वेबसाइट से जुड़ी 30 से ज्यादा लोकेशन्स पर दिल्ली पुलिस का छापा
नोएडा-गाजियाबाद समेत 30 जगहों पर तलाशी
नईदिल्ली,03 अक्टूबर 2023(ए)। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को न्यूजक्लिक से जुड़े पत्रकार उर्मिलेश, औनिंद्यो चक्रवर्ती और अभिसार शर्मा समेत 7 पत्रकारों के घर पर रेड डाली। इनमें से कई पत्रकारों ने ट्वीट कर बताया है कि पुलिस ने उनके घरों में रेड डाली है और उनके मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं।
जिन पत्रकारों के यहां रेड चल रही है, उनमें प्रमुख रूप से प्रबीर पुरकायस्थ, संजय राजौरा, उर्मिलेश, भाषा सिंह, औनिंद्यो चक्रवर्ती, अभिसार शर्मा और सोहेल हाशमी हैं। कहा जा रहा है कि ये सभी न्यूज वेबसाइट न्यूजक्लिक से जुड़े हुए हैं। अभिसार शर्मा नोएडा और उर्मिलेश गाजियाबाद में रहते हैं। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि पुलिस ने कथित तौर पर वेबसाइट से जुड़ी 30 से ज्यादा लोकेशन्स पर छापा मारा है। पुलिस ने कहा- न्यूजक्लिक से जुड़े अलग-अलग ठिकानों पर रेड की जा रही हैं। अभी तक इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। इस मामले में आगे की जांच अभी जारी है।
इससे पहले, 22 अगस्त को दिल्ली हाईकोर्ट ने न्यूजक्लिक के एडिटर इन चीफ प्रबीर पुरकायस्थ को नोटिस दिया था। यह नोटिस दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंसेस विंग की याचिका पर दिया गया था। पुलिस ने याचिका में कोर्ट के अंतरिम आदेश को वापस लेने की अपील की थी, जिसमें न्यूज साइट के खिलाफ सख्त एक्शन लेने पर रोक लगाई गई थी।
न्यूज़क्लिक के खिलाफ यूएपीए के सेक्शन(16)-आतंकवादी अधिनियम, सेक्शन (17)- आतं कवादी गतिविधियों के लिए धन जुटाना, सेक्शन (18)- साजिश रचना, सेक्शन 22(सी)-कंपनियों द्वारा अपराध के तहत मामला दर्ज किया गया है. दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने पहले फंडिंग के स्रोतों की जांच करते हुए फर्म के परिसरों पर छापेमारी की थी. इसके बाद केंद्रीय एजेंसी द्वारा दिए गए इनपुट के आधार पर स्पेशल सेल ने नया मामला दर्ज किया था। ये छापेमारी इसी केस में की गई है. तब यह मामला यूएपीए आईपीसी की धारा 153ए (दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और आईपीसी की धारा 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत दर्ज किया गया।
पत्रकार उर्मिलेश और सत्यम तिवारी को हिरासत में लिया गया है। इसके अलावा पत्रकार अभिसार शर्मा औरन्यूज़क्लिक के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ को स्पेशल सेल के दफ्तर लाया गया है। इसके अलावा तमाम पत्रकारों के फोन और लैपटॉप भी जब्त कर लिए हैं.। स्पेशल सेल ने कुछ दस्तावेज भी जब्त किए हैं। इसके अलावा मुंबई में तीस्ता सीतलवाड़ के घर पर भी छापेमारी हुई है। हिरासत में लिए जाने से पहले अभिसार शर्मा ने ट्वीट किया, दिल्ली पुलिस उनके घर पर पहुंच गई है और उनका लैपटॉप और मोबाइल जब्त कर लिया है। वहीं, एक और पत्रकार भाषा सिंह ने लिखा, मेरे फोन से ये आखिरी ट्वीट. दिल्ली पुलिस ने मेरा फोन जब्त कर लिया है।
6 कैनिंग लेन में स्थित सीपीएम दफ्तर पर भी छापेमारी की गई है। दरअसल, सीपीएम दफ्तर में काम करने वाले श्रीनारायण के बेटे सुमित कुमार न्यूज क्लिक के दफ्तर में ग्राफिक्स और वीडियो टीम में काम करते हैं. सीपीएम दफ्तर में उन्हीं के कमरे में रेड हुई. सुमित कुमार का मोबाइल और लैपटॉप पुलिस ने जब्त कर लिया है। न्यूज़क्लिक पर हाल ही में भारत में चीनी प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए अमेरिकी करोड़पति नेविल रॉय सिंघम से कथित तौर पर फंडिंग मिलने के आरोप लगे थे. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि द न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे अखबार भी स्वीकार कर रहे हैं कि नेविल रॉय सिंघम और उनका न्यूज़क्लिक चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के खतरनाक हथियार हैं और दुनिया भर में चीन के राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा दे रहे हैं।
पत्रकारों के 100 से ज्यादा ठिकानों पर छापा
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के अधिकारियों ने दिल्ली में न्यूज़क्लिक के कार्यालय को सील किया. दिल्ली पुलिस यूएपीए और अन्य धाराओं के तहत न्यूज़क्लिक से जुड़े विभिन्न परिसरों पर छापेमारी कर रही है.
500 जवान शामिल दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को ऑनलाइन पोर्टल न्यूज़क्लिक के दफ्तर और उसमें काम करने वाले पत्रकारों के घरों पर छापे मारे. ये छापेमारी दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और मुंबई में करीब 100 ठिकानों पर चल रही है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के करीब 500 पुलिसकर्मी रेड में शामिल हैं. इसके अलावा कुछ पत्रकारों को भी हिरासत में लिया गया है. न्यूज़क्लिक के खिलाफ ये कार्रवाई 17 अगस्त को दर्ज यूएपीए के तहत की गई है।
टीएस सिंहदेव ने दिल्ली में पत्रकारों के यहां पड़ी रेड को बताया निंदनीय
टीएस सिंहदेव ने दिल्ली में पत्रकारों के यहां पड़ी रेड को निंदनीय बताते कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक स्वस्थ लोकतंत्र की आधारशिला है, और इस तरह की कार्रवाइयां हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों के सार को कमजोर करती हैं। ऐसे व्यक्तियों को निशाना बनाना जो अपनी राय व्यक्त करने का साहस करते हैं, पारदर्शिता और जवाबदेही के सिद्धांतों के विरुद्ध है जो किसी भी लोकतांत्रिक देश के लिए महत्वपूर्ण हैं। अफसोस की बात है कि सवालों और आलोचनाओं को दबाने और प्रमुख मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए सत्ता का दुरुपयोग भाजपा सरकार का ट्रेडमार्क बन गया है।
बता दें कि आज दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजधानी दिल्ली और उससे सटे एनसीआर में न्यूज क्लिक वेबसाइट के पत्रकारों के ठिकानों पर रेड डाली है. यह कार्रवाई फॉरेन फंडिंग के मामले में यूएपीए के तहत की जा रही है. स्पेशल सेल ने मंगलवार को सुबह-सुबह एक साथ दिल्ली, नोएडा और गजियाबाद में रेड डाली है. बताया जा रहा है कि छापामार कार्रवाई 100 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ चल रही है. इस दौरान कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है, जिन्हें स्पेशल सेल लाया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक पत्रकार उर्मिलेश और सत्यम तिवारी को हिरासत में लिया गया है.।