महज आठ माह लाखों रुपए की सड़क धराशाही हो गई
आखिर ग्रामीण यांत्रिकी विभाग में पदस्थ अधिकारी के कार्य काल की बनी सीसी सड़के उखड़ रही है?
क्या अधिकारी निर्माण का निरीक्षण करने का झूठा दावा कर रहे हैं?
-राजेन्द्र शर्मा-
खड़गवां, 10 सितम्बर 2023 (घटती घटना) जनपद पंचायत खडगवां में निर्माण कार्यों के नाम पर ग्राम पंचायतों में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। जिम्मेदार जनपद पंचायत के अधिकारी एवं ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के अधिकारी इन घटिया निर्माण कार्यो की शिकायतों पर कार्रवाई करने के बजाय कार्यालय में बैठकर भ्रष्टाचार करने वाले को ही इन्हें दे रहे हैं। शासन से मिलने वाली राशि का बंदरबाट कर राशि को ठिकाने लगाने में लगे हैं। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा हैं।
जनपद पंचायत खडगवां अंर्तगत ग्राम पंचायत जिलीबांध में 6 लाख 20 हजार रुपए की लागत से विधायक निधी से सीसी सड़क निर्माण कार्य के लिए राशि स्वीकृति प्रदान की गई थी जिसका निर्माण कार्य बडका पारा में 190 मीटर सीसी सड़क निर्माण कार्य के लिए स्वीकृत दिया गया था । लेकिन सरपंच पति के मनमानी के कारण अपने चहेते ठेकेदार को सीसी सड़क निर्माण कार्य कराने का जिम्मा दिया था उक्त ठेकेदार ने घटिया एवं गुणवत्ता विहीन सीसी सड़क के निर्माण कार्य को अंजाम दिया जो सी सी सडक महज आठ माह में ही विभागीय अधिकारियों के संरक्षण में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई सडक पर जगह जगह दरार पडने के साथ गिट्टी उखड़ रही है सी सी सडक निर्माण कार्य की कलई आठ माह में ही खुल गई। जिसका प्रमाण सडक पर निकली गिट्टी सड़क की गुणवत्ता को प्रमाणित कर रही है। सीसी सड़क में घटिया गुणवत्ताहीन निर्माण सामग्री का ठेकेदार के द्वारा उपयोग किया होने के कारण सीसी सड़क जगह-जगह से टूट गई।
जगह जगह सीसी सड़क में पड़ी दरार
सीसी सडक का निर्माण कार्य अमानक स्तर की सामग्री का ठेकेदार द्वारा उपयोग करने से सीसी सड़क में पड़ी है बड़ी बड़ी दरारें पड़ने लगी और सड़क से गिट्टी बाहर निकलने लगी है। सड़क पर हल्के वाहन चलने और जानवरों के चलने से सडक टूट रही है। सीसी सड़क निर्माण में ठेकेदार के द्वारा मानक अनुसार सीमेंट गिट्टी रेता का उपयोग नहीं करने और बाईब्रेटर नहीं चलने से यह हालत है अगर सही सामग्री और बाईब्रेटर लगी होती तो यह हालत सी सी सडक की नहीं होती इसकी शिकायत ग्रामीणों के द्वारा किया गया था लेकिन कारवाई नही होने से घटिया निर्माण कार्य को अंजाम देने वाले अघोषित ठेकेदारो के हौसले बुलंद है वार्डवासियों का आरोप हैं कि उपयंत्री द्वारा सीसी सड़क निर्माण के दौरान निर्माण कार्यों की सही जांच नहीं की गई न ही निर्माण के समय मानिटरिंग की गई जिसके चलते ये समस्या हुई है।