- दो एक प्रवृत्ति वाले मामले में सूदखोरों के खिलाफ हुई कार्यवाही,एक आरोपी का फोटो ही पुलिस ने किया जारी।
- लंबे समय के बाद कोरिया पुलिस ने दो अलग-अलग मामले में तीन सुदखोरों के खिलाफ की कार्यवाही,एक आरोपी का फोटो हुआ जारी दो आरोपियों का फोटो आखिर पुलिस ने क्यों नहीं किया जारी?
- दो एक ही नाम वाले प्रधान आरक्षकों की भूमिका भी मामले में संदिग्ध,इस समय दूसरे नंबर के सुपर कॉप बन रहे हैं दूसरे एक ही नाम वाले प्रधान आरक्षक।
- विज्ञप्ति के साथ दो आरोपियों का फोटो पुलिस ने क्यों नहीं किया जारी?
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 14 सितम्बर 2023 (घटती-घटना)। पुलिस आरोपियों पर रहम नहीं करती यह बात शुरू से ही लोग जानते हैं पर इस समय पुलिस आरोपियों पर ही मेहरबान है और उन पर रहम करती नजर आ रही है, यह इस समय कोरिया पुलिस की एक कार्यवाही और उसकी जारी प्रेस विज्ञप्ति से समझा जा सकता है।
मामले में यह सवाल उठता है की क्या पुलिस भी आरोपियों के मान सम्मान का ख्याल रखने लगी है या फिर पुलिस की कार्यप्रणाली खराब हो चली है? हम बात कर रहे हैं कोरिया पुलिस के द्वारा किए गए कार्यवाही की, जिसमे कोरिया पुलिस के द्वारा 11 सितंबर को दो प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दो अलग-अलग मामले में सूदखोरों के खिलाफ कार्यवाही करने का खुलासा किया गया,एक कार्यवाही में जिसमें एक आरोपी था उसका पुलिस ने फोटो सेशन भी कराया और विज्ञप्ति के साथ मीडिया को फोटो भी उपलब्ध कराई पर वही दूसरे प्रकरण में पुलिस विज्ञप्ति तो मीडिया को दी गई लेकिन मामले के दोनो आरोपियों का फोटो मीडिया को उपलब्ध नहीं कराया, इसके बाद सवाल यह उठने लगा क्या पुलिस भी आरोपियों के मान सम्मान का ख्याल रखने लगी है या फिर उनके कार्यवाही में समानता का भाव नहीं है? लंबे समय के बाद सूदखोरों के खिलाफ कार्यवाही का मामला सामने आया है और यह कार्रवाई अच्छी भी मानी जा सकती है, पर जब जब पुलिस कोई अच्छी कार्यवाही करती है तो उनके कर्मचारी कुछ ना कुछ ऐसा कर देते हैं जिस वजह से पुलिस के पूरे किए किराए पर पानी फिर जाता है। इस समय कोरिया पुलिस में एक ही नाम वाले दो प्रधान आरक्षक खूब चर्चित हो चले हैं, उसमें से एक ही नाम वाले प्रधान आरक्षक द्वारा जो दूसरे नम्बर के सुपर कॉप कहे जा सकते हैं इनके द्वारा आरोपी से न जाने क्या साठ गांठ किया गया की विज्ञप्ति के साथ उनका फोटो रिलीज नहीं होगा, ऐसा लगा कि पुलिस को उन दोनों आरोपियों के मान सम्मान का ज्यादा ख्याल था इस वजह से मीडिया में उनका फोटो देना उचित नहीं समझा गया।
एक ही प्रवृत्ति के दो मामले पुलिस ने किए पंजीबद्ध,एक मामले में आरोपी का फोटो किया प्रेस को जारी एक मामले में फोटो नहीं किया गया जारी
कोरिया पुलिस ने सूदखोरी के दो मामले एक ही दिन दर्ज किए, एक मामले में दो आरोपी पकड़े गए और एक मामले में एक आरोपी पकड़ा गया, पुलिस ने मामले की सफलता बताने पुलिस की कार्यवाही की सूचना देने दोनो मामलो की प्रेस विज्ञप्ति जारी की और एक मामले में आरोपी जो एक व्यक्ति था उसका फोटो प्रेस को जारी किया वहीं दूसरे मामले में जिसमे दो आरोपी थे का फोटो मीडिया को जारी नहीं किया, दोनो मामला चूंकि एक ही प्रवृत्ति के अपराध का था इसलिए यह सवाल भी उठाया जा रहा है की आखिर पुलिस ने ऐसा क्यों किया? क्यों दोनो मामलो के आरोपियों का संयुक्त फोटो जारी नहीं किया? पूरे मामले में क्या दो आरोपियों की पहचान पुलिस केवल नाम से ही बताना चाह रही है उनका फोटो जारी कर उनकी पहचान वह नहीं बताना चाह रही है यह सवाल कोरिया पुलिस की कार्यवाही के बाद उठ रहा है?
दो आरोपियों का फोटो नहीं जारी करने के पीछे एक प्रधान आरक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण,सूत्र
बताया जा रहा है की एक ही प्रवृत्ति के दो मामले जो कोरिया पुलिस ने दर्ज किए दो मामलो में तीन आरोपियों की जो गिरफ्तारी हुई उसमें एक मामले के दो आरोपियों की फोटो प्रेस को पुलिस ने उपलब्ध नहीं कराई और एक मामले में फोटो आरोपी की उपलब्ध कराई,एक मामले के दो आरोपियों की फोटो प्रेस तक न पहुंचे इसके पीछे एक प्रधान आरक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण है यह बताया जा रहा है,यह प्रधान आरक्षक फिलहाल कोरिया पुलिस की सुपर कॉप टीम के सदस्य हैं और दूसरे नंबर के सुपर कॉप बनने की कोशिश में वह लगे हुए हैं, इस मामले में सबसे अहम भूमिका उन्होंने ही निभाई इसलिए वह मामले के दो आरोपियों की फोटो प्रेस तक न पहुंच सके इस मामले में सफल हुए।
सूदखोरों के विरूद्ध कोरिया पुलिस की कार्यवाही नम्बर 1
पुलिस के विज्ञप्ति के अनुसार मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 10.09.2023 को प्रार्थी देवदास पिता फुलसाय उम्र 55 वर्ष निवासी चरचा के द्वारा सूदखोरों के विरूध एक शिकायत पत्र थाना लाकर पेश किया, जिसमें प्रार्थी का तबियत वर्ष 2019 में खराब होने पर आरोपी से 02 लाख रूपये उधार लिया गया था, जिस पर प्रार्थी ने नगदी एवं चेक के माध्यम से आरोपी को 02 लाख से अधिक रकम दिया है। आरोपी के द्वारा प्रार्थी के खाता से अपना मोबाईल नंबर लिंक कराकर अपने फोन पर प्रार्थी के खाता को फोन पे के माध्यम से संचालित कर प्रार्थी के खाता से पैसा आहरण किया है। आरोपी प्रार्थी के घर के अंदर घुस कर प्रार्थी एवं उसके परिवार वालो के साथ गाली गुप्तार और जान से मारने की धमकी दिया है। जिस पर थाना चरचा में आरोपी सुदर्शन साहू निवासी चरचा के विरूद्ध अपराध क्रमांक147/2023 धारा 384,452,294,506 (बी), 67 (सी) आई.टी. एक्ट छ.ग. ऋणियों का संरक्षण अधिनियम 1937 की धारा 45 के तहत कायम कर,पुलिस अधीक्षक कोरिया,अति. पु. अधी. तथा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी निशानदेही पर थाना चरचा एव सायबर सेल बैकुण्ठपुर के संयुक्त कार्यवही से आरोपी तलब कर पुछताछ के दौरान आरोपी के कब्जे से एक नग फोन जप्त कर आरोपी को गिरफतार कर न्यायालय पेश किया गया कार्यवाही किया गया।
सूदखोरों के विरूद्ध कोरिया पुलिस की कार्यवाही नम्बर 2
मो. जमील उर्फ राजू उम्र 45 वर्ष सा. डबरीपारा थाना बैकुण्ठपुर जिला कोरिया व मो. इम्तियाज उम्र 28 वर्ष डबरीपारा थाना बैकुण्ठपुर जिला कोरिया मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 10.09.2023 को प्रार्थी देवदास पिता फुलसाय उम्र 55 वर्ष निवासी चरचा के द्वारा सूदखोरों के विरूध एक शिकायत पत्र थाना लाकर पेश किया जिस पर प्रार्थी को पैसो की जरूरत पड़ने पर आरोपीगणों से 02 लाख रूपये अलग अलग उधार लिया गया था जिस पर आरोपीगणों ने 20 प्रतिशत के हिसाब से व्याज का रकम काट कर 60-60 हजार रूपये दिया गया और प्रार्थी को 02 लाख के ऐवज में लगभग 05 लाख रूपये धमका चमका कर वसूल किया गया है एवं दिनांक 02.09.2023 को प्रार्थी के खाता से अपने खाता में 75 हजार रुपये का ट्रांस्फर कर लिया गया है। जिस पर चरचा में आरोपी मो. इम्तियाज तथा राजू खान दोनो निवासी बैकुण्ठपुर के विरूद्ध अपराध क्रमांक 148/2023 धारा 384,341,294, 506 (बी) छ.ग. ऋणियों का संरक्षण अधिनियम 1937 की धारा 4.5 के तहत कायम कर कार्यवही से आरोपीगणों का पता तलाश कर पुछताछ के दौरान आरोपीगणों के कब्जे से कॉलरी क्षेत्र में काम कर रहें अलग अलग कर्मचारियों का 07 नग हस्ताक्षर किया हुआ ब्लैंक चेक व तीन नग ए.टी.एम. कार्ड तथा साक्ष्य के रूप में आरोपियों का मोबाईल 02 जप्त कर आरोपीगणों के विरूद्ध कार्यवाही किया गया। घटना में संल्पित अन्य व्यक्तियों की मिली भगत की जांच जारी है।