- क्या दोनों पार्टी के प्रत्याशी सिर्फ उस गांव में वोट मांगने गए थे आज तक?
- क्या फिर से प्रशासन समझा बूझाकर एकबार फिर ग्रामीणों को वोट दिलाने में कामयाब होगी या फिर सड़क बनवाएगी?
- मामला सूरजपुर जिले के गिरवरगंज ग्राम पंचायत का,सड़क की मांग को लेकर ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का किया है ऐलान।
ओंकार पाण्डेय
सूरजपुर 12 अक्टूबर 2023 (घटती-घटना)। 15 साल की भाजपा और 5 साल की कांग्रेस सरकार नहीं बन पाई एक गांव की एक सड़क वादे तो हर बार चुनाव लड़ने वाले दोनों पार्टी का प्रत्याशियों ने किया पर वादा किसी प्रत्याशी ने जीतने के बाद पूरा नहीं किया, जिस बात को लेकर ग्रामीणों में काफी रोष है एक बार फिर ग्रामीण सबक सिखाने के लिए चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी है, साथी दोनों राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशियों को भी सबक सिखा सकती है जनता, अब देखना यह है कि ग्रामीणों के चुनाव बहिष्कार करेंगे या फिर प्रशासन इन्हें मनाने में सफल होगा, पर बात भी अजीबोगरीब है जब प्रत्याशियों को वोट की जरूरत होती है तो हाथ जोड़कर ग्रामीणों के पास खड़े हो जाते हैं और जब ग्रामीणों को उस जीते हुए जनप्रतिनिधि की जरूरत होती है तब जीते हुए जनप्रतिनिधि हाथ झाड़ लेते हैं ऐसा लगता है कि सिर्फ जीतने तक के लिए ही प्रतिनिधियों को जनता से प्यार है उसके बाद तो फिर जनता इनके लिए बेकार है?
ज्ञात हो की प्रदेश में आचार संहिता लग चुका है, निर्वाचन आयोग शत प्रतिशत मतदान के लिए कई जागरूकता अभियान चला रहा है, वही सूरजपुर मुख्यालय से महज कुछ दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत गिरवरगंज के सरपंच सहित ग्रामीण चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं,, दरअसल ग्रामीणों का आरोप है कि गांव की सड़क की स्थिति पिछले कई दशकों से बदहाल है,, ग्रामीणों के द्वारा इसकी शिकायत लगातार जनप्रतिनिधियों से लेकर कलेक्टर से भी की गई है, बावजूद इसके आज तक ग्राम पंचायत के सड़कों की स्थिति जस की तस बनी हुई है,, इसके बाद स्थानीय ग्रामीण काफी आक्रोशित है और उन्होंने सीधे तौर पर सड़क न बनने तक चुनाव बहिष्कार की घोषणा कर दी है,, ग्रामीणों के बहिष्कार की घोषणा के बाद जिला प्रशासन की नींद खुली और जनपद सीईओ के साथ नायब तहसीलदार सूरजपुर ग्राम पंचायत पहुंचकर ग्रामीणों को समझाइश देने का प्रयास किए,, जहां एक ओर अधिकारी यह मान रहे हैं कि वह ग्रामीणों को समझाने में सफल हो जाएंगे और ग्रामीण अपना बहिष्कार का फैसला वापस ले लेंगे,, वहीं ग्रामीण अपनी बात पर डटे हुए हैं कि जब तक गांव की सड़क का निर्माण नहीं होता है तब तक वह मतदान नहीं करेंगे,, वही प्रदेश में आचार संहिता लगी हुई है, जिसकी वजह से नए कार्य की स्वीकृति संभव नहीं है, ऐसे में यह साफ है कि विधानसभा चुनाव तक ग्राम पंचायत की सड़क बन पाना मुश्किल होगा,, वर्तमान स्थिति को देखते हुए निश्चित ही निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के लिए इन ग्रामवासियों को समझाना आसान नहीं होगा।
20 वर्षों में भी नहीं बन सकी सड़क,दोनो दलों को मिला क्षेत्र में मौका,आखिर क्यों आई चुनाव बहिष्कार की नौबत उठ रहे सवाल
गिरवर गंज ग्राम पंचायत जो सूरजपुर जिले के जिला मुख्यालय से महज तीन साढ़े तीन किलोमीटर ही दूर है वहां ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया है,ग्रामीणों का कहना है की 15 साल भाजपा सत्ता में रही वहीं 5 साल कांग्रेस भी सत्ता में रही किसी ने इस ग्राम के सड़क समस्या को लेकर ध्यान नहीं दिया,दोनो ही दलों के विधायकों को क्षेत्र सहित ग्राम के लोगों ने मौका दिया विजई बनाया अब और नहीं ,ग्राम वासियों का कहना है की ग्राम की सड़क समस्या का निराकरण सड़क बनने के बाद ही हो सकता है और यह सड़क नहीं बनी तो वह विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे,अब सवाल यह उठता है की आखिर क्या वजह रही की ग्राम की सड़क समस्या पर किसी का ध्यान नहीं गया भाजपा सहित कांग्रेस विधायकों का जिस कारण ग्रामीण आज चुनाव बहिष्कार की स्थिति में हैं।यदि किसी ने भी ग्राम के विषय में सोचा होता सड़क बन गई होती यह कहा जा सकता है और किसी ने सोचा ही नहीं इसलिए ही यह नौबत आई है यह भी कहना गलत नहीं होगा।
चुनाव आयोग के मतदान की अपील पर पड़ सकता है असर,यदि ग्राम वासियों ने मतदान का किया बहिष्कार
मुख्य चुनाव आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा मतदाताओं से अपील की गई है की मतदाता ज्यादा से ज्यादा घर से बाहर निकलकर आएं और मतदान करें,मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा है की हमने छः माह की मेहनत के बाद चुनाव की तारीखों का ऐलान किया है,किसी मतदाता को परेशानी न हो इसका ध्यान रखा है इसलिए सभी मतदान करने घर से निकलें लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लें उन्होंने अपील की है,अब यदि गिरवर गंज पंचायत के लोग चुनाव के बहिष्कार करते हैं चुनाव आयोग की अपील पर भी असर पड़ेगा यह कहा जा सकता है।
संतोषी सिंह, सरपंच गिरवरगंज ग्राम पंचायत
ग्राम पंचायत के तीनों मुहल्लों में सड़क निर्माण की मांग है,कलेक्टर सहित विधायक को मांग पत्र दिया गया है,क्यों सड़क निर्माण की स्वीकृति नहीं मिल पा रही है यह तो नहीं पता चल पा रहा है लेकिन ग्राम वासियों ने ठाना है की यदि सड़क निर्माण नहीं होता है तो चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा आगामी विधानसभा चुनाव का।
विजय राजवाड़े, ग्रामीण
ग्राम पंचायत में सड़क की समस्या है,ग्राम जिला मुख्यालय से महज तीन साढ़े तीन किलोमीटर दूर है बावजूद इसके ग्राम में सड़क का अभाव है,बरसात में चलना भी दूभर हो जाता है,मुख्यमंत्री,मंत्री,जनदर्शन में कलेक्टर को सहित विधायक को भी अवगत कराया गया था लेकिन आज तक सड़क की मांग पूरी नहीं हुई,15 साल भाजपा 5 साल कांग्रेस की सरकार में भी सड़क की मांग ग्राम की पूरी करने कोई सामने नहीं आया,हमने सड़क की मांग को लेकर चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया है यदि सड़क का निर्माण नहीं होता है तो हम चुनाव का बहिष्कार करेंगे और इसके लिए होर्डिंग बैनर भी हम लगवाएंगे और अभियान के तौर पर इसका पालन करेंगे।
विनोद सिंह, सीईओ जनपद पंचायत सूरजपुर
90 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य हमने रखा है,स्वीप का कार्यक्रम भी चल रहा है ग्राम वासियों की मांग के संदर्भ में उन्हे समझाइश दी गई है की मतदान करें उनकी मांग सुनी जाएगी,ग्राम वासी मतदाता हैं मान जाएंगे यह विश्वास है हमे।