- कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में प्रत्याशियों की दूसरी सूची की जारी,कई वर्तमान विधायकों का टिकट कटा।
- विधानसभा क्रमांक 1 से गुलाब कमरों तय विधानसभा क्रमांक 2 से नए प्रत्याशी को मौका रमेश सिंह होंगे प्रत्याशी।
- मनेद्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल का नहीं लगा नम्बर,खराब परफॉर्मेंस को लेकर कटा टिकट।
- विधानसभा क्रमांक 3 बैकुंठपुर से प्रत्याशी अभी नहीं किया कांग्रेस ने तय।
- क्या वर्तमान विधायक अंबिका सिंहदेव की जगह पार्टी तलाश रही मजबूत उम्मीदवार?
- क्या वेदांती तिवारी ही दे सकते हैं बैकुंठपुर से भाजपा प्रत्याशी भईया लाल राजवाड़े को कड़ी टक्कर?
- बैकुंठपुर विधानसभा में भईया लाल को हराने के लिए कांग्रेस तलाश रही बेहतर विकल्प,लेकिन आखिर कब तक?
-रवि सिंह-
बैकुंठपुर/एमसीबी 18 अक्टूबर 2023 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी लगातार मंथन के बाद विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बुधवार देर शाम 53 प्रत्याशियों की सूची जारी कर पाई,जारी सूची में प्रदेश के विधानसभा क्रमांक 1,2 के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिए गए और घोषित प्रत्याशियों का नाम देखकर अब दोनों ही विधानसभाओं के प्रत्याशियों को लेकर सभी अटकलों पर विराम लग गया और भरतपुर सोनहत से मौजूदा विधायक गुलाब कमरों को प्रत्याशी बनाया गया वहीं मनेद्रगढ़ से अधिवक्ता रमेश सिंह को प्रत्याशी पार्टी ने घोषित कर दिया। विधानसभा क्रमांक 3 मात्र एक ऐसी विधानसभा कोरिया एमसीबी जिले की बची जहां कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया और अब यह माना जा रहा है की इस सीट पर पार्टी काफी सोच विचार कर पार्टी की तरफ से प्रत्याशी घोषित करेगी क्योंकि बैकुंठपुर विधानसभा में भाजपा से पूर्व मंत्री प्रत्याशी हैं जिनका जनाधार काफी बड़ा है और वर्तमान विधायक का परफार्मेंस उनके मुकाबले बेहतर पार्टी नहीं मान रही है इसलिए इस सीट को पार्टी ने वेटिंग में डाल दिया है। वैसे बैकुंठपुर विधानसभा में कांग्रेस से कई दावेदार मजबूत दावेदार कांग्रेस के पास उपलब्ध हैं और उन्होंने अपनी दावेदारी भी की है और अब यही उम्मीद लगाई जा रही है की सभी दावेदारों का पुनः आंकलन कर इस सीट पर प्रत्याशी घोषित किया जाएगा और उसमें समय लग सकता है।
कांग्रेस भईयालाल राजवाड़े के खिलाफ वर्तमान विधायक को मजबूत नहीं मान रही है वह उन्हे काफी कमजोर मान रही है ऐसा पहले से ही अंदाजा लगाया जा रहा था क्योंकि पार्टी यहां से काफी आंकड़े प्रत्याशियों को लेकर जुटा रही थी वहीं पार्टी अभी भी इस सीट पर मंथन कर रही है यह इस बात से स्पष्ट हो गया की पार्टी ने प्रदेश के जिन सात विधानसभाओं का टिकट तय नहीं किया उसमें बैकुंठपुर विधानसभा सीट भी शामिल है। अब एक और बात भी स्पष्ट होती नजर आ रही है वह यह की पार्टी वर्तमान विधायक को लेकर लगभग मान चुकी है की उनका भईयालाल राजवाड़े के सामने टिक पाना संभव नहीं है इसलिए पार्टी पुनः विचार कर रही है और अब पार्टी अन्य दावेदारों में से किसी एक पर दांव लगा सकती है ऐसी संभावना बन चुकी है,वैसे सूत्रों की माने तो बैकुंठपुर विधानसभा से पार्टी जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी के नाम को लेकर ज्यादा विचार कर रही है और इसके पीछे का कारण यह बताया जा रहा है की वेदांती तिवारी ही एकमात्र पार्टी के पास ऐसे विकल्प हैं जिन्होंने भईयालाल राजवाड़े को दो बार कड़ी टक्कर दी है और एकबार तो उन्होंने लगभग भईयालाल राजवाड़े को परास्त ही कर दिया था लेकिन कुछ ही कसर रह गई थी जिसकी वजह से वह सफल नही हो सके। वेदांती तिवारी के साथ सबसे मजबूत पक्ष यह भी जुड़ रहा है की उन्होंने अपनी हार को जीत में बदलने काफी मेहनत की है इन वर्षों में और उन्होंने राजनीति से जुड़ाव बनाए रखा वहीं उन्होंने जिला पंचायत उपाध्यक्ष तक का सफर तय करके साबित भी किया की उनका जनाधार काफी मजबूत है और वह राजनीति के पक्के खिलाड़ी हैं, इन वर्षों में उन्होंने सामाजिक राजनीतिक सभी कार्यक्रमों में हिस्सा भी लिया और अपनी उपस्थिति हर उस व्यक्ति के साथ दर्ज कराई जिसे दुख सुख में उनकी जरूरत थी,इन सभी प्रयासों से उन्होंने अपना राजनीतिक भविष्य जीवित रखा और आज वह एक मजबूत दावेदार पार्टी से माने जाते हैं।
वेदांती तिवारी ही एकमात्र ऐसे कांग्रेस चेहरा हैं जो भईयालाल राजवाड़े को कड़ी टक्कर दे सकते हैं
बैकुंठपुर विधानसभा में यह भी माना जाता है की वेदांती तिवारी ही एकमात्र ऐसे कांग्रेस चेहरा हैं जो भईयालाल राजवाड़े को कड़ी टक्कर दे सकते हैं वहीं उन्हे परास्त करने की भी क्षमता रखते हैं, उनके प्रत्याशी घोषित होने से पार्टी भी एकजुटता से चुनाव में नजर आएगी जो वर्तमान विधायक के साथ बिल्कुल जाने को तैयार नहीं यह भी पार्टी के अंदरखाने चर्चा है,वैसे यह सभी बातों को जो पार्टी के अंदर की ही बातें हैं को सुनकर समझकर यही समझा जा सकता है की हो न हो पार्टी अब इस बार वेदांती तिवारी पर ही दांव न लगा दे और उन्हीं को प्रत्याशी न घोषित कर दे। वर्तमान विधायक के विकल्प के रूप में प्रबल दावेदार वेदांती तिवारी को ही क्षेत्र के लोग मानते हैं यह भी पार्टी जानती है और अब लगता है की उन्हे पार्टी उम्मीदवार बना सकती है। वैसे यह संभावना मात्र है लेकिन वर्तमान विधायक के टिकट पर प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है और देखना है यह प्रश्न चिन्ह कहीं वेदांती तिवारी के लिए अवसर न बन जाए कहीं।
मनेद्रगढ़ से डॉक्टर विनय का टिकट कटा,अधिवक्ता रमेश सिंह होंगे कांग्रेस प्रत्याशी,संभावना विनय जायसवाल को लेकर सही साबित हुई
डॉक्टर विनय जायसवाल मनेंद्रगढ़ से प्रत्याशी नहीं बनाए जा रहे हैं,पार्टी के आंकलन अनुसार उनका परफॉर्मेंस बेहतर नहीं पाया गया था विरोध पार्टी स्तर से उनके लिए खड़ा था जो जमीनी स्तर तक था यह संभावना पहले से ही व्यक्त की जा रही थी,अब वहां से अधिवक्ता रमेश सिंह प्रत्याशी होंगे जो मनेंद्रगढ़ के निवासी हैं वैसे रमेश सिंह के लिए यह सीट काफी दिक्कतों वाली साबित होने वाली है ऐसा भी माना जा रहा है क्योंकि जिला गठन में चिरमिरी क्षेत्र जिला मुख्यालय अपने यहां मांग रहा था कुछ कार्यालय अपने यहां मांग रहा था जो उसे नहीं मिला वहीं अब यदि क्षेत्र से विधायक प्रत्याशी भी नहीं होगा क्षेत्र के लोग अलग विकल्प पर विचार कर सकते हैं जो चिरमिरी क्षेत्र के आसपास का निवासी हो। विधायक पद भी क्षेत्र से छीना जाना क्षेत्र शायद ही बर्दास्त करे ऐसी भी संभावना बताई जा रही है।
गुलाब कमरों का नाम पहले से तय था औपचारिक ऐलान ही बाकी था
भरतपुर सोनहत क्षेत्र से गुलाब कमरों का नाम पहले से तय था उनके विरोध में या विरुद्ध पार्टी से कोई दावेदार भी नहीं था इसलिए उनका प्रत्याशी बनाया जाना औपचारिता मात्र मानी जायेगी शेष वह ऐसे मौजूदा विधायक भी साबित हुए जिनका परफॉर्मेंस पार्टी ने तीन विधानसभाओं में से सबसे बेहतर माना उन्हे टिकट दिया।
बैकुंठपुर से क्या कांग्रेस अंबिका सिंहदेव की जगह वेदांती तिवारी के नाम पर कर रही विचार,क्या वर्तमान विधायक भाजपा प्रत्यासी को मात दे पाने में पार्टी की नजर में सक्षम नहीं?
बैकुंठपुर विधानसभा से कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया दूसरी सूची में ,ऐसा माना जा रहा है की इसकी एकमात्र वजह वर्तमान विधायक का खराब रिपोर्ट कार्ड है। वर्तमान विधायक के पक्ष में न कार्यकर्ता हैं न ही उनके समर्थन में जनता ही है ऐसा पार्टी के ही सर्वे में सामने आया है जो बताया जा रहा है वहीं समाने भाजपा प्रत्याशी भईयालाल राजवाड़े हैं,कांग्रेस पार्टी भी माना जा रहा है भईयालाल राजवाड़े के जनाधार से सहमी हुई है और वह भांप चुकी है की कम से कम वर्तमान विधायक उनके मुकाबले बिलकुल सही प्रत्याशी नहीं हो सकतीं वहीं यहां से अन्य जाति संख्या आधारित ही कोई प्रत्याशी भईयालाल राजवाड़े को टक्कर दे सकता है या मात दे सकता है। कांग्रेस ने बैकुंठपुर विधानसभा सीट को वेटिंग में डाल दिया है क्या वह वर्तमान विधायक को टिकट देने के बाद हार मान रही है यह भी सवाल है। वैसे वेदांती तिवारी को लेकर पार्टी मंथन कर रही है वह मानकर चल रही है टक्कर वही दे सकते हैं भईयालाल राजवाड़े को यह भी माना जा रहा है।बैकुंठपुर विधानसभा में पार्टी यह भी मानकर चल रही है की जातिगत समीकरण भी इस सीट पर कारगर शायद ही सफल साबित हो सके क्योंकि भईयालाल राजवाड़े का चुनाव लड़ने का तरीका जातिगत समीकरणों को लेकर उनकी तैयारी सभी समीकरण से ऊपर है। वहीं इसे ध्वस्त कोई कर सकता है तो वह वेदांती ही कर सकते हैं वह एक बार लगभग सफल प्रयास कर चुके हैं इसलिए वेदांती तिवारी ही बैकुंठपुर से प्रत्याशी हो सकते हैं इसकी भी संभावना बढ़ गई है।