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बैकुण्ठपुर@क्या सीटी स्कैन मशीन खरीदी मामले में थी गड़बड़ी फिर भी उद्घाटन कर बताया जा रहा बड़ी उपलब्धि?

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  • क्या सिटी स्कैन मशीन भी सोनोग्राफी मशीन की तरह खाने वाली है धूल डस्ट?
  • कोरिया जिले में स्वास्थ्य विभाग के लिए सिर्फ खरीदी थी जरूरी बाकि सुविधाएं क्रियान्वित हो लोगों को लाभ मिले इससे उन्हे कोई लेना देना नहीं।
  • पूरे ५ साल में एक भी टेंडर नहीं, बिना टेंडर की हुई मशीनों व दवाईयों की खरीदी।
  • पड़ोसी जिला सूरजपुर में टेंडर के साथ होती है खरीदी पर वहीं कोरिया जिले में बिना टेंडर के क्यों होती है खरीदी?
  • प्रशासन मशीन के संबंध में सही जानकारी देने के बजाय खबरों को गलत बात कार्यवाही करने की दे रही चेतावनी।
  • प्रशासन के अनुसार सीटी स्कैन मशीन किसी सुविधा से जरूरतमंदों को पहुंचेगा लाभ।
  • महंगे शुल्क से मिली छुटकारा, रियायती दर पर हो रही है जांच।
  • भ्रामक खबरों से रहें सावधान, होगी कड़ी कार्यवाही।

-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 30 सितम्बर 2023 (घटती-घटना)। कोरिया जिला इस समय स्वास्थ्य विभाग को लेकर पड़ा सुर्खियों में और हो भी तो क्यों ना क्योंकि स्वास्थ्य विभाग में जितना भ्रष्टाचार पनप रहा है उतना भ्रष्टाचार और कहीं नहीं, खासकर दवाई से लेकर अन्य सुविधाओं के समान तक खरीदी में जमकर भ्रष्टाचार देखा जा रहा है, एक बार फिर भ्रष्टाचार की बात इसलिए सामने आ रही है क्योंकि जिस सीटी स्कैन मशीन के खरीदी में गड़बड़ी होने की बात आ रही थी, जिसकी शिकायत भी हुई थी उसके बावजूद आनन फानन में उसका उद्घाटन हो गया, अब सवाल यह उठता है कि जिस खरीदी की जांच होनी थी और जांच के उपरांत इसका उद्घाटन हो सकता था आखिर ऐसी कौन सी हड़बड़ी थी कि बिना जांच के ही उपलब्धि गिनवाने के लिए उद्घाटन कर दिया गया? सुविधा बढ़ाना अच्छी बात है पर सुविधाओं के आड़ में भ्रष्टाचार करना यह एक अपराध है, जिला अस्पताल में सुविधा तो पड़ रही हैं पर उसे सुविधाओं का लोगों को लाभ मिलना कठिन है इससे पहले भी सोनोग्राफी मशीन आकर पड़ी है जिसका लाभ पूरी तरीके से मिल नहीं पा रहा वही एक बार फिर से यह मशीन सीटी स्कैन की आ गई है अब इसका लाभ भी कब मिलेगा यह एक बड़ा प्रश्न रहेगा। सीटी स्कैन मशीन के उद्घाटन की खबर जनसंपर्क कार्यालय ने दो दिन बाद की जारी किया और जारी करने के दौरान मशीन खरीदी से संबंधित मामले में बिना कुछ कहे मशीन से जुड़े लाभ को गिनवाते हुए लोगों को जानकारी दी, पर मशीन खरीदी में जो कमियां थी उसे पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आए, ऐसे में प्रशासन भी एक बार फिर सवालों के घेरे में, आखिर सीटी स्कैन मशीन की खरीदी को लेकर शिकायतकर्ता को संतुष्ट क्यों नहीं कर पा रहे? ऊपर से कमी बताने वाले को चेतावनी दे रहे है की भ्रामक खबर से सावधान रहे हो सकती है बड़ी कार्यवाही।
जिला अस्पताल बैकुंठपुर मे सीटी स्कैन मशीन का शुभारंभ हो गया, शुभारंभ बैकुंठपुर विधायक अम्बिका सिंहदेव ने किया। सोशल मीडिया में पोस्ट कर बताया जा रहा है कि वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई। और यह सही भी है। पर सुविधाओं की आड़ के बेतहाशा कीमत पर मशीन खरीदी पर सवाल खड़े हो रहे है? यह सही है कि जिला बनने के बाद से कोरिया जिला अस्पताल में सुविधाओं का टोटा रहा है, हम भी जिम्मेदारी से इस बात के साथ सरकार के साथ है कि चिकित्सा के क्षेत्र में सुविधाओं को आगे बढ़ाया जाना चाहिए। पर सुविधाओं के नाम पर स्वास्थ्य विभाग के भ्रष्टाचार को छुपाया नही जा सकता, बीते अक्टूबर माह से इस विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है। तमाम खरीदी की शिकायत के बाद जांच शून्य है जबकि सीटी स्कैन मशीन की स्थापना के लिए कई बार मुख्यमंत्री से लेकर प्रशासन से सवाल जवाब भी किया गया। तब जाकर एसईसीएल की सीएसआर मद से मशीन की खरीदी की गई है।
बैकुण्ठपुर में सी.टी. स्कैन की सुविधा से जरूरतमंद हो रहे लाभान्वित
विगत पौने पांच बरस में राज्य सरकार स्वास्थ्य अधोसरंचना के विकास पर जोर दिया है तो गांव व आदिवासी सुदूर अंचल में रहने वाले लोगों को रियायती व निशुल्क जांच, इलाज की सुविधा भी मुहैया कराने में कोई कसर नहीं छोड़े हैं। इसी कड़ी में जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर में सी.टी. स्कैन की सुविधा मिलने से स्थानीय व आसपास के मरीजों को काफी लाभ मिलने लगा है। स्थानीय लोगों द्वारा जिला अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा के लिए लगातार मांग की जा रही थी। जिला प्रशासन ने आम लोगों की जरूरत और भावनाओं के ध्यान रखते हुए तत्काल यह सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। बता दें सीटी स्कैन मशीन के सूचारू एवं सफल संचालन के लिए पॉवर बैकअप अंतर्गत डीजी सेट (जैनरेटर) की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। साउथ ईस्टर्न कोल फिल्डस लिमिटेड (एस.ई.सी.एल.) के द्वारा सी.एस.आर. मद से जिला चिकित्सालय, बैकुण्ठपुर में सीटी स्कैन मशीन की अनुपलब्धता के कारण गंभीर बीमारियों के आकलन में कठिनाई की आवश्यकता के आधार पर 64 स्लाईस सीटी स्कैन मशीन की स्थापना हेतु जून 2021 में 3 करोड़ 59 लाख रूपये की स्वीकृति दी गई थी। एस.ई.सी.एल. बिलासपुर द्वारा जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर में सी.एस.आर मद के तहत सीटी स्कैन मशीन स्थापित करने हेतु नियम एवं शर्तों के अनुरूप क्रय समिति का गठन किया गया था। क्रय समिति के तकनीकी सदस्यों के अनुमोदन उपरांत छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉपोरेशन लिमिटेड से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त होने के उपरांत छत्तीसगढ़ राज्य भण्डार क्रय नियम 2002 (यथा संशोधित 2022) नियमों का पालन करते हुए जेम के माध्यम से उपकरण क्रय करने की प्रक्रिया पूर्ण की गई थी।
सीटी स्कैन के संचालन हेतु दो रेडियोग्राफर का प्रशिक्षण मेडिकल कॉलेज एवं डी.के.एस. सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल रायपुर में कराया गया है
खबर के बाद आई सफाई कहा उक्त सीटी स्कैन के संचालन हेतु दो रेडियोग्राफर का प्रशिक्षण मेडिकल कॉलेज एवं डी.के.एस. सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल रायपुर में कराया गया है। सीटी स्कैन का रिर्पोटिंग रेडियोलॉजिस्ट के द्वारा टेली रेडियोलॉजी के माध्यम से कराया जा रहा है। स्थापित सीटी स्कैन मशीन के साथ तीन वर्ष का वॉरंटी के अतिरिक्त तीन साल का सी.एम.सी. की सुविधा भी है,जिससे मशीन में यदि कोई भी तकनीकी दिक्कत आने से तत्काल समय-सीमा में उपकरण सहित सुधार कार्य कराया जा सके। विदित हो कि जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर में स्थापित सीटी स्कैन मशीन भारत सरकार परमाणु ऊर्जा नियामक परिसर विकिरण संरक्षा प्रभाग (एटॉमिक एनर्जी रेगुलेटरी बोर्ड, रेडियोलॉजिकल सेफ्टी डिवीजन) से अनुमोदित है। विगत वर्षों से देश के विभिन्न शहरों में यह सीटी स्कैन मशीन स्थापित किया गया है। सीटी स्कैन मशीन के स्थापना के संबंध में वर्क स्टेशन, आवश्यक मानव संसाधन, अधोसंरचना एवं अन्य आवश्यक कार्यवाही स्वास्थ्य विभाग द्वारा समानांतर रूप से किया गया। लोक निर्माण विभाग (भ / स ) के द्वारा अधोसंरचना एवं लोक निर्माण विभाग (वि.यां.) के द्वारा विद्युत कार्य समय पर पूर्ण किया गया है। उक्त अधोसंरचना एवं विद्युत कार्य पूर्ण होने पर विगत दिनों इसका विधिवत प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शुभारम्भ किया है।
भ्रामक खबर पर कड़ी कार्यवाही जिला प्रशासन के माध्यम से की जाएगी मिली चेतावनी
बैकुण्ठपुर में 100 बिस्तर जिला चिकित्सालय भवन में कोरिया जिला सहित आसपास के जिले सूरजपुर एवं कोरबा के मरीजों को भी काफी राहत मिली है। पहले रेडियोलॉजी विभाग में जांच हेतु केवल डिजिटल एक्स-रे की सुविधा उपलब्ध थी। सड़क दुर्घटना एवं अन्य जटिल बीमारियों में सीटी स्कैन हेतु जरूरतमंद एवं गरीब मरीजों को निजी डायग्नोस्टिक सेंटर या अन्य शहर जाना पड़ता था। निजी संस्थानों में शुल्क काफी अधिक होने के कारण आर्थिक नुकसान का भी सामना करना पड़ता था, वहीं बाहर जाने से समय काफी लगता था। जिला अस्पताल में स्थापित सीटी स्कैन की गुणवत्ता को लेकर कुछ लोगों द्वारा भ्रामक प्रचार व अफवाह फैलाया जा रहा है। मुख्य जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा है कि ऐसे भ्रामक खबर पर कड़ी कार्यवाही जिला प्रशासन के माध्यम से की जाएगी। आम लोगों से अपील करते हुए कहा है कि सीटी स्कैन लग जाने से निजी संस्थान व बाहर शहर में जांच कराने के बजाय जिला अस्पताल आकर न्यूनतम दर पर प्रशिक्षित कर्मियों से ही जांच कराएं। सीटी स्कैन के शुभारंभ उपरांत अब तक चार मरीजों ने सीटी स्कैन से जांच कराए हैं। जिला प्रशासन के सकारात्मक पहल व त्वरित गति से की गई कार्यवाही से बैकुण्ठपुर में सीटी स्कैन जांच की सुविधा आम लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
3 करोड़ 59 लाख की मशीन
स्वास्थ्य विभाग ने जनसंपर्क के माध्यम से जानकारी जारी करते हुए बताया था कि सीटी स्कैन मशीन ३ करोड़ ५९ लाख की कीमत की है, और ये ६४ स्लाइस की है। परंतु ये किस कंपनी की कौन सी मशीन है इसकी जानकारी नही दी गई थी। बताया जा रहा है कि मशीन चाइना की है।
सीधे स्वास्थ्य विभाग ने खरीदी मशीन
बताया जा रहा है कि इस मशीन को स्वास्थ्य विभाग ने सीधा खरीदा है, जबकि स्वास्थ्य विभाग में हर तरह के निर्माण से लेकर दवाइयां, उपकरण की खरीदी का अधिकार, सीजीएमएससी को है, खरीदने के पूर्व सीजीएमएससी से लागत लेना है नही है तो अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना है, तभी खरीदी की जा सकती है। विभाग ने केंद्र सरकार की जेम वेबसाइट से इस मशीन की खरीदी की है जबकि इस पर चार गुना कीमत होने के आरोप लगते रहे है।
ब्रांडेड मशीन 64 स्लाइस की1 करोड़ 70 लाख तक
सीटी स्कैन मशीन की कीमत के लिए बाजार खुला हुआ है आज कोई भी गूगल पर जाकर मशीन की कीमत जान सकता है, दुनिया भर में जाने जानी वाली ब्रांडेड कंपनी सेमेंस की मशीन 64 स्लाइस वाली 4 करोड़ 30 लाख की आ रही है। तोशिबा की मशीन 1 करोड़ 70 लाख की आ रही है, इंडिया मार्ट के साथ सैकड़ो साइट है जिस पर मशीन की कीमत आसानी से देखी जा सकती है।
यूनाइटेड इमेजिन की मशीन खरीदी
स्वास्थ्य विभाग ने यूनाइटेड इमेजिन की यूसीटी 528 मॉडल की मशीन खरीदी है और वो भी 3 करोड़ 59 लाख की। इस कंपनी ने अपनी साइट पर किसी भी मशीन की कीमत नही बताइ है। चाइना की इस कंपनी को कई बार कीमत की जानकारी भी मांगी गई पर कीमत कंपनी ने शेयर नही की, इसका साफ मतलब है कि मशीन सिर्फ अपने डीलर को ही कीमत बताती होगी।
पड़ोस के जिला खरीद रहा है सीजीएमएससी से
नियम अनुसार उपकरण / मशीन की खरीदी के लिए सीजीएमएससी अधिकृत है ऐसे के पड़ोस के जिला सुरजपुर को भी सीएसआर को राशि से सीटी स्कैन मशीन खरीदी करना है, उनके द्वारा सीजीएमएससी से ही इस मशीन की खरीदी की जा रही है। अब सवाल ये खड़ा हो रहा है कि आखिर इतनी ज्यादा कीमत की मशीन को खरीदने के पहले जो एक आम आदमी करता है गूगल पर कीमत सर्च करना, क्या कीमत को सर्च नही गया होगा? क्या जानबूझकर एक ही डीलर से सब कुछ खरीदी की गई है?


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