बैकुण्ठपुर@क्या बैकुंठपुर विकासखंड बना अविश्वास प्रस्ताव का इतिहास रचने वाला विकासखंड?

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  • अब विकासखंड में कब कौन सरपंच हो जाए अविश्वास प्रस्ताव के आघात का शिकार कह नहीं सकते।
  • कटकोना ग्राम पंचायत के अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग में घंटे फंसी रही रिटर्निंग ऑफिसर।
  • अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग के लिए तीन दिन पहले ही सरपंच को मिला जारी हुआ नोटिस।
  • क्या षड्यंत्र के तहत दिन पहले दिया गया नोटिस जिससे अपील करने का ना मिले सरपंच को मौका?
  • रात के 11 बजे तक चला ड्रामा एसडीएम बैकुंठपुर के आने बाद मामला हुआ शांत।
  • एसडीएम ने दिया दोबारा वोटिंग कराने का आश्वासन।
  • राजनीतिक दबाव में हो रहा था अविश्वास प्रस्ताव का खेल,गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने भी किया इसका विरोध।
  • जनता द्वारा सीधे चुने गए सरपंचों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर भी जाना जायेगा बैकुंठपुर विधानसभा का यह कार्यकाल।
  • पहली बार कई सरपंचों के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव,बैकुंठपुर विकासखंड में कई सरपंचों के खिलाफ लाया जा चुका अविश्वास प्रस्ताव।
  • कई पंचायतों में सरपंचों ने बचा ली अपनी कुर्सी,कई जगह कुर्सी भी गवानी पड़ी कई सरपंचों को।
  • सरपंच संघ के भी औचित्य पर है सवाल,सरपंचों के हितों की रक्षा को लेकर सरपंच संघ गंभीर नहीं।
  • बैकुंठपुर विकासखंड बना अविश्वास प्रस्ताव का इतिहास रचने वाला विकासखंड।
  • अब विकासखंड में कब कौन सरपंच हो जाए अविश्वास प्रस्ताव के आघात का शिकार कह नहीं सकते।

-रवि सिंह-

बैकुण्ठपुर 04 अक्टूबर 2023 (घटती-घटना)। जिले के जनपद पंचायत बैकुंठपुर के ग्राम पंचायत कटकोना में अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग कराने पहुंची रिटर्निंग अफसर द्वारा अविश्वास प्रस्ताव के दौरान हुई वोटिंग की जानकारी नही देने को लेकर बवाल मच गया, शाम 6 बजे से 10.30 बजे रात तक महिला सरपंच और पंच उनकी कार के सामने जमीन पर बैठ गए, एसडीएम बैकुंठपुर मौके पर पहुंची तब जाकर दोबारा वोटिंग के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ और रिटर्निंग अफसर वहां से जा पाईं वही पंचायत सचिव शाम 6 बजे ही कार्यवाही पंजी लेकर घर निकल गया।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत कटकोना में 21 पंच है औऱ आज अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होना था, धारा 40 की कार्यवाही करने तहसीलदार पटना को रिटर्निंग अफसर नियुक्त कर भेजा गया था, वोटिंग हुई, सरपंच का कहना है कि 2 तिहाई मत नही होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव गिर गया, उनका कहना है  3 मत निरस्त हुए और 5 उनके साथ थे, 13 मत ही विपक्ष में थे, पर रिटर्निंग अफसर इसकी जानकारी नही दे रही थी जिसकी मांग को लेकर वो उनकी कार के सामने बैठी रहीं, सचिव उनकी बात नही सुनता और कार्यवाही पूरी हुई नही कार्यवाही रजिस्टर लेकर अपने घर चला गया। वही मामले की जानकारी  होने के बाद काफी संख्या में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए, प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर संजय कमरो ने कलेक्टर को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद एसडीएम अंकिता सोम मौके पर पहुंची, मामले की जानकारी रिटर्निंग अफसर से लेकर उन्होंने सरपंच को अविश्वास प्रस्ताव के लिए नई डेट देने का आश्वासन दिया जिसके बाद वहां उपस्थित लोगों ने ताली बजाकर निर्णय का स्वागत किया, जिसके बाद 6 घण्टे से लोगों के बीच फंसी रिटर्निंग अफसर वहां से निकल सकीं। मामले में सरपंच ने कई गंभीर आरोप लगाए और पूरी प्रक्रिया को अविश्वास प्रस्ताव के दौरान की को लेकर उन्होंने सवाल उठाए और मामले को राजनीति से प्रेरित बताया।
कोरिया का बैकुंठपुर विधानसभा या विकासखंड में सरपंचों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जाना जायेगा यह पंचवर्षीय विधानसभा का कार्यकाल
कोरिया जिला कहें बैकुंठपुर विधानसभा कहें या विकासखंड बैकुंठपुर कहें जारी पंचवर्षीय विधानसभा कार्यकाल यहां के लिए सरपंचों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जाना जायेगा। विगत पांच वर्षों में कई जनता द्वारा सीधे निर्वाचित सरपंचों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का मामला सामने आया। इस दौरान कई में सरपंचों को कुर्सी गंवानी पड़ी वहीं कई में सरपंचों ने कुर्सी बचा ली। वैसे इन पांच सालों में किस सरपंच के खिलाफ कब अविश्वास का मामला सामने आ जाए इसको लेकर संशय बना ही रहा। कटकोना सरपंच का मामला भी उन्हीं में से एक है,जिसमे उनकी कुर्सी बची है या चली गई यह आने वाले समय में पता चल सकेगा।
सरपंच संघ भी सरपंचों के खिलाफ लगातार आ रहे  अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मौन साधे बैठा है,क्या संघ का गठन मात्र पद प्रतिष्ठा मात्र के लिए किया गया है?
बैकुंठपुर विकासखंड में विगत पांच वर्षों के दौरान कई ग्राम पंचायत सरपंचों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का मामला सामने आया है। इस दौरान कई सरपंच कुर्सी गवां भी चुके हैं कई कुर्सी बचा भी चुके हैं। वहीं जब जब सरपंचों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया तब तब सरपंच कहीं न कहीं मजबूर और बिना नेतृत्व या बिना संगठित नजर आए जबकि जिले में बकायदा सरपंच संघ का गठन है जिसका काम सरपंचों के हितों की सुरक्षा करना है। सरपंच संघ किसी भी मामले में खुलकर सामने आया हो लगता नहीं है और यदि आया भी है तो वह बहुत ज्यादा देर सरपंचों के साथ खड़ा नजर आया हो कभी नजर नहीं आया। यह सबकुछ देखकर कहा जा सकता है की सरपंच संघ सरपंचों के हितों को लेकर गंभीर कभी नहीं रहा जबकि उसका गठन सरपंचों के हितों की सुरक्षा के लिए हुआ है। वैसे संघ पद प्रतिष्ठा साबित करने के लिए गठित है ऐसा भी अब वह सरपंच कह रहे हैं जिनके खिलाफ अविश्वास का खेल खेला जा रहा है और जिन्हे संघ का साथ नहीं मिल रहा है।
कटकोना ग्राम पंचायत सरपंच के खिलाफ लाया गया अविश्वास राजनीति से प्रेरित अविश्वास प्रस्ताव,गोंडवाना गणतंत्र पार्टी
कटकोना सरपंच के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव राजनीति से प्रेरित अविश्वास प्रस्ताव था सरपंच पर किसी तरह का कोई मनमानी करने का आरोप नहीं है यह गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का कहना है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने मामले में हस्तक्षेप करने की बात कहते हुए कहा की कटकोना सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव राजनीतिक वजहों से एक राजनीतिक दल के द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव है। सरपंच पर लगाए गए आरोप निराधार हैं।


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