अंबिकापुर,@मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सोनोग्राफी कराना नहीं आसान,बोलते हैं…सप्ताह भर बाद आइए…

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अंबिकापुर,13 अक्टूबर 2023 (घटती-घटना)। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में समय पर डायग्नोस्टिक नहीं हो रहा है। सोनोग्राफी, सीटी स्कैन व लड जांच रिपोर्ट के लिए मरीजों को हफ्तों इंतजार करना पड़ रहा है। सोनोग्राफी के लिए 8 से 10 दिनों तक तो सीटी स्कैन के लिए 3 से 4 दिनों तक लंबा इंतजार करना पड़ता है। वहीं मरीजों को तत्काल लड जांच का रिपोर्ट भी नहीं मिल पाती है। हालांकि सीटी स्कैन व सोनोग्राफी की तुलना में लड की रिपोर्ट जल्दी मिल जाती है। अमूमन लड रिपोर्ट सैंपल कलेक्शन के दूसरे दिन मिल जाती है।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लड जांच, सीटी स्कैन व सोनोग्राफी कराने के लिए मरीजों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है। हमर लैब, सीटी स्कैन व सोनोग्राफी कक्ष के बाहर हर दिन मरीजों की लंबी लाइन लगी रहती है। मरीज स्ट्रेचर, व्हील चेयर पर कराहते हुए अपनी बारी का इंतजार करते रहते हैं। इसके बाद भी इन्हें समय पर जांच की सुविधा नहीं मिल पाती है। मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी सोनोग्राफी के लिए उठानी पड़ती है। घंटों इतजार करने के बाद भी सोनोग्राफी नहीं हो पाता है और उन्हें अगली तारीख दे दी जाती है। इससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं दूर दराज ग्रामीण क्षेत्र से आए मरीज बिना सोनोग्राफी कराए वापस घर लौट जाते हैं। वहीं इमरजेंसी वाले मरीज निजी डायग्नोस्टिक सेंटर जाकर सोनोग्राफी कराने को मजबूर होते हैं। इस स्थिति में मरीजों व उनके परिजन को परेशानी के साथ-साथ आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
3 रेडियोलॉजिस्ट के भरोसे सोनोग्राफी व सीटी स्कैन
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 3 रेडियोलॉजिस्ट हैं और इन्हीं के भरोसे सोनोग्राफी व सीटी स्कैन की जिम्मेदारी है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि सीटी स्कैन व सोनोग्राफी के लिए 1-1 रेडियोलॉजिस्ट की ड्यूटी लगाई जाती है। इसी बीच हर दिन किसी न किसी रेडियोलॉजिस्ट को न्यायिक प्रकरणों में बयान देने के लिए न्यायालय जाना पड़ता है।
इधर रेडियोलॉजिस्ट ने
ली छुट्टी उधर व्यवस्था बिगड़ी
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रति दिन 800-1000 मरीज ओपीडी में आते हैं। जिसमें लगभग 60-70 मरीजों को सोनोग्राफी व 8-10 मरीजों को सीटी स्कैन की आवश्यकता होती है। मरीजों के इतने दबाव के बीच मात्र 3 रेडियोलॉजिस्ट हैं। अगर इनमें से एक भी रेडियोलॉजिस्ट अगर छुट्टी पर चले जाते हैं तो डायग्नोस्टिक व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ जाती है।
लड जांच व सोनोग्राफी के लिए भी परेशानी
मरीजों की सुविधा के लिए हमर लैब की व्यवस्था की गई है। इसके बावजूद भी मरीजों को राहत नहीं मिल पा रहा है। हमर लैब के बाहर प्रति दिन मरीजों की लंबी लाइन लगी रहती है। वहीं मरीज को लड व पेशाब जांच की रिपोर्ट के लिए दूसरे दिन का इंतजार करना पड़ता है। वहीं सीटी स्कैन की रिपोर्ट 3 से 4 दिन बाद आती है।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों का काफी दबाव है। रेडियोलॉजिस्ट मात्र तीन हैं। जो कि आवश्यकता से कम हैं। शासन से रेडियोलॉजिस्ट की और मांग की गई है। अगर रेडियोलॉजिस्ट मिल जाते हैं तो व्यवस्था सुधर जाएगी।
आरसी आर्या,मेडिकल कॉलेज अस्पताल अधीक्षक


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