कोरिया/एमसीबी@राम वन गमन पथ 1200 किलोमीटर की पदयात्रा पर निकले मनोज चतुर्वेदी,8 दिन की यात्रा में तय किया 260 किलोमीटर का सफर

Share

  • मनोज चतुर्वेदी की पद यात्रा छत्तीसगढ़ के विधानसभा क्रमांक 1 से शुरू हुई है और 90 नंबर विधानसभा पर खत्म होगी।
  • पद यात्रा के दौरान लगभग 15 जिला 30 विधानसभा रास्ते में पड़ेगे।
  • लोगों के स्नेह व उत्साह से तय होगी 1200 किलोमीटर की पदयात्रा:मनोज चतुर्वेदी
  • पदयात्रा के दौरान जगह-जगह हो रहा उनका स्वागत,कड़े संकल्प की लोग कर रहे सराहना।
  • मनोज चतुर्वेदी के पदयात्रा में एक श्वान भी है शामिल,जिसका नाम रखा गया है देवदूत।

-रवि सिंह-
कोरिया/एमसीबी 11 सितम्बर 2023 (घटती-घटना)। राम के पद चिन्ह पर चलने व हिंदुत्व व सनातन धर्म के प्रचार के लिए छत्तीसगढ़ राज्य के नवीन जिला एमसीबी के खोंगापानी निवासी मनोज चतुर्वेदी ने एक बहुत बड़ा संकल्प ले लिया है, छत्तीसगढ़ राज्य में राम वन गमन पथ को लेकर उन्होंने 1200 किलोमीटर की पैदल यात्रा करने की ठान ली है और इस पद यात्रा पर वह निकल चुके हैं, पद यात्रा शुरू किए उन्हे 8 दिन बीत चुका है और लगभग उनकी यात्रा 260 किलोमीटर से ऊपर हो चुकी है, इस यात्रा में उन्होंने तीन विधानसभा व 3 जिले की सीमाओं को छु लिया है, यात्रा 5 सितंबर को हरचौका जिला एमसीबी छत्तीसगढ़ से शुरू हुई थी जो सूरजपुर जिले को पार करते हुए सरगुजा पहुंचने वाली है, यह यात्रा काफी लंबी है जिस यात्रा पर मनोज चतुर्वेदी निकल चुके हैं और वह ठान लिए हैं कि 1200 किलोमीटर की पदयात्रा उन्हें करनी है उनके इस संकल्प की लोग सराहना कर रहे हैं और उनका हौसला बढ़ाने के लिए इस यात्रा में जगह-जगह पर लोग जुड़ रहे हैं और उनका स्वागत कर रहे हैं। इस यात्रा में स्वागत करने वाले राजनीतिक व गैर राजनीतिक सभी लोग उनके इस कार्यों से प्रेरित हैं और उनके इस संकल्प का सम्मान कर रहे हैं वही मनोज चतुर्वेदी का कहना है कि आप लोगों के उत्साह व ईश्वर की मर्जी से मैं इस यात्रा को पूरा करूंगा।
ज्ञात होगी छत्तीसगढ़ राज्य के जिला एमसीबी के भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र के खोंगापनी निवासी मनोज चतुर्वेदी ने पद यात्रा शुरू की है, यह पदयात्रा कोई आम पद यात्रा नही है बल्कि राम वन गमन पथ की पद यात्रा है, मिली जानकारी अनुसार वनवास के दौरान भगवान राम ने जिन रास्तों पर चलते हुए छत्तीसगढ़ में गमन किया था और अपना वनवास काल काटा था उन ग्राम व नगरों से होते हुए मनोज चतुर्वेदी भी यात्रा तय करेंगे, शिव भक्त मनोज चतुर्वेदी एक नई यात्रा के लिए निकल पड़े हैं एक ऐसी यात्रा जिसकी परिकल्पना स्वयं महादेव ने की हो.. ऐसी यात्रा जो इससे पहले स्वयं भगवान ने की हो, जिस पर चलकर एक पुत्र ने पिता के वचन का मान बढ़ाया था..जिस मार्ग पर चलकर सत्य ने असत्य पर विजई पाई हो.. जिस यात्रा ने वनवासी एवं आदिवासियों का मान बढ़ाया था.. और उसी मार्ग पर चलकर हम अपने आप को शाश्वत कर सके सनातन शाश्वत हुआ था, मनोज कुछ ऐसी ही यात्रा पर निकल चुके है यह यात्रा राम वन पथ गमन के दंडकारण्य क्षेत्र का जहां हमारे श्री राम मां सीता और श्री लखन ने वनवास के दौरान 10 वर्ष से अधिक का समय व्यतीत किया।

यात्रा छत्तीसगढ़ राज्य को नई पहचान देगा
मनोज चतुर्वेदी की सोच में आज के समय में जब लोगों के अंदर धार्मिक क्षेत्र एवं पर्यटन के प्रति सकारात्मक भाव तथा लोगों में नए स्थानों में जाने एवं उसे देखने और महसूस करने का बहुत ज्यादा उत्साह है ऐसे में उनकी यह यात्रा छत्तीसगढ़ राज्य को नई पहचान देगा क्योंकि सनातन की पहचान श्री राम अपने पिता के आदेश का पालन करने सबसे ज्यादा समय इसी राज्य के वनों के विचरण किए थे और उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम होने का मान पाया था, पिता आदेश का ऐसा परिपालन कहीं और देखने को नहीं मिलता, जहां राज पाठ छोड़कर एक राजा खुद को सन्यासी बना लेता है क्योंकि उसे पिता का निर्देश पालन करने का संकल्प महत्वपूर्ण नजर आता है। वहीं इस दौरान श्री राम ने वन क्षेत्र के हर रहवासी से आत्मीयता दिखाई जाति पाती और किसी छुआ छूत का उन्होंने खंडन किया जो उनका जीवन चरित्र बताता है।
राम के वनवास का पहला पड़ाव
आइए आपको हम बताते हैं कि सीतामढ़ी क्यों खास है, दरअसल, छत्तीसगढ़ के नवीन एमसीबी जिले का विकासखंड भरतपुर सांस्कृतिक विविधताओं और पुरातात्विक अवशेषों से भरा हुआ है, इस भू भाग को राम वन गमन पथ के तौर पर विकसित किया जा रहा है. यहां भगवान राम ने वनवास के दौरान भगवान शिव की आराधना की थी, भगवान शिव के शिवलिंग की भी स्थापना की थी. एमसीबी जिला मुख्यालय से लगभग 150 किलोमीटर दूर कठौतिया केल्हारी जनकपुर होकर पहुंचा जाता है. सीतामढ़ी हरचौका जहां, भगवान  श्री रामचंद्र जी का दक्षिण कौशल (छत्तीसगढ़) में प्रथम पड़ाव हुआ था वही क्षेत्र है। मनोज चतुर्वेदी जी ने यहीं से अपनी पदयात्रा की शुरुआत की है।
कहा कहाँ से गुजरे अब तक मनोज चतुर्वेदी
मनोज चतुर्वेदी ने हरचौका से पुजा अर्चना पश्चात पैदल निकल कर चांग देवी में विश्राम किया इसके बाद वो सीतामढ़ी होते हुए कोटडोल पहुचे, जल्द मनोज रामगढ़ पहुचे जहां उन्होंने रात्रि विश्राम पश्चात सुबह से सोनहत तक कि यात्रा की सोनहत में महामाया मंदिर के समीप अपने मित्र राजन पाण्डेय के निवास पर विश्राम कर सुबह से बैकुण्ठपुर तक कि यात्रा कर प्रेमाबाग पहुचे, उसके बाद पटना होते हुए सूरजपुर पहुंचे सूरजपुर से उदयपुर के लिए रवाना हुए इस बीच उनका उत्साह बनाए रखने के लिए लोग उनके साथ हर पड़ाव पर 40 किलोमीटर चलते नजर आए और उनके साथ देते दिखे।
विधायक गुलाब कमरो ने भी की 35 किलोमीटर की यात्रा
सोनहत से पदयात्रा में विधायक गुलाब कमरो भी शामिल हुए, विधायक कमरो  खाली पेट 35 किलोमीटर तक मनोज के साथ चले, इस यात्रा में विधायक कमरो के 35 किलोमीटर पैदल चलने से लोगो को भी उनका सनातन धर्म के प्रति समपर्ण भाव पसन्द आया विधायक ने कैलाशपुर और घुघरा में मंडली के साथ मिल कर भजन भी गाया सोनहत क्षेत्र से राजन पाण्डेय नवीन पाण्डेय लव प्रताप सिंह प्रेम सागर तिवारी, पंकज दुबे बनसजीवन, शैलेन्द्र मिश्रा मारुति शर्मा, अविनाश, सुरेश, पुष्पेन्द्र, विक्रम राघवेंद्र, किस्मत लाल, सुमित राजवाड़े, महिपाल सहित कई लोग यात्रा में शामिल हुए और बैकुण्ठपुर तक मानोज के सहभागी बने।
राम वन-गमन पदयात्रा पर निकले मनोज का  बैकुन्ठपुर में ढोल नगाडो के साथ जोरदार स्वागत
वही एमसीबी जिले का युवक मनोज चतुर्वेदी कोरिया जिला मुख्यालय बैकुन्ठपुर पहुचे, जहा  घडी चौक पर नगर पालिका नेता प्रतिपक्ष अन्नपूर्णा प्रभाकर सिंह, वेदांती तिवारी, आशीष डाबरे, अजीत लाकड़ा, राजीव गुप्ता, प्रभाकर सिंह, विजय प्रजापति ननकू, महाराजअर्पित गुप्ता, वैभव सिंह, सौरभ गुप्ता, साजिद उस्मानी, मन्नू गुप्ता, अंकित गुप्ता, लवी  दिनेश दुबे, रवि राजवाड़े, प्रमोद सिंह, प्रखर जायसवाल, मयंक गुप्ता, प्रशांत सिंह, लाल दास, अंकित गुप्ता, नंदू प्रजापति, संगीता राजवाड़े, लक्ष्मी सिंह, उषा सिंह एवं अन्य धर्म प्रेमी भारी संख्या में घड़ी चौक में उपस्थित रहे।
1200 किलोमीटर के सफर में पड़ेंगे 15 जिले वह 30 विधानसभा
पूरी यात्रा में मनोज चतुर्वेदी 1200 किलोमीटर की यात्रा पूरी करेंगे, इस दौरान उन्हें 15 जिले रास्ते में मिलेंगे वहीं छत्तीसगढ़ के लगभग 30 विधानसभा इस दौरान उन्हें मार्ग में मिलने वाले हैं, जहां वह सनातन का ध्वज लहराएंगे, सनातन संस्कृति का महत्व छत्तीसगढ़ के लिए कितना है राम राज्य में कितने समय तक वनवाश किए यह यात्रा से लोग जानेंगे। कुल मिलाकर यह यात्रा श्री राम की कहानी जीवंत करेगी और राज्य सहित पूरे देश और विश्व को छत्तीसगढ़ के प्रति आकर्षित करेगी।
1 नंबर विधानसभा से यात्रा हुई शुरू 90 नंबर विधानसभा पर होगी खत्म
छत्तीसगढ़ राज्य के विधानसभा क्रमांक एक से मनोज चतुर्वेदी की यात्रा आरंभ हुई है और यह यात्रा प्रदेश के अंतिम विधानसभा क्रमांक 90 तक जाकर पूरी होगी जो इसकी विशालता बताने काफ़ी है। प्रदेश के जिन जिलों से यह यात्रा जायेगी वहां सनातन ध्वज लहराएगा यह निश्चित है।
मनोज चतुर्वेदी के हिम्मत व संकल्प की हो रही सराहना
मनोज चतुर्वेदी जो इस कठिन यात्रा पर निकले हुए हैं उनकी सराहना आज हर सनातन धर्म अनुयाई कर रहा है,यह यात्रा बेहद कठिन यात्रा है और इस दौरान उन्हें लगातार मुस्किलों से भी गुजरना है लेकिन बिना परवाह वह श्री राम नाम का संकल्प लेकर यात्रा पर निकल चुके हैं,मनोज चतुर्वेदी पूरी अपनी यात्रा के दौरान सनातन धर्म का श्री राम का बखान करते आगे बढ़ेंगे और यात्रा पूरी करेंगे जिसको लेकर उनकी सराहना हो रही है।
अन्य धर्म के लोगों ने भी श्री राम वन गमन पथ पद यात्रा में लिया हिस्सा
मनोज चतुर्वेदी के संकल्प को और अधिक बल तब मिलता देखा गया जब उनकी श्री राम नाम की यात्रा में अन्य धर्मों के लोगों को भी उनके साथ पद यात्रा करते देखा गया। यह दृश्य यह बताने काफ़ी है की श्री राम का चरित्र साथ ही मनोज चतुर्वेदी जी का संकल्प काफी प्रेरणा देने वाला साबित हुआ जहां धर्म बंधन छोड़कर भी लोगों के अन्य धर्म के अनुयायियों ने उनका साथ दिया यात्रा में और श्री राम के अस्तित्व को स्वीकार किया।
देवदूत श्वान बना मनोज चतुर्वेदी का सारथी,चल रहा उनके साथ
इस यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण और अहम किरदार अब एक श्वान हो चुका है जो मनोज चतुर्वेदी जी के साथ कदम मिलाकर चल रहा है,लोग भले अपने क्षेत्र में उनका स्वागत कर रहें है सम्मान कर रहें हैं लेकिन एक श्वान उनकी यात्रा से जबसे जुड़ा है उनके साथ है और वह चलता जा रहा है,उसे लोग अब देवदूत बता रहें हैं और उसका भी आदर सत्कार कर रहें हैं।
नक्सली क्षेत्र में मिले पद यात्री को सुरक्षा
राम वन गमन पथ पदयात्रा जिसमे एमसीबी जिले के मनोज चतुर्वेदी निकले हुए हैं और फिलहाल यह यात्रा सरगुजा संभाग में उनकी जारी है जो आगे नक्सल क्षेत्र में भी पहुंचेगी जिसके लिए यात्रा को शासन को सुरक्षा मुहैया करानी चाहिए,अभी मनोज चतुर्वेदी आबादी क्षेत्रों में पदयात्रा कर रहें हैं आगे उन्हे वनों बीहड़ वनों के बीच से यात्रा करना है अब ऐसे में उन्हें सुरक्षा की जरूरत पड़ेगी,जो उन्हे मुहैया कराया जाना चाहिए।
शासन को पदयात्रा के लिए करनी चाहिए उत्तम व्यवस्था
शासन प्रशासन को पदयात्रा के लिए उत्तम व्यवस्था करानी चाहिए,अब प्रशासन व्यवस्था प्रदान करती है की नहीं यह देखने वाली बात होगी लेकिन मनोज चतुर्वेदी को फिलहाल लोगों का बेहतर साथ मिल रहा है जो उनका सहयोग कर पा रहें हैं।


Share

Check Also

रायपुर,@ निगम-मंडल और स्वशासी संस्थाओं को मिलने वाली अतिरिक्त सुविधाओं पर लगी रोक

Share @ वित्त विभाग ने जारी किया आदेश…रायपुर,26 अक्टूबर 2024 (ए)। वित्त विभाग ने तमाम …

Leave a Reply