कोरिया@मेरा पूरा गांव ही कांग्रेस है,कांग्रेस की विचारधारा से जुड़ा है:योगेश शुक्ला

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  • कांग्रेस कभी सत्ता के लिए संघर्ष नहीं करती कांग्रेस एक आंदोलन है।
  • हम जब से पैदा हुए तब से हमारे घर में कांग्रेसी नेताओं का जमावड़ा रहता था।
  • मैं पिछले 15 सालों से बैकुंठपुर विधानसभा से टिकट की मांग कर रहा हूं।
  • दैनिक घटती-घटना से योगेश शुक्ला की खास बातचीत।
  • बातचीत के दौरान कहीं ना कहीं योगेश शुक्ला का दर्द भी दिखा सामने।
  • जिनका पूरा परिवार व गांव कांग्रेसी रहा हो वहां के नेता ही कांग्रेस में उपेक्षित रहे, वह भी अपनी नौकरी गवाने के बाद भी।
  • उपेक्षा के बावजूद कांग्रेस के साथ खड़ा रहने के लिए अपने आप को किया समर्पित।
  • क्या कांग्रेस कभी योगेश शुक्ला के समर्पण को समझ पाएगी?

कोरिया 29 सितम्बर 2023 (घटती-घटना)। कोरिया जिले के साथ ही बैकुंठपुर विधानसभा के वरिष्ठ कांग्रेसी रनई जमीदार योगेश शुक्ला ने घटती घटना से खास बातचीत के दौरान बताया कि मेरा पूरा गांव ही कांग्रेस है हमारी पृष्ठभूमि ही कांग्रेस की है बचपन से ही हमारे घरों में कांग्रेस पार्टी के नेताओं का जमावड़ा लगा होता था, कांग्रेस पार्टी सत्ता के लिए संघर्ष नहीं करती है कांग्रेस पार्टी एक आंदोलन। आगे चर्चा में उन्होंने अपने से जुड़ी कुछ जानकारियां देते हुए बताया कि उनका जन्म स्थान बैकुंठपुर मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर रनई ग्राम है जो ग्राम पंचायत भी है, यहीं से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करते हुए आगे वह बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि मेरा पूरा खानदान ही कांग्रेसी रहा है मेरे दादाजी हनुमान प्रसाद शुक्ला 30 वर्षों तक बैकुंठपुर ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे, उनके निधन के बाद मैं अपने शिक्षक पद से इस्तीफा देते हुए कांग्रेस पार्टी में जुड़ा, और आज तक कांग्रेस की विचारधारा  से जुड़कर कांग्रेस पार्टी में जीवन व्यतीत कर रहे हैं, कांग्रेस पार्टी के विभिन्न पदों पर रहते हुए आज पीसीसी सदस्य हैं, वहीं उन्होंने आगे कहा की यदि वह और पहले की बात करें तो वह यूथ कांग्रेस में भी जिला सचिव रह चुके हैं, योगेश शुक्ला के बातचीत से यह भी बात सामने आई की वह जरा मायूस भी हैं पार्टी से उनका दर्द छलककर सामने आया वह कांग्रेस में रहने के बावजूद उपेक्षित रहे हैं यह उनकी बातों से सामने आया, पार्टी ने उन्हें उनके मेहनत के अनुरूप उन्हें मान सम्मान दिया कोई ऐसा पद नहीं दिया जो उनको मिलना चाहिए था। विपक्ष में रहते हुए भी उन्होंने अपनी पार्टी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और सत्ता में आने के बाद भी उन्होंने अपने पार्टी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई पर सत्ता में आने के बाद लगा था कि पार्टी उनके कार्यों से प्रसन्न होकर उन्हें आयोग जैसे पद तो जरूर देगी पर वहां भी उन्होंने अपेक्षा ही झेली। अपने अंदर के दर्द को उन्होंने दबाकर पार्टी के साथ चलने का ही फैसला किया है जब तक वह रहेंगे तब तक कांग्रेस के साथ ही रहेंगे यह भी उन्होंने तय कर रखा है भले से पार्टी उनके साथ जो व्यवहार करना है करें। इस बार उन्हें उम्मीद थी कि विधायक प्रत्याशी उन्हें बनाया जा सकता है विधायक की चाह होने के वजह से ही उन्होंने कभी भी छोटे चुनाव नहीं लड़े विधायक का बड़ा चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने अपने आपको तैयार कर रखा था लेकिन इस बार भी उनको मौका मिलना मुश्किल नजर आ रहा है यह भी उनकी बातों से समझ में आया।
ब्लॉक अध्यक्ष रहते उन्होंने संगठन को अलग पहचान दे रखी थी
योगेश शुक्ला ने बातचीत में कई बातों का खुलासा किया उन्होंने अपने ब्लॉक अध्यक्ष रहने के दौरान के समय की बातों को भी साझा किया और बताया की किस तरह जब वह ब्लॉक अध्यक्ष हुआ करते थे उन्होंने संगठन को अलग पहचान दे रखी थी, विपक्ष में रहते हुए भी उन्होंने किस तरह पार्टी को मजबूत बनाया हुआ था जिसका ही परिणाम था की उन्हे तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस कमेटी स्वर्गीय नंद कुमार पटेल ने बेस्ट ब्लॉक अध्यक्ष का पुरुस्कार दिया था, उन्होंने बताया की जब वह ब्लॉक अध्यक्ष थे तब उन्होंने यह नियम बनाया था की स्वतंत्रता दिवस हो या गणतंत्र दिवस ब्लॉक के अधिकांश ग्रामों में कांग्रेस पार्टी के लोग अलग अलग जगह उपस्थित होकर ध्वजारोहण करेंगे और पार्टी की मजबूती साबित करेंगे इससे उस समय पार्टी काफी मजबूत भी हुआ थी, उन्होंने क्षेत्रवासियों को लेकर भी बड़ी बात कही उन्होंने कहा की क्षेत्र के लोग जानते हैं की रनई का शुक्ला परिवार सभी के सुख दुख में खड़ा रहने वाला परिवार है और उन्होंने यह भी कहा की यही मेरा फर्ज भी है मेरे परिवार का भी फर्ज है की यदि मैने या मेरे परिवार ने किसी के सुख में शिरकत किया है तो उसके दुख में भी हम खड़े हों उसका हौसला बढ़ाएं।
टी एस सिंहदेव भी करते हैं वही विचारधारा उनकी भी है
योगेश शुक्ला ने कहा की जिस तरह प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ने अपने लोगों को अपने से जुड़े लोगों को आश्वासन दे रखा है और जिसको वह निभाते भी हैं की यदि कोई अपना है और वह कुछ गलत भी गलती से कर जाता है तो उसका साथ नहीं छोड़ना है जबतक की उसकी गलती साबित न हो जाए, कई बार अनजाने में गलतियां होती हैं गलत कोई नहीं करना चाहता और उस समय किसी नेता से जुड़ा व्यक्ति उससे मदद की उम्मीद रखता है जो करनी चाहिए और जो टी एस सिंहदेव जी भी करते हैं वही विचारधारा उनकी भी है यह उन्होंने क्षेत्रवासियों के लिए संदेश दिया की वह सभी के साथ सभी परिस्थितियों में खड़े हैं। योगेश शुक्ला ने उप मुख्यमंत्री सहित विधानसभा अध्यक्ष को लेकर भी बड़ी बात कही उन्होंने कहा की उप मुख्यमंत्री हों या विधानसभा अध्यक्ष दोनो ही क्षेत्र के लोगों से सीधे जुड़ाव रखते हैं और क्षेत्र के लोग भी किसी समस्या के समय उन्हे सीधे फोन कर लेते हैं और दोनो उन्हे समय भी देते हैं उनकी आप बीती सुनते भी हैं निराकरण का भी वह प्रयास करते हैं,वहीं योगेश शुक्ला ने कहा की यह बड़ी बात है जब प्रदेश स्तर पर काम कर रहे अति व्यस्त लगातार बढ़े हुए कामकाजी दबाव वाले लोग भी क्षेत्र के लोगों की सुनते हैं वह भी सीधे उनसे बात करके, कइयों की समस्या का समाधान भी हुआ है सीधे बात करके यह भी उन्होंने दावा किया है। जिले सहित बैकुंठपुर विधानसभा में कांग्रेस पार्टी की मजबूती को लेकर भी उन्होंने कहा की यहां के भूतपूर्व अध्यक्ष जो हाल ही में पद से विमुक्त हुए हैं साथ ही ब्लॉक अध्यक्ष ने जो वर्तमान में भी जिम्मेदारी सम्हाल रहे हैं ने मिलकर बीस वर्षों में पार्टी का जो ढांचा तैयार किया है उसके अनुसार वह कह सकते हैं की कोरिया जिले से मजबूत स्थिति कांग्रेस की और कहीं नहीं है।
पार्टी ने यदि अवसर दिया तब भी वह तैयार हैं
चुनाव में दावेदारी और जीत की बात पार्टी उम्मीदवार के को लेकर जब उनसे की गई तो उन्होंने कहा की पार्टी ने यदि अवसर दिया तब भी वह तैयार हैं वहीं पार्टी ने यदि किसी और को भी मौका दिया तब भी वह पार्टी के लिए काम करेंगे उनकी दमदार आवाज को लेकर जब उनसे यह पूछा गया की क्या लोगों को उनकी आवाज से भय लगता है तो उन्होंने कहा की ऐसा नहीं है वह जब कुछ बोलने मंच तक पहुंचते हैं तो लोग आतुर रहते हैं उनको सुनने के लिए लोग यह जानते हैं की यही शुक्ला जी की असल आवाज है जो दमदारी से अपनी बात सामने रखने के उनके काम आती है और मेरी आवाज ही मेरी पहचान है जिससे लोग डरते नहीं स्नेह करते हैं। सरकार के कामकाज और पिछले विधानसभा चुनाव के पूर्व जारी पार्टी के घोषणा पत्र को लेकर जब उनसे प्रश्न किया गया तो उन्होंने कहा की घोषणा पत्र पूरा हुआ हर वादा आज पूरा हुआ सरकार ने सभी वर्गों का ध्यान रखा आज 15 साल बनाम 5 साल की चर्चा सुनी जा सकती है और लोग यह मानते हैं की 15 साल पर पांच साल भारी हैं।
15 साल से टिकट मांग रहे
मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर भी उन्होंने कहा की यह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं जिसमे केंद्रीय नेतृत्व साथ ही राज्य नेतृत्व में शामिल लोग शामिल होते हैं उनका काम है उनका निर्णय है की कौन अगला चेहरा होगा अपने लिए उन्होंने यही कहा की वह जिला स्तर के कार्यकर्ता हैं पार्टी के निर्देश का पालन उनका काम है जो वह करेंगे ही। अपने लिए टिकट की मांग वह कर रहें हैं इस सवाल पर वह भावुक भी हुए उन्होंने कहा की पार्टी का निर्देश था की जो भी दावेदारी करना चाहते हैं वह करें इसलिए मैने भी किया है मेरे सहयोगियों के साथ जाकर ब्लॉक अध्यक्ष जी के पास अब पार्टी निर्णय लेगी किसे उन्हे प्रत्याशी बनाना है किसे नहीं, 15 साल से टिकट मांगने की बात उन्होंने कही और यह भी कहा की अब उम्र भी देख लीजिए मेरी मैं टिकट मांगते मांगते कहां पहुंच गया। रनई गांव जहां के वह निवासी हैं वहां को लेकर भी उन्होंने रोचक जानकारी दी और बताया की 1947 के बाद से गांव में पंचायत चुनाव के लिए मतदान नहीं हुआ जो संयुक्त मध्यप्रदेश की भी यदि बात की जाए तो ऐसा दोनो राज्य मिलाकर इकलौता गांव है रनई निर्वाचन आयोग के शासन के दिशा निर्देश का पालन करते हुए गांव में आरक्षण नियमों का चुनाव में पालन किया जाता है और उसी अनुसार आपस में पूरा गांव बैठकर निर्णय लेता है की कौन किस वार्ड से पंच होगा और कौन सरपंच और उप सरपंच,इस तरह निर्विरोध निर्वाचन संपन्न किया जाता है।


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