अंबिकापुर@होटल में व्यवसायी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, कर्ज से था परेशान

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अंबिकापुर. शहर के बौरीपारा निवासी गुरु प्रसाद जायसवाल पिता बरसाती जायसवाल उम्र ६० वर्ष रिंग रोड नमनाकला में बीएल डीजल नाम से मोटर बाइंडिंग का कारोबार करता था। बौरीपारा में पुश्तैनी मकान होने के बावजूद वह आर्थिक तंगी व रुपयों के लेनदेन से परेशान होकर पत्नी के साथ नमनाकला स्थित किराए के मकान नमनाकला में रहता था। वह अपनी एकलौती पुत्री की शादी कर चुका है। बुधवार की सुबह स्वास्थ्य जांच कराने जाने की बात पत्नी से कहकर घर से निकले था, लेकिन शाम तक वापस नहीं लौटा। इससे चिंतित पत्नी व अन्य परिजन खोजबीन में जुटे थे। इसी बीच उन्हें जानकारी मिली की शहर के बाबूपारा स्थित एक होटल के सामने उनकी कार खड़ी है। परिजन पुलिस की मदद से वहां पहुंचे और होटल के मैनेजर से उनके बारे में जानकारी ली तो पता चला की वह होटल के कमरा नंबर २०६ में रुके हैं। पुलिस व परिजन ने होटल के कमरे का दरवाजा खुलवाने की कोशिश की, लेकिन भीतर से कोई आवाज नहीं आने पर कमरे को दूसरी चाभी से खोलकर देखा तो वह पंखे में नायलोन की रस्सी के सहारे फांसी पर लटका हुआ था। होटल के मैनेजर ने बताया कि कारोबारी बुधवार की दोपहर १२ बजे होटल में रुकने के नाम पर आए थे। वे पूर्व में भी 2 बार यहां रुक चुके थे। बेड पर उनका चश्मा, मोबाइल व कई पन्नों के दस्तावेज का एक फाइल भी रखा हुआ था। इसी कमरे में दो पन्ने का सुसाइड नोट मिला। इसके अलावा वहां पड़ी एक कॉपी में व्यवसायी ने कई महीनों से कई पन्नों में जीवन में हो रहे घटनाक्रम का उल्लेख किया है।मृत व्यवसायी गुरु प्रसाद जायसवाल के साले के लडक़े अविनाश जायसवाल ने बताया कि फूफा कोलकाता की एक कथित कंपनी के झांसे में फंस गए थे। कंपनी ने उन्हें झांसा दिया था कि उन्हें यूरेनियम का भंडार मिला है। इसमें राशि निवेश करने पर कई गुना लाभ होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दो करोड़ निवेश के बाद कुछ काम नहीं होने पर उन्होंने संबंधित लोगों पर दबाब बनाया तब उन्हें कथित रूप से 2 हजार करोड़ का भारतीय रिजर्व बैंक का चेक जारी कर दिया गया था। बैंक में पता करने पर जानकारी मिली कि ऐसा कोई चेक नहीं होता है। यह फर्जी चेक है।  गुरु प्रसाद जायसवाल कोलकाता से लौटकर डिप्रेशन में जा चुके थे। फर्जी कंपनी में फंसकर २ करोड़ रुपए गंवाने का उन्हें एहसास हुआ तो उन्होंने हाथ की नस काटकर आत्महत्या की कोशिश की थी। बरामद सुसाइड नोट में पारिवारिक और आर्थिक परेशानियों, कथित कंपनी में करोड़ों के निवेश करने के बाद धोखाधड़ी का शिकार होने तथा स्थानीय लोगों, कुछ परिचितों व रिश्तेदारों द्वारा रुपए वापस करने दबाब बनाने का भी उल्लेख है। पुलिस ने सुसाइड नोट व कॉपी जब्त कर जांच शुरु कर दी है। सुसाइड नोट में एक जायसवाल परिवार का भी नाम सामने आया है। जिसके द्वारा रुपए के लिए काफी दबाव बनाया जा रहा था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

सुसाइड नोट में बहनों से मांगी माफी 

मामले की जांच करने पहुंचे प्रतीक्षा बस स्टैंड पुलिस सहायता केन्द्र प्रभारी अभिषेक पांडेय ने बताया कि जिस होटल के कमरे में व्यवसायी ने फांसी लगाई है उस कमरे से एक फाइल जब्त किया गया है। फाइल में कई दस्तावेज मिले हैं। दस्तावेज में कई तरह की लेन-देन का जिक्र है। उसमें कई लोगों का नाम भी लिखा गया है। इसके अलावा 2 पन्ने के सुसाइड नोट में कुछ लोगों के नाम का उल्लेख है, जिनके कारण वह परेशान थे। उन्होंने इस पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने का उल्लेख अपने पत्र में किया है। बहनों के नाम का भी उल्लेख उन्होंने पत्र में किया है। पत्र में यह उल्लेखित है कि उनके चले जाने के बाद उनके नजदीकी लोगों का शायद कोई नहीं रहेगा। उन्होंने अपनी बहनों से माफी भी मांगी है। वहीं दूसरे पन्ने में ९० लाख की लेन देन का जिक्र किया है। जिसमें कोलकाता के कंपनी के कई लोगों तथा शहर के भी कुछ लोगों का नाम लिखा है। पुलिस इन सभी मुद्दों पर मामले की जांच कर रही है। मृतक गुरु प्रसाद जायसवाल बुधवार की सुबह घर से निकला था। वह उसी दिन दोपहर करीब १२ बजे होटल पहुंचा और कमरे नंबर २०६ में रुका था। संभवत: अपने बैग में बाहर से ही नायलोन की रस्सी खरीद कर ले गया होगा और फांसी लगा ली होगी। वहीं पुलिस का कहना है कि कमरे से कई पन्नों का सुसाइड नोट है। सभी अलग-अलग तिथि के हैं। कई सुसाइड नोट काफी पुराने हैं। ऐसे में यह बात सामने आई है कि व्यवसायी काफी दिन से परेशान था।


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