कोलकाता@रिश्वतखोरी के मुद्दे को बनाया जा रहा राई का पहाड़

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पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोपों में घिरी महुआ मोइत्रा का टीएमसी और ममता बनर्जी ने भी छोड़ा साथ,कांग्रेस क्यों दे रही है साथ
पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोपों में घिरी महुआ मोइत्रा को कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी का साथ मिला है…
अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर रिश्वतखोरी के आरोप को लेकर कहा कि सदन में सबको बोलने का अधिकार है…


कोलकाता,20 अक्टूबर 2023(ए)।
पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोपों में घिरी महुआ मोइत्रा को कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी का साथ मिला है। अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर रिश्वतखोरी के आरोप को लेकर कहा कि सदन में सबको बोलने का अधिकार है।


महुआ मोइत्रा को लेकर क्या बोले अधीर रंजन?


उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि सदन के बाहर हो या अंदर सत्तारूढ़ पार्टी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर राई का पहाड़ बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर एक विशेष उद्योगपति के खिलाफ मुद्दा या सवाल उठाया जाए तो सरकार के अंदर खलबली मच जाती है।


अधीर रंजन ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना


अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार को एक व्यक्ति विशेष या एक विशेष उद्योगपति की वजह से परेशानी हो रही है। सरकार एक विशेष उद्योगपति को बचाने के लिए इतनी उत्सुक है कि अगर कोई उसके खिलाफ सवाल पूछता है, तो वह व्यक्ति उसकी दुश्मन बन जाती है।
संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने का मामलाः टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के वकील केस से हटे
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने की शिकायत करने वाले एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई ने अब नया आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके पालतू कुत्ते ( हेनरी) के बदले उन पर महुआ के खिलाफ की गई शिकायत को वापस लेने के लिए दबाव बनाया गया है।
वहीं, सांसद महुआ मोइत्रा के वकील गोपाल शंकरनारायणन केस की सुनवाई से हट गए हैं। महुआ ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था, जिस पर आज दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई।
सुनवाई के दौरान ही वकील जय अनंत देहाद्राई ने जज के सामने कहा कि महुआ के वकील गोपाल शंकरनारायणन ने मुझे बीती रात को फोन किया था। उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या बाहर समझौता हो सकता है?
इस पर जस्टिस सचिन दत्ता ने कहा कि वह हैरान हैं कि वकील शंकरनारायणन ने मीडिएटर की भूमिका निभाने की कोशिश की। क्या वह अभी भी इस केस में पेश होने के पात्र हैं? जस्टिस ने कहा, यह कुछ ऐसा है जिसका जवाब आपको खुद देना होगा। यह आपका फैसला है। इसके बाद शंकरनारायणन ने मामले से खुद को अलग कर लिया।
एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई ने शुक्रवार को सुबह एक्स पर एक पोस्ट कर यह आरोप लगाया कि, कल दोपहर को हेनरी ( पालतू कुत्ता) के बदले में मुझे अपनी सीबीआई शिकायत और निशिकांत दुबे को लिखे पत्र को वापस लेने के लिए मजबूर करने का प्रयास किया गया। मैंने साफ मना कर दिया और कहा कि सीबीआई को ब्योरा दूंगा। मैसेंजर पूरी तरह से निर्दोष है। लेकिन आपको उसके बारे में सब कुछ बताता है।


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