- बिना बिजली के ही पूरा कार्यक्रम संपन्न हुआ राजीव भवन में, 4:00 से लेकर 7:00 तक कटी रही शहर की बिजली।
- बिजली विभाग के अधिकारीयों को जाता रहा फोन और बिजली विभाग के अधिकारी बनाते रहे बहाना।
- लाइट कटवाना षड्यंत्र का था हिस्सा या फिर कार्यक्रम को बाधित करने का था उपाय,यह भी उठ रहे सवाल,सूत्र।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 26 सितम्बर 2023 (घटती-घटना)। बैकुंठपुर विधानसभा में सत्ताधारी दल के विधायक वहीं संगठन के बीच पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं के बीच आपसी सामंजस्य स्थापित नहीं हो पा रहा है, जो लगातार कई बार कई कार्यक्रमों में पार्टी के देखने को भी मिल रहा है सुनने को भी मिल रहा है, ऐसे में विधानसभा चुनाव 2023 कैसे लड़ेंगे एकजुट होकर बैकुंठपुर या कोरिया जिले के कांग्रेसी नेता वहीं विधायक पद के दावेदार या कहें प्रत्याशी यह बड़ा सवाल है, तरह-तरह के हथकंडे व षड्यंत्र इस समय होते दिख रहे हैं या काहे की विधायक वहीं संगठन का एक धड़ा जिसमे अधिकांश कांग्रेस नेता कार्यकर्ता शामिल हैं एक दूसरे को देखना तक पसंद नहीं कर रहे हैं जिसका उदाहरण कई बार सामने देखने को मिल रहा है, संगठन के कार्यक्रम में भी हस्तक्षेप हो रहा है पर इस विरोध को कैसे खत्म करें इस पर पहल बिल्कुल भी नहीं हो पा रहा है, यदि शनिवार के ताजा मामले पर गौर किया जाए तो एक अजीबोगरीब घटना घटी यह घटना तब घटी जब सरगुजा के अंबिकापुर के युवराज सरगुजा जिला पंचायत के उपाध्यक्ष वहीं कांग्रेस के बड़े नेता माने जाने वाले आदित्य शरण सिंहदेव व डॉक्टर पलक वर्मा राष्ट्रीय महासचिव व युवा कांग्रेस प्रभारी छत्तीसगढ़ का आगमन शाम 4:00 बजे बैकुंठपुर विधानसभा के बैकुंठपुर शहर के बीचो-बीच स्थित राजीव भवन में जैसे ही हुआ पहुचे वैसे ही शहर की बिजली कट गई और यह बिजली तब तक कटी रही जब तक की कार्यक्रम संपन्न नहीं हो गया, कार्यक्रम संपन्न कराकर जैसे ही 7:00 बजे पूरे लोग सर्किट हाउस पहुंचे वैसे ही लाइट आ गई, इस बीच लाइट को लेकर संबंधित विभाग के अधिकारीयों को कई बार फोन जाता रहा पर वह भी अलग-अलग बहाने बनाते रहे, पर सवाल यह था कि उस समय सिर्फ शहर की ही लाइट कटी थी बाकी आसपास की लाइट थी जैसा सूत्रों का दावा है, ऐसे में यह माना जा रहा है कि यह लाइट षड्यंत्र के तहत कटवाई गई थी ताकि कार्यक्रम को प्रभावित किया जा सके, सूत्रों की बात माने तो लाइट कटवाने के पीछे किसका षड्यंत्र था यह स्पष्ट नहीं हो पाया है, पर यह बात अब सभी के दिमाग दिलों में घर कर गई है कि यह लाइट किसी के कहने पर ही काटी गई थी और कांग्रेसियों को यह इसलिए भी लगने लगा क्योंकि बिजली विभाग के अधिकारी कोरबा से लाइट जाने का बहाना बना रहे थे और यदि कोरबा से लाइट गया होता तो पूरे जिले में ही लाइट नहीं होती पर ऐसा नहीं था सिर्फ शहर में ही लाइट नहीं थी जिसे लेकर कांग्रेसियों का शक गहरा होता चला गया है। यह सूत्रों से हवाले से निकलकर आई जानकारी है। यह अपुष्ट खबर है घटती-घटना इसकी पुष्टि नहीं करता है कांग्रेस जनों के अंदर खाने की बात जन चर्चा में बहार आई जिसके आधार पर यह खबर लिखी गई।
युवा नेता व विधायक के बीच नोंकझोंक,यह भी बात आई सामने
कार्यक्रम के दौरान युवा नेता साथ ही कार्यक्रम के एक तरह से आयोजक और बैकुंठपुर विधायक के बीच नोंकझोंक भी हुई और बाद में बात आई गई हुई, लेकिन नोंकझोंक उपस्थित वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं सहित कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में हुआ और यह चर्चा का भी विषय बना। बताया जाता है की कभी विधायक के करीबी माने जाने वाले युवा नेता जो कार्यक्रम के प्रभारी भी थे आजकल विधायक से अपनी दूरी बना चुके हैं और यही वजह नोंक झोंक की बनी क्योंकि आपसी दूरी के बावजूद एक मंच पर एक ही कार्यक्रम में एक साथ शिरकत करने के दौरान विधायक और युवा नेता आमने सामने थे और बात नोंकझोंक तक जा पहुंची।सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार।
इतने बड़े राजीव भवन में नहीं थी इनवर्टर की व्यवस्था, न की गई तत्काल जनरेटर की व्यवस्था
शनिवार को कोरिया जिले के राजीव भवन में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर महत्वपूर्ण कार्यक्रम सह कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित था युवक कांग्रेस का कार्यक्रम में युवक कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव को शामिल होना था वहीं उनके साथ सरगुजा जिला पंचायत के उपाध्यक्ष साथ ही कांग्रेस के बड़े नेता आदित्य शरण सिंहदेव को भी उपस्थित होना था उपस्थित लोगों को संबोधित करना था लेकिन कार्यक्रम आरंभ होते ही बिजली चली गई वहीं जिले के राजीव भवन में इस दौरान इन्वर्टर की कमी महसूस की गई जो बड़े जिला स्तर के राजीव भवन में आपातकाल के हिसाब से होना चाहिए था जिससे जब बिजली कटे तो अंधेरे का समाना न करना पड़े। जब देर तक बिजली नहीं आई वहीं बिजली विभाग ने भी जब बिजली आने की संभावनाओं पर कोई निश्चित समय तय कर नहीं बताया तब जनरेटर की व्यवस्था की गई और तब जाकर कार्यक्रम संपन्न हो सका। वैसे इन्वर्टर की बात सभी उपस्थित कार्यकर्ता और पदाधिकारी करते सुने गए और उसकी जरूरत पर भी सभी ने बल दिया।
विधायक को मालूम था लाइट नहीं है,फिर भी कार्यक्रम में माइक के पास जाकर बोलने का उन्होंने किया प्रयास
कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक भी शामिल हुईं थीं और वह कार्यक्रम में पूरे समय उपस्थित भी थीं वहीं उन्हे भी बिजली चले जाने का ज्ञान था फिर भी जब उनके बोलने की बारी आई उन्होंने सीधे माइक की तरफ रुख किया और पहले माइक से ही बोलने का प्रयास किया बाद में उन्हें तुरंत एहसाह हुआ की बिजली तो है नहीं इसके बाद वह आगे बढ़ीं और फिर उन्होंने बिना माइक ही अपना उद्बोधन लोगों के सामने दिया जो कार्यक्रम में उपस्थित थे।
कार्यक्रम में विधायक फिर एक बार मिलनसार होने की बजाय लोगों से कटी कटी दिखाई दे गईं
बैकुंठपुर विधायक कार्यक्रम में शामिल जरूर हुईं लेकिन उन्हे उपस्थित लोगों से पदाधिकारियों से कार्यकर्ताओं से कटा कटा ही रहते देखा गया जो भी चर्चा का विषय बना। विधायक को फिलहाल जब सामने ही चुनाव है और वह संभावित सबसे प्रबल पार्टी से दावेदार भी हैं ऐसे में पार्टी के लोगों से ही कट कट कर चलना चुनाव में कितना फायदा पहुंचाने वाला उनका प्रयास कहा जायेगा यह समझा जा सकता है। विधायक का व्यवहार उपस्थित लोग समझ नहीं सके ऐसा भी चर्चा में सामने आया जो आपसी वहां लोगों के बीच जारी थी की कैसे किस तरह चुनाव में एकजुट होकर काम सभी कर सकेंगे जबकि पार्टी के ही कार्यक्रम में दूरियां इतनी ज्यादा हैं।
बाहर से आए संगठन के बड़े पदाधिकारीयों को भी जाहिर होने लगा है बैकुंठपुर विधायक व संगठन के बीच की दूरी बढ़ चुकी है
वैसे बताया जा रहा है की बाहर से आने वाले संगठन के ही बड़े पदाधिकारी यह महसूस करने लगे हैं की विधायक और संगठन के बीच की खाई बड़ी गहरी हो चुकी है,वर्तमान विधायक वहीं संगठन इस खाई को पाट नहीं पा रहा है आपस में मिलकर प्रयास से आपसी यह भी बड़े नेता जो जिले के दौरे पर आ रहें हैं देख समझ रहें हैं।वैसे यदि शनिवार को हुए ही कार्यक्रम की बात की जाए तो विधायक और संगठन किस तरह आपस में अलग अलग चल रहें हैं यह सभी ने महसूस जरूर किया।
स्वागत के दौरान भी अलग अलग हुआ शक्ति प्रदर्शन,विधायक गुट ने अलग संगठन ने अलग तरह से किया अपने अपने लोगों के साथ मिलकर अतिथियों का स्वागत
शनिवार को जिला मुख्यालय पहुंचे अतिथियों का स्वागत भी अलग अलग किया गया विधायक गुट ने जहां अलग स्वागत किया अलग से मोटर सायकल रैली निकाली वहीं युवा कांग्रेस नेता और संगठन ने मिलकर अलग स्वागत का इंतजाम बनाए रखा था। युवा नेता ने भी काफी जोर लगाया था और उनकी तरफ से भी संख्या बल काफी जुटाया गया था।। युवा नेता ने संगठन के वरिष्ठ लोगों के मार्गदर्शन में जहां स्वागत किया संख्या बल जुटाया वहीं विधायक गुट ने अलग से विधायक के नेतृत्व के संख्या बल दिखाने का प्रयास किया। संख्या बल संगठन और वरिष्ठ सहित युवा नेता के पक्ष में ज्यादा जुटा हुआ नजर आया जो भी चर्चा का विषय बना।