हाथ जोड़ बदहवास खड़ी रहीं जगमीत कौर
7 साल का मासूम आखिरी बार बोला-पापा जय हिंद
शहीद कर्नल मनप्रीत की पत्नी जगमीत शहीद के ताबूत पर सिर रखे रोती रही
चंडीगढ़,15 सितम्बर 2023 (ए)। पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह को विदाई दी गई। आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए न्यू चंडीगढ़ के कर्नल मनप्रीत सिंह का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव भड़ौजियां में हुआ। उनके 7 वर्षीय पुत्र ने शहीद पिता को मुखाग्नि देने से पहले बुलंद आवाज़ में कहा-पापा, जय हिंद। दूसरी तरफ शहीद के ताबूत पर सर रख कर पत्नी रोती रही।अनंतनाग में बुधवार 13 सितंबर को आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए न्यू चंडीगढ़ के कर्नल मनप्रीत के 7 साल के बेटे कबीर ने शहीद पिता को मुखाग्नि दी। वह सैनिक की वर्दी पहने था। आखिरी बार अपने पिता से उसने बस इतना ही कहा- पापा जय हिंद। पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित शहीद कर्नल मनप्रीत को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
चंडीगढ़ से जब शहीद की पार्थिव देह भड़ौजियां लायी गई तो उनके घर के बाहर लोगों की भीड़ लग गई। कर्नल मनप्रीत की पत्नी उनके ताबूत पर सिर रखे रोती रहीं। अंतिम यात्रा को घर से 200 मीटर की दूरी तय करने में 20 मिनट लगे। कर्नल की अंतिम यात्रा जिस रास्ते से गांव पहुंचनी थी, उसे गांव वालों ने खुद साफ किया। पार्थिव देह घर पहुंचने पर लोगों ने फूल बरसाए।
कर्नल मनप्रीत सिंह ने आतंकी बुरहान वानी को मारा था
साल 2003 में सीडीएस पास करने के बाद मनप्रीत सिंह ने भारतीय सेना ज्वाइन की थी। साल 2005 में लेफ्टिनेंट बने थे। साल 2019 से 2021 तक सेना में सेकंड इन कमांड के पद पर थे। बाद में कमांडिंग अफसर बने। मनप्रीत पिछले चार साल से अनंतनाग में पोस्टेड थे और बतौर कमांडर 19 राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट की कमान संभाल रहे थे। 2016 में आतंकी कमांडर बुरहान वानी को मार गिराया था।