अमृतसर में लश्कर के दो आतंकी गिरफ्तार;
लश्कर-ए-तैयबा माड्यूल के दो आतंकी गिरफ्तार, आइइडी, दो हैंडग्रेनेड, आठ डेटोनेटर, टाइमर स्विच बरामद
पाकिस्तान से आए थे हथियार, कत्थूनंगल में यह खेप लेने के लिए पहुंचे थे दोनो आतंकी
पंजाब व जम्मू कश्मीर की बड़ी शख्सियते थी इनके निशाने पर, दस दिन के रिमांड पर दोनों आतंकी
अमृतसर,14 अक्टूबर 2023 (ए)। पंजाब पुलिस ने प्रदेश में अशांति फैलाने की एक बड़ी साजिश नाकाम की है। पुलिस के स्टेट स्पैशल ऑप्रेशन सेल की टीम ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मॉड्यूल के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है।
यह दोनों आतंकवादी त्यौहारों पर पंजाब में किसी आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। केंद्रीय एजेंसियों के इनपुट के बाद एसएसओसी ने इन दोनों आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान जम्मू कश्मीर के राहपोरा खुदवानी के उजैर उल हक और खेरवा के राज मुहम्मद अंदलीब के रूप में हुई है।
ये सामान मिला इनके पास
इनके कब्जे से दो इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइज (आइइडी), दो हैंड ग्रेनेड, दो मैग्जीन समेत एक प्वाइंट 30 बोर का पिस्तौल और 24 कारतूस, आठ डेटोनेटर, एक टाइमर स्विच और चार बैटरियां बरामद की है। इन दोनों आतंकियों को बाद दोपहर एसएसओसी की तरफ से अदालत में पेश किया गया।
अदालत ने एसएसओसी को इनका दस दिन का रिमांड दिया है। एसएसओसी इनसे पूछताछ करेगी, जिसके पश्चात कई खुलासे होने की संभावना है। स्टेट स्पैशल ऑप्रेशन सैल की टीम ने इनके खिलाफ मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरु कर दी है।
एसएसओसी को मिली थी इनके बारे में जानकारी
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि आतंकी माड्यूल को लश्कर-ए-तैयबा का सक्रिय सदस्य फिरदौस अहमद भट संभालता है और अहमद भट्ट भी इसमें शामिल है। आतंकियों द्वारा पंजाब में शांति भंग करने की कोशिश की जा रही थी। इसका पुलिस ने पर्दाफाश किया है। उन्होंने कहा कि एसएसओसी को इनपुट मिला था कि लश्कर-ए-तैयबा द्वारा हथियारों और विस्फोटक की बड़ी खेप सीमा पार से भारत पहुंची है। इस मॉड्यूल के दो आतंकी कत्थूनंगल क्षेत्र में इस खेप को लेने वाले है। इसी के आधार पर एसएसओसी ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ तालमेल करके इलाके में एक विशेष मुहिम चलाई और दोनों को हथियारों की खेप के साथ काबू कर लिया गया।
उन्होंने कहा कि गिफ्तार किए गए दोनो आतंकी इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मों द्वारा फिरदौश अहमद भट के लगातार संपर्क में थे और उसने वीरवार को अमृतसर से हथियारों की खेप प्राप्त करके कश्मीर घाटी लाने के लिए इन दोनों को भेजा था। इसी के आधार पर एसएसओसी ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ तालमेल कर इलाके में एक विशेष अभियान चलाया और दोनों को हथियारों की खेप के साथ गिरफ्तार कर लिया।