-राजा मुखर्जी-
कोरबा,14 अक्टूबर 2023 (घटती-घटना)। भारत सरकार ने ग्रामीण आबादी को शुद्ध और स्वच्छ पानी उपलध कराने के लिए नल-जल योजना को प्रारंभ किया था जिसका उद्देश्य हर घर सुध पानी पहुंचाना था द्य भारत सरकार के द्वारा आकांक्षी जिला घोषित कोरबा के ग्रामीण क्षेत्र में संचालित नल-जल योजना पर कई करोड़ रुपए खर्च किये जा रहे हैं लेकिन कई क्षेत्रों में निगरानी की कमी और घोर लापरवाही बरते जाने के कारण यह योजना अंतिम सांस ले रही है। जगह-जगह कई प्रकार की टूटफूट के साथ-साथ अन्य शिकायतें सामने आ रही है। कोरबा जिले में विकास से जुड़ी अन्य परियोजनाओं के मामले में कई प्रकार के दावे किये जा रहे हैं और अच्छे परिणाम लाने पर भी पूरा जोर दिया जा रहा है। जिसके अंतर्गत कहा गया है कि मैदानी अमला सतत मानिटरिंग करें, ताकि गुणवाापरक कार्य हो और जनता को लंबे समय तक इसका फायदा मिले। इसके विपरित कोरबा जिले के पाली लाक के पहाड़ गांव, पहाड़ जमड़ी, राईकछार, नगोई भांठा जेमरा, रतखंडी, आदि क्षेत्रों में निर्माण कार्यों की गति काफी दोयम दर्जे की देखी गई है। जेमरा में प्लेटफार्म बनते ही टूट रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत जेमरा में एसडीओ श्रीमती मिश्रा ने जब निर्माण कार्य का अवलोकन किया तो प्लेटफार्म टूट गया। इसे लेकर ठेकेदार को फटकार लगाई गई है । वहीं जेमरा के ग्रामीणों ने बताया कि निर्धारित मापदंड के विपरीत गुणवााहीन काम को ठीक से करने की गुजारिश करने पर ठेकेदार द्वारा धौंस जमाते हुए कहा जाता है कि जितनी राशि आयी है, उसके हिसाब से काम किया जाएगा, तुम्हारे हिसाब से नहीं। विरोध करने पर ठेकेदार द्वारा धमकाया जाता है। ग्रामीण मनोहर कोर्राम, जगदीश सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार हमारी एक नहीं सुनता। पूरे क्षेत्र में गुणवााहीन कार्य हो रहा है और शायद केन्द्र सरकार की इस योजना का लाभ कुछ ही दिनों तक क्षेत्र को मिलेगा, उसके बाद समस्या जस की तस हो जाएगी।
कुछ गांव में तो ठेकेदार द्वारा सड़क से लगे झोपड़ीनुमा घरों के बाहर नल लगाया जा रहा है। बामुश्किल दो से छह मीटर पाईप बिछायी जा रहढ्ढ है। ग्रामीणों ने आंगन तक पाईप ले जाने की गुहार लगाई लेकिन ऐसा नहीं किया गया, जबकि नियम एवं शर्तों में सड़क से 15 मीटर तक पाईप लाईन बिछाने का है ढ्ढ रतखंडी निवासी ओमप्रकाश उरखेरा ने बताया कि ठेकेदार के आदमी द्वारा आंगन तक पाईप लाईन ले जाने के लिए अतिरिक्त पाईप के लिए पैसे की मांग की जाती है। ग्रामीणों का कहना है के निर्धारित पैरामीटर के अनुसार नल जल योजना से संबंधित कामकाज नहीं किया गया, इसलिए निर्माण से पहले ही योजना की वास्तविकता सामने आ रही है। गांव में बनी सीसी रोड को तोड़कर पाइपलाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। खास बात यह है कि एक इंच खोदकर पाइपलाइन को आड़े तिरछे बिछा देने से कई प्रकार की समस्याएं सामने आ रही हैं, जिसके कारण टेस्टिंग की प्रक्रिया में हितग्राहियों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। जेमरा सरपंच भंवर सिंह उइके के द्वारा इस मामले की शिकायत जिला प्रशासन से की गई है और उचित कार्रवाई करने की मांग की गई है।
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