- जिला खनिज न्यास संस्थान मद से स्वीकृति हुई थी सीसी सड़क
- बिना ब्रांडेड कंपनी के सीमेंट का उपयोग कर किया गया निर्माण कार्य
- क्या अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी विभाग कोई कार्यवाही करेंगे ?
-राजेन्द्र शर्मा-
खड़गवां,19 अक्टूबर 2023 (घटती-घटना)। जनपद पंचायत खड़गवां क्षेत्र तोलगा मे सी सी सडक निर्माण हेतु जिला खनिज न्यास संस्थान मद से सात लाख बीस हजार रुपए की राशि झारपारा मेन रोड से संरपच घर तक में स्वीकृति की गई है। सी सी सडक निर्माण लगभग पूर्ण हो गई है।
सी सी सडक निर्माण कार्य में लगे मजदूरों ने बताया कि इस सी सी सडक निर्माण कार्य में इंजिनियर एवं अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के द्वारा एक दिन भी निर्माण कार्य का निरीक्षण नहीं किया गया है इस निर्माण कार्य को सिर्फ एक मिस्त्री के द्वारा सी सी सडक सड़क निर्माण कार्य को पूर्ण कर दिया गया है। इस सी सी सडक निर्माण कार्य में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि इसकी निचली सतह पर प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया गया है और सी सी सडक निर्माण कार्य के जोड़ों में बोरी लगाई गई है। इस सी सी सडक निर्माण कार्य को ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के मापदंड एवं गुणवाा के तहत सी सी सडक का निर्माण कार्य नहीं किया गया है इस सी सी सडक निर्माण कार्य में बाईब्रेटर भी चलता कही दिखाई नहीं दे रहा है। सी सी सडक निर्माण की चौड़ाई लंबाई मोटाई भी मापदंड के अनुरूप नहीं किया गया है। लाखों रुपए खर्च कर सी सी सडक निर्माण कार्य पूर्ण रूप से घटिया गुणवाा विहीन निर्माण कार्य को किया गया है। इस सी सी सडक निर्माण कार्य में अधिराज सीमेंट का इस्तेमाल कर निर्माण कार्य किया गया है जबकि सी सी सडक निर्माण कार्य में ब्रांडेड कंपनी के ग्रेड सीमेंट से सी सी सडक निर्माण कार्य किया जाना था। मगर ग्राम पंचायत तोलगा निर्माण एजेंसी के द्वारा बिना इंजिनियर और अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के देखरेख के अधिराज सीमेंट से इस पूरी सी सी सडक का निर्माण कार्य पूर्ण कर दिया गया है।
सीसी सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर लग रहा प्रश्न चिन्ह
इस पूरे खेल में जनपद पंचायत खड़गवां के मुख्य कार्यपालन अधिकारी का भी सहयोग रहता है। जनपद पंचायत के मुखिया भी नहीं जाते ग्राम पंचायतों के निर्माण कार्यों के निरीक्षण में सारा का सारा निरीक्षण कार्यालय में बैठकर हो जाता है? सूत्रों की माने तो आर सी सी रिटर्निंग वाल एवं आर सी सी सड़क निर्माण सी सी निर्माण से संबंधित कार्यों की गुणवाा पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है? इस संबंध में जब ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी के के चौधरी से फोन के माध्यम से जानकारी चाही तो उन्होंने कहा इसकी जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
सांठ-गांठ कर हुआ कार्य
क्या ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी इस घटिया अधीराज सीमेंट (श्री प्लस) बिना ग्रेड के मिनी प्लांट के सीमेंट से पूर्ण हुए सी सी सडक निर्माण कार्य को उखाड़ कर ब्रांडेड कंपनी के सीमेंट से पुनः सी सी सडक का निर्माण कार्य कराएंगे या सांठगांठ कर इस सी सी सडक को गुणवाा युक्त एवं ब्रांडेड कंपनी के सीमेंट का टेस्ट रिपोर्ट देकर गुणवाा पूर्ण होने का प्रमाण पत्र जारी कर देंगे क्योंकि सब कुछ तो इंजिनियर और अनुविभागीय अधिकारी के हाथ में है?
हिस्सेदारी का चल रहा खेल
इस ग्राम पंचायतो में निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार तो धड़ल्ले से किया गया है और हो रहे निर्माण कार्यों में किया जा रहा है ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के अधिकारी निर्माण कार्य को देखने कभी नहीं निर्माण स्थल पर जाते हैं जिससे ग्राम पंचायतों में चल रहे आरसीसी के निर्माण कार्य में मनमाने तरीके से गुणवाा विहीन एवं बिना मापदंड के आरसीसी निर्माण कार्य पूर्ण किए जा रहे हैं। आर सी सी निर्माण कार्य के पश्चात पानी की तराई किया जाता हैं।जबकि आर सी सी के निर्माण कार्य में पानी का विशेष महत्व रहता है जो ग्राम पंचायतों के निर्माण कार्य में नहीं किया जाता है जिसका जीता जागता प्रमाण सी सी सडक है। घटिया सामग्री का उपयोग कर कार्य को आनन- फानन में गुणवाा विहीन कर सी सी सडक निर्माण को निपटा दिया गया और ग्रामीण यांत्रिकी विभाग एवं जनपद पंचायत के अधिकारियों ने भी आनन फानन में इसका मूल्यांकन आदि भी तत्काल कर अपनी हिस्सेदारी का खेल पूरा कर लिया जाता है?