खड़गवां@मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना से खड़गवां विकास खंड में करोड़ों रुपए  लागत की सी सी सडक चढ़ रही हैं भ्रष्टाचार की भेंट 

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  • ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की लापरवाही और कमीशन खोरी हावी
  • आखिर क्यों नहीं होती इस ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी पर कार्यवाही ?
  •  इस अधिकारी के द्वारा राजनितिक संरक्षण प्राप्त लोगों से ग्राम पंचायतों में करा रहे हैं ठेकेदारी इस लिए इन्हें मिल रहा है राजनीतिक संरक्षण तो कार्यवाही कौन करेगा ?

-राजेन्द्र शर्मा-
खड़गवां,16 अक्टूबर 2023 (घटती-घटना)। एमसीबी जिले के विकास खंड खड़गवां के अधिकांश पंचायतों में होने वाले निर्माण कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है जो कई पंचायतों में देखने को मिल रहा है यही कारण है कि शासन द्वारा जिस उद्देश्य से कार्य स्वीकृत किया जा रहा है वही पूरी तरह से विफल होता नजर आ रहा है और ग्रामीण आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं।

यह मामला विकासखंड खंडगवा के विभिन्न ग्राम पंचायतों का है ग्राम  जहां मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायतों के मोहल्ले के लिए लाखों रुपए की लागत से सीसी सडक बनाने का कार्य स्वीकृत हुआ है जिसका निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत है किंतु सीसी सड़क का निर्माण ग्राम पंचायत द्वारा नहीं कराया गया है और ठेकेदार के द्वारा कराया जा रहा है जिसमें जमकर भ्रष्टाचार किया गया सी सी सड़क निर्माण कार्य में विभाग द्वारा जारी प्राक्कलन के अनुरूप कार्य नहीं कराया गया मानक एवं मापदंड के अनुरूप मटेरियल सीमेंट  रेत एवं गिट्टी 20 एम एम की जगह पर  30 से 40 एम एम गिट्टी का उपयोग कर धड़ल्ले से गुणवत्ता विहीन सी सी सडक का निर्माण कार्य किया जा रहा है सी सी सडक की जितनी ऊंचाई चौड़ाई लंबाई होनी चाहिए उस मापदंड पर सी सी सड़क का निर्माण कार्य नहीं किया गया है ? सी सी सडक निर्माण कार्य शासन के स्टीमेट के आधार पर नहीं बनाया गया है जिस के कारण यह सी सी सड़क महज दो माह में ही उखड़ने लगती है और ज़्यादातर सी सी सडक ग्राम पंचायतों में ठेकेदारी प्रथा से किया जा रहा है जिसमें ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी का खुला संरक्षण दिया हुआ है जिसका प्रमाण भी विकास खंड के ग्राम पंचायतों में देखा जा सकता है ।

निर्माण कार्य स्थल पर बोर्ड भी नहीं लगाया गया

शासन का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी कार्य को शुरू करने से पूर्व निर्माण एजेंसी द्वारा संबंधित कार्य का बोर्ड लगाना अनिवार्य होता है उसके बाद ही कार्य को शुरू किया जाना है लेकिन निर्माण एजेंसी एवं ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा यहां पर इसका भी पालन नहीं किया गया और सी सी सड़क निर्माण कार्य पूर्ण करा दिया गया है इससे स्पष्ट है कि निर्माण एजेंसी एवं संबंधित जिम्मेदार अधिकारी अपने कर्तव्य के प्रति कितने जिम्मेदार हैं और शासन प्रशासन के नियम कि खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे बोर्ड तो निर्माण कार्य की राशि ठेकेदार को प्राप्त होने के बाद बनाया जाता है।

ग्राम पंचायत सरपंच सचिव के द्वारा गुणवत्ता विहीन सीसी सड़क का निर्माण कार्य कराया गया है। जनपद पंचायत एवं ग्रामीण यांत्रिकी विभाग में कमीशन खोरी इतनी हावी है स्वीकृत राशि का 40 से 50 प्रतिशत तक पहले ही राशि खत्म हो जाती है। जनपद पंचायत के अधिकारी एवं कर्मचारी और ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के अधिकारीओ  को अलग अलग प्रतिशत कमीशन की मांग करते हैं सभी को देना पड़ता है तो सी सी सड़क का निर्माण मानक एवं मापदंड के अनुसार कैसे होगा।

स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा बताया जा रहा है  कि कुछ महीने पूर्व ही सी सी सड़क का निर्माण कार्य कराया गया था।

घटिया और गुणवत्ता विहीन सी सी सडक निर्माण कार्य का जीता जागता उदाहरण ग्राम पंचायत दुबछोला और कई ग्राम पंचायतों में है जहां दो माह के अंदर दो बार रिपेयरिंग किया जा चुका है। इस से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के इंजिनियर एवं अनुविभागीय अधिकारी सी सी निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर कितने जिम्मेदार है जो जनता कि कमाई का दुरुपयोग कर रहे हैं ?

भ्रष्टाचार में लिप्त है इंजिनियर

खड़गवां जनपद पंचायत के  इंजिनियर गले तक भ्रष्टाचार में लिप्त है कार्यालय में अनुविभागीय अधिकारी और इंजिनियर कार्यालय में बैठे बैठे ही सभी कार्यों की पूर्ति करते हैं क्योंकि इंजीनियर एवं अनुविभागीय अधिकारी को सड़क की गुणवत्ता से नहीं अपने कमीशन से मतलब होता है जिसका प्रमाण क्षेत्र के निर्माण कार्य है जो अपनी हकीकत खूद बयां कर रहे हैं ?

जिस तरह दुबछोला सरपंच द्वारा कार्य कराया गया है उसी तरह अन्य ग्राम पंचायतों में भी कार्य कराया जा रहा है वह बद से बदतर हैं और चंद समय के लिए  ही निर्माण का लाभ ग्रामीणों को मिलने आशंका है?

जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण ग्राम पंचायत मे हो रहे निर्माण कार्य को देखा जा सकता है। ऐसे में शासन की महत्वपूर्ण योजना पर पूरी तरह से पलीता लग रहा है जिसके कारण शासन द्वारा स्वीकृत राशि भी खर्च हो रही है और लोगों को उसका फायदा भी नहीं मिल पा रहा है ऐसे गैर जिम्मेदार सरपंच सचिव एवं कार्य को करने वाले गैर जिम्मेदार इंजिनियर सीईओ पर्  जिला प्रशासन को कड़ी कार्यवाही करने की आवश्यकता है ताकि इन्हें कार्यवाही का भय बना रहे और भविष्य में इस तरह की गुणवत्ताहीन  निर्माणों की पुनरावृति अन्य किसी भी पंचायतों में ना हो सके और शासन की मंशा भी सफल हो सके?

 जब से खड़गवां ग्रामीण यांत्रिकी विभाग खड़गवां में इंजिनियर के पद पर पदस्थ थे उसके बाद प्रमोशन में अनुविभागीय अधिकारी बनकर ग्रामीण यांत्रिकी विभाग खड़गवां में पुनः पदस्थ हुए हैं तब से लेकर कर आज तक के कार्यकाल में जितने भी सी सी से संबंधित निर्माण कार्य हुए हैं उनकी गुणवत्ता और मापदंड के अनुरूप नहीं हुए हैं इसकी जांच हो जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा ?

 जब चुनाव आयोग के द्वारा जिले के कलेक्टर एवं एस पी हटा दिए गए मगर खड़गवां मुख्यालय के ग्रामीण यांत्रिकी विभाग में में पदस्थ अनुविभागीय अधिकारी जो पिछले तेरह से चौदह सालों से एक ही स्थान पर पदस्थ हैं उस चुनाव आयोग हटाना भूल गया क्या?

इस संबंध में खड़गवां ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी के के चौधरी से सीसी सड़कों के संबंध में जानकारी चाही तो उन्होंने ने कहा कि हमारे द्वारा निर्मित सड़कों की गुणवत्ता की देखरेख किया जा रहा है अगर कहीं पर गलत दिखाई दे रहा है वहां का भुगतान रोक दिया है जब तक सी सी सडक का निर्माण कार्य पुनः नहीं किया जाएगा तभी निर्माण कार्य की राशि का भुगतान किया जाएगा।


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