नई दिल्ली@बर्थडे पर मोदी ने देश के लोगों को दिया गिफ्ट

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विश्वकर्मा पूजा एवं अपने जन्मदिन के अवसर पर प्रधानमंत्री ने दिया शिल्पकारों को सौगात
‘यशोभूमि’ के बाद ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ लॉन्च,
कम ब्याज पर मिलेगा 3 लाख का लोन


नई दिल्ली,17 सितम्बर 2023(ए)।
नरेंद्र मोदी ने आज जन्मदिन पर देशवासियों को तीन बड़ी सौगातें दी हैं। प्रधानमंत्री ने द्वारका सेक्टर-21 से ‘यशोभूमि’ द्वारका सेक्टर 25 तक विस्तारित एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो लाइन का लोकार्पण करने के बाद द्वारका सेक्टर-25 में बने ‘यशोभूमि’ इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर के पहले चरण का भी उद्घाटन किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने विश्वकर्मा समाज के लिए ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ लॉन्च की। केंद्र सरकार इस योजना पर 13000 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
उन्होंने कहा कि ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ के तहत सरकार कम ब्याज दर बिना किसी (बैंक) गारंटी के 3 लाख रुपये तक का ऋण प्रदान करेगी। सरकार ने फैसला किया है कि 1 लाख रुपये शुरुआत में ऋण दिया जाएगा और जब इसे चुकाया जाएगा, तो सरकार विश्वकर्मा भागीदारों को अतिरिक्त 2 लाख रुपये का ऋण प्रदान करेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का नया भारत कॉन्फ्रेंस टूरिज्म के लिए खुद को तैयार कर रहा हैएडवेंचर, मेडिकल, स्पिरिचुअल और हेरिटेज टूरिज्म वहीं होता है, जहां जरूरी माहौल होता है। इसी तरह कॉन्फ्रेंस टूरिज्म भी वहां होगा जहां इवेंट और मीटिंग की सुविधाएं होंगी। भारत मंडपम और यशोभूमि दिल्ली को सम्मेलन पर्यटन का सबसे बड़ा केंद्र बनाएंगे।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया में हर साल 32,000 से ज्यादा बड़ी प्रदर्शनियां और एक्सपो होते हैं। 2-5 करोड़ की आबादी वाले देश भी इसकी व्यवस्था करते हैं, हमारी आबादी 140 करोड़ हैज् कॉन्फ्रेंस टूरिज्म के लिए आने वाले लोग सामान्य पर्यटकों से ज्यादा पैसा खर्च करते हैंज् इस उद्योग में भारत की भागीदारी सिर्फ 1 प्रतिशत है।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लॉन्च के मौके पर पीएम मोदी ने कहा, ‘दुनिया में कॉन्फ्रेंस टूरिज्म बढ़ रहा है, जिसमें भारत के लिए असीमित संभावनाएं हैं। कॉन्फ्रेंस टूरिज्म इंडस्ट्री दुनिया में 25 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की है।
बदलते हुए समय के साथ विकास के, रोजगार के नए-नए सेक्टर्स भी बनते हैं। आज से 50-60 साल पहले इतनी बड़ी ढ्ढभ् इंडस्ट्री के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था। आज से 30-35 साल पहले सोशल मीडिया भी कल्पना भर ही था। आज दुनिया में एक और बड़ा सेक्टर बन रहा है, जिसमें भारत के लिए असीम संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत सरकार बिना किसी (बैंक) गारंटी के 3 लाख रुपये तक का ऋण प्रदान करेगी। यह भी सुनिश्चित किया गया है कि ब्याज दर भी बहुत कम हो। सरकार ने फैसला किया है कि 1 लाख रुपये शुरुआत में ऋण दिया जाएगा और जब इसे चुकाया जाएगा, तो सरकार विश्वकर्मा भागीदारों को अतिरिक्त 2 लाख रुपये का ऋण प्रदान करेगी।
मोदी ने कहा कि सरकार आपके द्वारा बनाए गए उत्पादों की ब्रांडिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग में भी आपकी मदद करेगी। बदले में, सरकार चाहती है कि आप उन दुकानों से टूलकिट खरीदें जो केवल जीएसटी पंजीकृत हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि निकट भविष्य में, प्रशिक्षण, प्रौद्योगिकी और उपकरण बहुत आवश्यक होंगे। ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना के तहत, सरकार ने विश्वकर्मा भागीदारों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया है और प्रशिक्षण के दौरान आपको 500 रुपये प्रदान किए जाएंगे और आपको 1,500 रुपये का टूलकिट वाउचर भी मिलेगा।
मोदी ने कहा कि यह यशोभूमि सेंटर स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा जिस तरह हमारे शरीर में रीढ़ की हड्डी जरूरी है, और समाज के लिए हमारे विश्वकर्मा जरूरी हैंज् इनके बिना रोजमर्रा की जिंदगी अकल्पनीय है।
-प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं देश के प्रत्येक विश्वकर्मा के लिए इस केंद्र की घोषणा करता हूंज्यह विश्वकर्मा के लिए मददगार साबित होने वाला है। यह भारतीय कला और हस्तशिल्प को वैश्विक स्तर तक पहुंचाने का एक जीवंत केंद्र होगा।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले हमने देखा है कि कैसे भारत मंडपम को लेकर दुनिया भर में चर्चा हुई है। ये इंटरनेशनल एग्जीबिशन सेंटर-यशोभूमि इस परंपरा को और भव्यता से आगे बढ़ा रहा है।
पीएम ने कहा कि इस विश्वकर्मा दिवस पर हमें लोकल के लिए वोकल होने का प्रण फिर दोहराना है। अब गणेश चतुर्थी, धनतेरस, दीपावली सहित अनेक त्योहार आने वाले हैं। मैं सभी देशवासियों से लोकल खरीदने का आग्रह करूंगा। उन्होंने कहा कि जिसे कोई नहीं पूछता, उसके लिए गरीब का ये बेटा मोदी, उसका सेवक बनकर आया है। सबको सम्मान का जीवन देना, सभी को सुविधा पहुंचाना ये मोदी की गारंटी है।
पीएम विश्वकर्मा योजना, विश्वकर्मा साथियों को आधुनिक युग में ले जाने का प्रयास है, उनका सामर्थ्य बढ़ाने का प्रयास है। विश्वकर्मा भाई-बहनों के लिए टेक्नोलॉजी, टूल्स और ट्रेनिंग बहुत ही आवश्यक है। ये हमारी ही सरकार है जिसने आजादी के बाद पहली बार बंजारा और घुमंतू जनजातियों की परवाह की। ये हमारी ही सरकार है जिसने आजादी के बाद पहली बार दिव्यांगजनों के लिए हर स्तर, हर स्थान पर विशेष सुविधाएं विकसित कीं।
पीएम विश्वकर्मा योजना के शुभारंभ पर पीएम मोदी ने कहा कि आज देश को इंटरनेशनल एग्जीबिशन सेंटर यशोभूमि मिल गया है, जिस तरह का काम यहां हुआ है, वो मेरे विश्वकर्मा भाइयों की तपस्या को प्रदर्शित करता है। हमारी सरकार अपने विश्वकर्मा भाई-बहनों का सम्मान बढ़ाने, उनका सामर्थ्य बढ़ाने और उनकी समृद्धि बढ़ाने के लिए एक सहयोगी बनकर आगे आई है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस योजना के तहत 18 अलग-अलग क्षेत्रों के तहत काम करने वाले विश्वकर्मा भागीदारों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगाज्सरकार ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना पर 13,000 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है।

हमारी सरकार हमारे विश्वकर्मा साझेदारों के विकास के लिए काम कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वारका में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में ‘पीएम विश्व
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वारका में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में ‘पीएम विश्वकर्मा’ योजना के शुभारंभ के दौरान विभिन्न कलाकारों और शिल्पकारों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र वितरित किए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश और समाज की तरक्की में विश्वकर्मा भाई-बहनों की बड़ी भूमिका है।


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