अंबिकापुर 08 अक्टूबर 2023 (घटती-घटना)। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नवजात की गर्भ में ही मौत हो गई। अनिल पंडो रमकोला थाना क्षेत्र के ग्राम दुलदुली का रहने वाला है। वह पत्नी २१ वर्षीय इंद्रावति को प्रसव पीड़ा होने पर रमकोला स्वास्थ्य केन्द्र में शनिवार की सुबह ६ बजे भर्ती कराया था। नॉर्मल डिलिवरी न होने और ऑपरेशन की व्यवस्था न होने के कारण वहां के चिकित्सकों ने महिला को मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर रेफर कर दिया था। परिजन निजी वाहन से शनिवार की रात ८ बजे महिला को लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे और भर्ती करवाया। भर्ती करवाने के बाद परिजन बार-बार ड्यूटी डॉक्टर व स्टाफ नर्स से संपर्क करते रहे पर इनके द्वारा यह कह कर टाल दिया गया कि पहला बच्चा है नॉर्मल डिलिवरी का इंतजार किया जा रहा है। लगभग १८ घंटे बीत जाने के बाद रविवार की दोपहर २ बजे महिला का ऑपरेशन कर प्रसव कराया गया। तब तक बच्चे की गर्भ में ही मौत हो चुकी थी। वहीं मां की भी स्थिति गंभीर बनी हुई है। उसे ऑपरेशन के बाद आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
अगर समय रहते हो जाता ऑपरेशन तो बच्चे की नहीं होती मौत
समय पर ऑपरेशन न होने के कारण गर्भ में ही बच्चे की मौत के बाद परिजन ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। बच्चे के पिता का कहना है कि रमकोला अस्पताल से रेफर करने पर शनिवार की रात ८ बजे पत्नी को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया था। इसके बाद से हमलोग चिकित्सकों व स्टाफ से ऑपरेशन करदेने की गुहार लगाते रहे पर इनके द्वारा बार-बार यह कह कर टाल दिया गया कि नॉर्मल डिलिवरी हो जाएगी। अगर समय रहते उसका ऑपरेशन कर दिया जाता तो बच्चे की गर्भ में मौत नहीं होती।