनावी मैदान में हैं जिनमे तीन राष्ट्रीय दल हैं वहीं एक क्षेत्रीय दल है जो चुनावी समर में मैदान में है वहीं यदि दलों के प्रत्याशी चयन के निर्णय को लेकर देखा जाए उनके प्रत्याशियों के नामांकन फॉर्म लेने को लेकर प्रत्याशी के लिए देखा जाए उनके नामांकन दाखिले को लेकर देखा जाए तो इसमें सबसे पीछे सत्ताधारी दल है जिसने सबसे अंत में प्रत्याशी की घोषणा की वहीं सबसे अंत में जिसने नामांकन फार्म लिया वहीं जिसका अपने प्रत्याशी के नामांकन फॉर्म दाखिले का भी समय अंत का ही तय है जो 30 अक्टूबर है जिस दिन ही निर्वाचन आयोग की तरफ से अंतिम दिन नामांकन दाखिले का तय है निश्चित है और कहीं परिणाम में भी सत्ताधारी दल अंत में न आ जाए यह चर्चा जारी है, क्योंकि भाजपा प्रत्याशी यहां फिलहाल आगे दिख रहे हैं और माना जा रहा है उनकी जीत तय है अब केवल एक नंबर के बाद की ही गिनती बची है जिसमे कांग्रेस प्रत्याशी दो नंबर पर आती हैं या तीन नंबर पर यह देखना ही बचा है यह माना जा रहा है। वैसे भाजपा ने अपने प्रत्याशी का नामांकन फार्म पहले दिन लिया है और नामांकन दाखिल करने के दौरान भी वह आगे नज़र आई वहीं भाजपा की नामांकन रैली ऐतिहासिक हुई यह सभी मानकर चल रहे हैं और इससे सबसे ज्यादा भयभीत कांग्रेस पार्टी नजर आ रही है क्योंकि भाजपा की नामांकन रैली में संख्या जितनी जुटाई नहीं गई उससे ज्यादा खुद पहुंची स्वस्फूर्त संख्या दिखी जो उसकी सफलता रही।
वैसे भाजपा प्रत्याशी के नामांकन में जुटी संख्या देखकर लोगों की कांग्रेस काफी चिंतित है वहीं कांग्रेस उससे ज्यादा भीड़ जुटाने की कवायद कर रही है और कांग्रेस की अंदरखाने की तैयारी के बारे में जैसी सूचना मिल पा रही है कांग्रेस प्रत्याशी के लिए भीड़ संभाग स्तर तक से जुटाई जाएगी और यह साबित किया जाएगा की कांग्रेस प्रत्याशी मजबूत हैं चुनाव में टक्कर में हैं वहीं यह भी चर्चा है भीड़ जुटाने के लिए संभाग के कुछ बड़े नेता अभी से जुट भी गए हैं जो नामांकन के दिन भीड़ लेकर पहुंचेंगे और नामांकन को क्षेत्र में ऐतिहासिक बनायेगें,वैसे भाजपा की पूरी नामांकन रैली साथ ही शक्ति प्रदर्शन में बाहरी कोई भी नहीं दिखा वहीं कांग्रेस की नामांकन रैली में संख्या बाहरी लोगों के बल पर जुटाई जाएगी यह उसकी तैयारी है क्योंकि कांग्रेस में फिलहाल घोषित प्रत्याशी को लेकर विचित्र स्थिति है सभी कांग्रेसी वर्तमान में संशय में हैं जीत को लेकर टक्कर को लेकर चिंतित हैं क्योंकि उन्हे भी मुकाबला भाजपा का अन्य से नज़र आ रहा है कांग्रेस से नहीं। भाजपा की नामांकन रैली को लेकर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ जहां मौन हैं मानकर चल रहें हैं की उनका प्रत्याशी भाजपा प्रत्याशी के मुकाबले का नहीं है वहीं प्रत्याशी समर्थक खुद को सम्हाल नहीं पा रहे हैं वह भाजपा की नामांकन रैली की संख्या को कम बताकर खुद को संतुष्ट कर रहे हैं वहीं वह अन्य को दिग्भ्रमित कर रहे हैं जिससे भाजपा को वह प्रभावित कर सकें।
क्या प्रत्याशी व विधायक गुट यह मानकर चल रहे है की मुख्यमंत्री के आने से ही उनके प्रत्याशी को कुछ राहत मिल सकती है?
कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन में क्षेत्रीय सांसद सहित विधानसभा अध्यक्ष का आगमन होना तय माना जा रहा है वहीं बताया जा रहा है की मुख्यमंत्री के लिए उनके आगमन के लिए काफी प्रयास के बाद भी सहमती नहीं मिल पाई जो चिंता का विषय है प्रत्याशी गुट के लिए विधायक गुट के लिए क्योंकि वह यह मानकर चल रही थी की मुख्यमंत्री के आने से ही उनके प्रत्याशी को कुछ राहत मिल सकती है संगठन कम से कम एकजुट होकर काम कर सकता है वहीं क्षेत्र की जनता भी समर्थन देने का सोच सकती है प्रत्याशी को जबकि सांसद सहित विधानसभा अध्यक्ष के आने से विधानसभा में उल्टा ही असर पड़ेगा जिला विभाजन का कारण इन्ही को माना जाता है नुकसान हो सकता है जो भी चर्चा अंदरखाने जारी है। अब देखना है की आखिरकार भाजपा की नामांकन रैली का जवाब कांग्रेस कैसे देती है जबकि अभी भी इस सीट बैकुंठपुर विधानसभा में सबसे बड़ा मुद्दा जिला विभाजन है जिसे जनता भूलने को तैयार बिल्कुल नजर नही आ रही है।
नामांकन में सरगुजा से अन्य निकट के जिलों से भीड़ जुटाने की तैयारी में है कांग्रेस,कोरिया से भीड़ जुटना संभव नहीं यह मानकर चल रहे प्रत्याशी समर्थक
कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन अंतिम दिवस है निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित तिथि अनुसार,कांग्रेस प्रत्याशी समर्थक भाजपा की नामांकन रैली का जवाब भी देने की सोच रहे इस दिन,बताया जा रहा है इसकी तैयारी भी चालू कर दी गई है। अंबिकापुर सहित जिले से निकट के जिलों से इस दिन कांग्रेस प्रत्याशी के लिए भीड़ बुलाई जाएगी जिसके लिए अभी से जिम्मेदारी भी दी जाने लगी है। कांग्रेस प्रत्याशी जो वर्तमान विधायक हैं उनका काफी विरोध है जो खुलकर दिखने लगा है यह समर्थक मान चुके हैं और विधानसभा क्षेत्र से लोग नहीं आएंगे जल्दी रैली में यह मान चुके हैं जिसके कारण अब वह अन्य जगहों से भीड़ जुटाएंगे जो तय माना जा रहा है। वैसे सरगुजा के बड़े नेता अन्य निकट जिले के बड़े नेता इस दिन बैकुंठपुर आएंगे नामांकन को वृहद बनायेंगे क्योंकि फिलहाल समर्थकों को यह आभास हो चला है की आस पास के लोग क्षेत्र के लोग शायद ही आएं बुलाने से।
क्षेत्रीय सांसद विधानसभा अध्यक्ष कर सकते हैं शिरकत नामांकन रैली में,जिला विभाजन का कारण मानकर उनके आने से भी पड़ेगा विपरीत असर यह भी विचार विमर्श है जारी
बैकुंठपुर विधायक के लिए कांग्रेस प्रत्याशी के लिए यह चुनाव आसान नहीं है,उनके नामांकन में सांसद क्षेत्र की साथ ही विधानसभा अध्यक्ष शामिल हो सकते हैं ऐसी तैयारी है संभावना है वहीं क्षेत्र की जनता जिले की जनता जिला विभाजन का उन्हे कारण मानती है उनका आना भी पार्टी प्रत्याशी के विपरीत असर वाला साबित होगा इसको लेकर भी प्रत्याशी समर्थक चिंतन मनन में लगे हुए हैं वहीं चिंता इस बात की भी हो रही है की खुद विधानसभा अध्यक्ष का विरोध उनके विधानसभा क्षेत्र में हो रहा है वहीं लोग क्षेत्र के उनके उन्हे खरी खोटी प्रचार के दौरान सुना रहे हैं ऐसे में उनका कितना असर पड़ेगा जबकि वह खुद के ही विधानसभा में जीत के लिए संघर्ष कर रहे हैं यह भी प्रत्याशी समर्थक सोच रहे हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन रैली के लिए मुख्यमंत्री को भी बुलाने की थी चर्चा,मुख्यमंत्री के आने की संभावना कम सूत्र
बताया जा रहा है की बैकुंठपुर कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन के लिए मुख्यमंत्री को बुलाने की भी चर्चा थी, मुख्यमंत्री शायद ही आएं यह भी संभावना है ,अब देखना है की मुख्यमंत्री आते हैं की नहीं आते हैं वैसे आने की संभावना न के बराबर है।
सरगुजा के एक नेता के निर्देश पर होगा नामांकन का पूरा कार्यक्रम यह भी सूत्रों के हवाले से खबर है
सूत्रों की माने तो बैकुंठपुर से कांग्रेस प्रत्याशी के जीत का जिम्मा सरगुजा के एक हाल ही में कांग्रेस प्रवेश किए नेता ने लिया है,बैकुंठपुर के कांग्रेस नेताओं पर प्रत्याशी का भरोसा कम है वह उन्हीं के भरोसे सभी पर नकेल कसेंगी यह भी बताया जा रहा है। अब नामांकन रैली में सरगुजा के नेता का पहुंचने से ही साबित होगा की यह सच बात है या एक संभावना मात्र वैसे सूत्रों की माने तो प्रत्याशी के लिए सबसे विश्वासपात्र फिलहाल वही नेता हैं जिनके ऊपर उन्हे पूरा विश्वास है।