- मनरेगा के निर्माण कार्य में निर्माण एजेंसी तो सिर्फ मूकदर्शक है
- खुलेआम हो रही है ठेकदारी जिससे गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य हो रहे हैं
- ग्रामीण यात्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी का पूरा संरक्षण मनरेगा एवं ग्राम पंचायतों में ठेकेदारी करने वालों को प्राप्त है
- क्या ग्रामीणों के विरोध के बाद अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी विभाग को सथल निरीक्षण करना चाहिए की इनके मातहतों को स्थल निरीक्षण पर जाना उचित है ?
–राजेन्द्र शर्मा-
खड़गवां,05 सितम्बर 2023 (घटती घटना) जनपद पंचायत खडगवा के विभिन्न ग्राम पंचायतो मे जो बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र एवं मनेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र आते हैं। ऐसा ही मनरेगा से संबंधित चकर टाइल्स सड़क निर्माण कार्य दुग्गी ग्राम पंचायत में रोजगार गारंटी योजना से निर्माण कार्य चल रहा था जिसमें मोहल्ला वासियों के द्वारा चकर टाइल्स सड़क निर्माण कार्य गुणवत्ता विहीन और घटिया समाग्री से निर्माण कार्य कराया जाने को लेकर मोहल्ला वासियों को इस तरह घटिया निर्माण कार्य पर आपत्ति है कि मोहल्ले की वषों से मांग पूरी हुई है और निर्माण कार्य अच्छे गुणवत्ता पूर्ण नहीं किया जा रहा है और मनरेगा के तहत रोजगार गारंटी योजना से चकर टाइल्स सड़क निर्माण कार्य में चिरमिरी के ठेकेदार के द्वारा एवं चिरमिरी का ही मुंशी ही कार्य को करा रहा है इस चकर टाइल्स सड़क का निर्माण कार्य कराया जाने का विरोध मोहल्ले वासी कर रहे थे।
रोजगार गारंटी योजना के निर्माण कार्यों को अधिकारियों के संरक्षण में ठेकेदार से निर्माण कार्य कराया जा रहा है मोहल्ले के वासियों ने बताया कि इस निर्माण कार्य में लेबर मिस्त्री भी बाहर के है। जबकि मनरेगा से हो रहे निर्माण कार्य में स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराना है मगर इस ग्राम पंचायत में रोजगार गारंटी योजना में ठेकेदारी इस कदर हावी है कि ग्रामीणों के विरोध के बाद भी निर्माण कार्य धड़ल्ले से किए जाते हैं।
इस ग्राम पंचायत में ठेकदारी से चकर टाइल्स सड़क का गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य किया जा रहा है।उसके बाद भी अधिकारी के द्वारा निर्माण सथल की जांच करने की जरूरत नहीं समझी गई और ठेकेदार मनरेगा के सारे नियम कानून को दरकिनार कर निर्माण कार्य करने वाला ठेकेदार धडल्ले से गुणवत्ता विहीन चकर टाइल्स सड़क निर्माण कार्य कर रहा है
ये मामला दुग्गी ग्राम पंचायत में सामने आया है कि चकर टाइल्स सड़क निर्माण कार्य गुणवत्ता विहीन और घटिया कराया जा रहा है।
इस संबंध में संबंधित ग्रामीण यात्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी से जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है।
अब सवाल खडा होता है कि इन ग्रामीण यात्रिकी विभाग के अधिकारी ने इस दुग्गी ग्राम पंचायत के चकर टाइल्स के इसटीमेट और टी एस की स्वीकृती कैसे प्रदान किया गया ?इससे ये प्रतीत होता है की ठेकेदार के द्रारा ग्रामीण यात्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी और इंजीनियर से साठगांठ कर ये सारा खेल खेला जा रहा है ?ग्राम पंचायतों में ठेकदारी कर रहे ठेकेदारों के फाइलों को कार्यालय के चपरासी से घर मे बुलाकर हस्ताक्षर किए जा रहे हैं? इस तरह के निर्माण कार्यों में सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि ग्रामीण यात्रिकी विभाग के इंजीनियर और अनुविभागीय अधिकारी की जानकारी और निर्माण कार्य कि लागत में खेल किया जाता है?
ग्रामीण यात्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय में ही बैठे नजर आते है?
इस का जिता जगता उदाहरण है कई ग्राम पंचायत के गुणवत्ता विहीन और घटिया निर्माण कार्य का होना लाखों रुपये की लागत कि पुलिया सी सी सडक रिटर्निंग वाल भवन आदि का ग्रामीण यात्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी सथल का निरीक्षण करने सथल पर जाते ही नहीं है वो कार्यालय में बैठ कर निर्माण कार्य का इसटीमेट तैयार करते हैं।
ऐसा ही एक मामला कुछ दिनो पूर्व पोडी ग्राम पंचायत में भी हुआ जहां पर समतल जगह पर पुलिया का निर्माण कार्य किया जा रहा था जिसे जाच के पश्चात रोका गया अधिकारी सिर्फ कागजों में ही क्षेत्र के निर्माण कार्यो को देख रहे हैं ग्रामीण यात्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी तो कार्यालय में ही बैठे नजर आते हैं वो भी कभी उन्हें क्षेत्र मे चल रहे निर्माण कार्यो की निरीक्षण करने की फुर्सत ही नहीं है?
ग्रामीण यात्रिकी विभाग का निर्माण कार्यो मे भ्रष्टाचार करने के लिए ठेकेदारों को पूरा संरक्षण प्राप्त है
ग्रामीण यात्रिकी विभाग के द्रारा ग्राम पंचायत मे चल रहे निर्माण कार्यो के निरीक्षण और निर्माण कार्यों का इसटीमेट सथल निरीक्षण के पश्चात तैयार किये जाना होता है। सूत्रों की माने तो खडगवा ग्रामीण यात्रिकी विभाग में किसी भी निर्माण कार्य का इसटीमेट कार्यालय में बैठ कर जदा से जदा लागत का इसटीमेट तैयार किया जाता है जिसमें इन अनुविभागीय अधिकारी का अपना हिस्सा भी उस निर्माण कार्य के इसटीमेट मे शामिल रहता है। इनके सरक्षण मे ही जनपद क्षेत्र में धडल्ले से ठेकेदारी प्रथा से गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य मे भ्रष्टाचार चल रहा है? इस संबंध में ग्रामीण यात्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी से उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क कर जानकारी चाही तो उन्होंने संबंधित तकनीकी सहायक को निर्माण स्थल पर जाकर जांच करने का आदेश दिया गया है।