रायपुर/भिलाई@छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा दी गई राहत से महंगाई से निपटने में महिलाओं को मिली मदद:प्रियंका गांधी

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भिलाई के जयंती स्टेडियम में आयोजित महिला समृद्धि सम्मेलन में शामिल हुई श्रीमती प्रियंका गांधी
छत्तीसगढ़ढ़ का नेतृत्व सेवाभावी, आपके आज और कल दोनों को बुलंद बनाने कर रहा काम
महिलाओं को सशक्त बनाने छत्तीसगढ़ढ़ सरकार ने बनाई अनेक योजनाएं
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन केंद्रों को संवारने छत्तीसगढ़ढ महतारी सांस्कृतिक संवर्धन योजना लागू करने की घोषणा की
हमारी सरकार ने सभी वर्गों को ध्यान में रखकर बनाई योजनाएं, इसका पूरा लाभ महिलाओं को: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ में महिला-पुरुष भागीदारी से करते हैं हर काम, हमेशा से रहा महिलाओं का सम्मान


रायपुर/भिलाई,21 सितम्बर 2023 (ए)।
महिला समृद्धि सम्मेलन को प्रियंका गांधी ने सम्बोधित की और कहा दूर-दूर से दाई दीदी बहिनी मन ल जोहार ! उन्होंने बम्लेश्वरी मईया और छत्तीसगढ़ महतारी की जयकारे के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की। प्रियंका गांधी ने कहा मैंने बचपन में पिठुल, गिल्ली डंडा, और कंचे सभी खेल खेले हैं। आधुनिक भारत की नींव यहीं डली। ये आपकी मेहनत, आपका जज्बा और आपकी पहचान की मिसाल है। देश की उद्यमशीलता और आत्मनिर्भरता के सपने का प्रतीक है।
आज जो भिलाई है वो इस पूरे देश के लिए मिसाल है। पूरे देश भर से यहां लोग आते हैं। एकजुट होकर आप यहां रहते हैं। आधुनिक भारत की नींव यहीं पर डली। आपकी मेहनत और आपके जज्बे की यह मिसाल है। देश की उद्यमशीलता का यह प्रतीक है। यहां महिलाओं की इस मीटिंग में खड़े होकर और भी गौरव इसलिए होता है क्योंकि मंच पर आने से पहले जब मैं यहां आई और एक-एक स्टाल देखा। मैंने आत्मनिर्भर महिलाएं देखी, उनमें आत्मविश्वास था। वे मुस्कुरा रही थीं कि सरकार ने उनके लिए कुछ किया। वे अपने पैरों पर खड़ी हुई हैं। कई बहनों से मैंने यह पूछा कि आप क्या कर रही थीं इससे पहले। सबने कहा कि अभी यह अवसर मिला है। एक नौजवान डाक्टर हैं गांव गांव जाती हैं दवाओं का वितरण करती हैं। कुछ लड़कियां थी जो गोबर की सामग्री बनाती हैं स्वसहायता समूहों से जुड़ी हैं।
समूह से जुडऩे से कितनी अपनी तरक्की हो सकती है। यह सब सुनकर मुझे महसूस हुआ कि छत्तीसगढ़ महतारी के हाथ में संस्कृति का कलश है औऱ दूसरे हाथ में तकनीक है। गर्व इसलिए होता है कि भिलाई को लें या या यहां के कार्यों को देखें तो यह अलग तरह का काम है। पंडित जवाहरलाल नेहरू के साथ ऐसे महापुरुष थे जो आजादी के लिए लड़े। उन्हीं के उसूलों से यह देश लड़ा। मैं अपने पिता जी के साथ अमेठी के दौरे पर गई थी। वे खुद जीप चलाते गये। एक गांव में हम उतरे, कुछ लोगों से बातचीत करने लगे। एक महिला उन्हें जोरजोर से डांटने लगी। मुझे लगा कि मेरे पिता को कैसे डांट रही हैं। उसने कहा कि सडक़ खराब है तुमने क्या किया है। यह उस समय की राजनीति है कि प्रधानमंत्री को तक एहसास होता था कि जनता के प्रति उसकी जिम्मेदारी है। मैंने अपने पिता से कहा कि बुरा नहीं लगा। मेरे पिता ने कहा कि नहीं उसका कर्तव्य था और मेरा भी कर्तव्य है कि हम सब अपने अपने काम करें।
जब नर्तकों के साथ प्रियंका गांधी ने किया सुवा नाच
छत्तीसगढ़ में सुवा नाच बेहद लोकप्रिय है। दीपावली के आसपास सुवा को एक टोकरी में रखकर महिलाएं यह नृत्य करती हैं। इसके माध्यम से वे अपने सुखदुख साझा करती हैं। सुवा गीत के माध्यम से वे अपनी आवाज की भी अभिव्यक्ति करती हैं और अपने समय के समाज के बारे में भी बताती हैं।तोते के जैसे हरे वस्त्रों में समूह में किया गया यह नृत्य बेहद आकर्षक होता है। कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव ने जब यह नृत्य देखा तो वे भी सुवा नर्तकों के साथ समूह में शामिल हो गईं और साथ ही थिरकने लगीं।


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