- मनेंद्रगढ़ में सरकारी शराब नहीं एमपी की शराब बिकती है ज्यादा,होटल में सरकारी शराब नहीं…एमपी की शराब पिने की अनुमति:सूत्र।
- भाजपा के मण्डल अध्यक्ष का भी ऑडियो क्लिप वायरल हुआ जिसमें अवैध कारोबारी को संरक्षण मिलने की पुष्टि,क्या अनुशासित माने जाने वाली बीजेपी कर पाएगी कार्यवाही?
- बैठक तो हुई पर कार्यवाही की खबर नहीं आई बल्कि अवैध कारोबार के खिलाफ आवाज उठाने वाले भाजपा नेता के खिलाफ ही कार्यवाही करने की मांग अंदर खाने में हो रही।
- वर्तमान विधायक अपने राजनीतिक फायदे के लिए अपने ही आदमी का ऑडियो वायरल करके उसके अवैध व्यापार की बाजा बजा दी।
- भाजपा के भ्रष्टाचार की बारात का जवाब क्या कांग्रेस ने भाजपा के मंडल अध्यक्ष के अवैध कारोबार में सम्मिलित होने के ऑडियो को प्रसारित कर के दिया?
-रवि सिंह-
चिरमिरी 05 सितम्बर 2023 (घटती-घटना)। भारतीय जनता पार्टी मनेंद्रगढ़ विधानसभा में वर्तमान विधायक को घेरने में कोई भी कसर नहीं छोड़ी थी, वर्तमान विधायक के भ्रष्टाचार की पूरी पोल ही खोल के लोगों के सामने रख दी थी, जिसका जवाब सत्ता पक्ष के विधायक अच्छी तरीके से नहीं दे पाए थे, पर इस बार सत्ता पक्ष के विधायक ने भाजपा को जवाब देने के लिए एक भाजपा नेता के ऑडियो क्लिप का इस्तेमाल किया,जिसमें मण्डल अध्यक्ष अवैध कारोबारी के साथ सांठगांठ की बात करते नजर आए, यह पहला मौका था जब सत्ता पक्ष के विधायक ने भाजपा के नेताओं की बोलती बंद कर दी थी, बीच सड़क पर प्रोजेक्टर लगाकर सभी लोगों को भाजपा नेता का करतूत दिखाया कि किस प्रकार अवैध कारोबारी से पैसे लेकर संरक्षण दिया जाता था। आवाज भी किसी और कि नहीं भाजपा के मंडल अध्यक्ष रघुनंदन यादव की बताई जा रही है, अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या अनुशासित पार्टी बीजेपी ऐसे नेताओं पर कार्रवाई करेगी? जिसे लेकर जिलाध्यक्ष ने एक बैठक भी ली थी पर सूत्रों की माने तो बैठक में भी कार्यवाही न होने की सेटिंग चल रही थी, कोई कह रहा था कि इस पर कार्यवाही होगी तो उस पर भी हो…उस पर होगी तो…उस पर भी हो, जिस भाजपा नेता ने खुलकर अवैध कारोबारियों के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी थी उसी को ही पार्टी से हटाने की कवायद शुरू हो गई है, जिसमें प्रदीप सलूजा का नाम आ रहा है कि उन्हें भी पार्टी से निकाला जाए क्योंकि वह सोशल मीडिया में खूब लिखते हैं पर यह गौर करने वाली बात है इकलौता भाजपा नेता था जो अवैध कारोबारियों के खिलाफ मुहिम छेड़ रखे थे पूरे मामले में।
दो बोतल शराब के साथ एक लाख रुपए लेने देने वाले ऑडियो क्लिप का किया हुआ था प्रसारण
मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने हल्दीबाड़ी के पंजाब नेशनल बैंक के पास गुरुवार की संध्या पत्रकार वार्ता कर स्थानीय भाजपा के चिरमिरी मण्डल अध्यक्ष रघुनंदन यादव एवं पूर्व मंडल महामंत्री राजेश सिंह उर्फ़ मुन्नू सिंह का एक ऑडियो क्लिप जारी करते हुए भाजपा नेताओं के ऊपर कोल माफिया से सांठगांठ कर उनसे बड़ी रकम की उगाही के साथ दो बोतल शराब की व्यवस्था लेने का आरोप लगाया है। आडियो क्लिप में भाजपा के चिरमिरी मण्डल अध्यक्ष रघुनंदन यादव साफ तौर पर कोयला माफिया से 2 लाख रुपये की मांग करते नजर आ रहे है। वही कोयला माफिया द्वारा पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल को एक लाख रुपये का भुगतान कर देने की बात कही जा रही है। इसी आडियो क्लिप में भाजपा के मण्डल महामंत्री उक्त कोल माफिया से दो बोतल शराब की मांग करते हुए भी नजर आ रहे है। इस आडियो क्लिप के जारी होने के बाद से पूरे मनेन्द्रगढ़ विधानसभा में हड़कंप मच गया है। मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जयसवाल कहना है की कल तक जो भाजपा के नेता कांग्रेस के विधायक के ऊपर खुलेआम भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे थे उनकी सावन पर्व में बरात तक निकाली थी, अब ही नेता इस मुद्दे पर मुह छिपाते क्यों फिर रहे है? और कोई भी बयान देने से बच रहे है। इस ऑडियो क्लिप में साफ तौर पर देखा जा रहा है की बात चीत करने वाले दोनों व्यक्ति कौन है, चिरमिरी के लगभग सभी प्रचलित चौक चौराहो से लेकर हर पान ठेले, चाय की दुकान सार्वजनिक स्थल इस बात को जानता है की ऑडियो क्लिप में बात करने वाले की आवाज शहर के किस व्यक्ति से मेल खा रही है। इस ऑडियो क्लिप में स्वयं वर्तमान भाजपा मंडल के अध्यक्ष पूर्व विधायक श्यामबिहारी जायसवाल का नाम लेते दिख रहे है और वह खुद भाजपा मंडल को पैसे देने की बात कर रहे है। बहरहाल आगामी दो से तीन माह के पूर्व होने वाले विधानसभा चुनाव में ऊठ किस करवट बैठेगा ये तो पता नहीं पर कोल नगरी में उसकी तस्करी कर अपने कपड़ो के साथ अपनी जेबौ में भी कालिक लगाने वाले बड़े बड़े नेताओं अब अपना मुंह छुपाते फिर रहे है।
प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भाजपा प्रदीप सलूजा ने जिलाध्यक्ष भाजपा एमसीबी को मामले में कार्यवाही करने लिखा पत्र इसी बीच भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रदीप सालुजा ने भाजपा जिलाध्यक्ष एमसीबी को एक पत्र लिखा है और उन्होंने मामले में जो जारी हुए ऑडियो से जुड़ा हुआ है में कार्यवाही की मांग की है,उनका पत्र में अनुरोध है जिलाध्यक्ष से की चूंकि चुनावी वर्ष है और इस दौरान जारी ऑडियो जिसमे पार्टी के ही जिम्मेदार पद पर बैठे नेता की आवाज वायरल हुई है जिसमे अवैध कोयला कारोबारी के साथ उनके सांठगांठ की बात समाने आ रही है जिससे पार्टी की छवि धूमिल हो रही है,उन्होंने जिलाध्यक्ष से मांग की है की जारी ऑडियो की सच्चाई की जांच कराकर अपने स्तर पर कार्यवाही करें जिससे पार्टी की छवि खराब न हो क्योंकि चुनावी वर्ष होने के कारण पार्टी को नुकसान न हो,प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रदीप सलूजा के पत्र से अब एक बात तो स्पष्ट हो गई है की पार्टी ने और पार्टी के पदाधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया है और उन्हे भी लग रहा है की चुनावी वर्ष में जारी ऑडियो निश्चित रूप से पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाला साबित हो सकता है।
क्या नवीन जिले एमसीबी में सत्ताधारी दल और विपक्षी दल भाजपा मिलकर चला रहे अवैध कारोबार का व्यापार?
एमसीबी जिले के चिरमिरी के भाजपा नेता और अवैध कोयला कारोबारी का जारी ऑडियो जो वायरल हुआ है को यदि पूरा सुना और समझा जाए और यदि यह सत्य है जैसा सत्ताधारी दल साबित कर रहा है तब एक बात तो स्पष्ट हो जाति है की जिले में अवैध कारोबार सत्ताधारी दल और विपक्ष दोनों की मिलीभगत से चल रहा है, क्योंकि ऑडियो वायरल करने वाले सत्ताधारी दल के हैं और यदि उन्हे मालूम था की अवैध कारोबार हो रहा है तो उन्होंने ऑडियो बनाने की बजाए संबंधित अवैध कारोबारियों भाजपा नेताओं पर कानूनी कार्यवाही क्यों नहीं कराई यह बड़ा सवाल है। कुल मिलाकर ऑडियो यह साबित कर रहा है की सब कुछ सभी की जानकारी में हो रहा है और सभी का अपना अपना हिस्सा है।
क्या भाजपा एक दो प्रदर्शन कर के कमीशन का रेट बढ़ा रही थी?
एक भाजपा के नेता ने कहा की अनुशासित भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व अब कार्यकर्ताओ को ये बात स्पष्ठ रूप से बताये की कोयला-कबाड़-सट्टा का विरोध करना है या नहीं, क्योकि सिर्फ रेट बढ़ाने के लिए एक दो प्रदर्शन नाम मात्र के साढ़े चार साल में हुए है, भाजपा के देवतुल्य कार्यकर्ताओ को गेम बाज़ नेताओं के चुगल में फस कर अवैध कारोबार का रुख कर रहे है, क्या साढ़े चार साल वर्तमान विधायक की जितनी भी कमियां थी वो अभी अभी कैसे जागृत हुई है, आज गेम बाज़ नेताओ की चाल बाज़ी को छोटा और पार्टी के लिए मर मिटने वाला कार्यकर्ता समझ नही पाता और निश्छल होकर सत्ता पक्ष के खिलाफ आवाज उठाता है और बड़े नेता बनकर कबाड़ियों कोयला माफिया से सिर्फ अपना रेट बढ़वाते है और कार्यकर्ता ठगा सा रह जाता है, हद्द तो तब हो जाती है जब पार्टी के एजेंडे के आधार पर कोई कार्यकर्ता कबाड़ियों या कोयला माफिया का विरोध करके उस काम को बंद करवा देता है तो माफिया का दुश्मन तो कम बनता है आप बड़े गेम बाज़ नेताओ का बहुत बड़ा दुश्मन बन जाता है, और उसकी जान आफत में आ जाती है, एक भाजपा नेता का यह नही आरोप है की बोतल शराब मांगने वाले कहते है कि जैसा किया है वैसा भोगेगा, कार्यकर्ता अपनी जान मरवाने के लिए पार्टी के आदेश के साथ गद्दारी करने वाले नेताओं से क्यो ना सतर्क रहें? एक नेता ने अपने कार्यकर्ता बंधुओ से हाथ जोड़कर विनती किया की सोच समझ कर कबाड़ियों या कोल माफिया के खिलाफ आवाज उठाइयेगा, क्योंकि वायरल ऑडियो में माफिया जब एक शराब मांगने वाले से कह रहा है कि फलाने नेता ज्ञापन देने के लिए कह रहा था तो दारू का लालची नेता कैसे बोल रहा है, क्यो की लंबी रकम के लेन देन की बात भी आप ऑडियो में सुन ही लिए होंगे और कोई भी कार्यकर्ता चाहे उसकी माँ जिंदा हो या स्वर्गवासी हो गयी हो उसे भी गन्दी गन्दी गाली बकेगा क्या दो बोतल मांगने वाला शराबी किसी की स्वर्गीय माँ को गाली देने लगेगा? ऐसे नेता शराब के लिए पार्टी को गिरवी रख देंगे लेकिन आपकी सुरक्षा नही करेंगे।
विधायक ने अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने अपने ही खास का ऑडियो कर दिया वायरल
पूरे मामले में वर्तमान विधायक की तरफ से उनके प्रतिनिधि ने ऑडियो वायरल किया है,ऑडियो में जो आवाज एक तरफ है वह भाजपा नेताओं की यदि है तो एक तरफ जो आवाज है वह विधायक के ही एक खास की है जिसका की उपयोग पूरे मामले में विधायक ने किया है,अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने विधायक ने अपने ही खास की ऑडियो इसलिए वायरल की जिससे पूर्व विधायक व विपक्ष की छवि धूमिल हो सके क्योंकि उनकी छवि धूमिल करने में भाजपाई सफल हो चुके थे और नवीन जिले में अवैध कारोबार का मामला सभी ने स्वीकार्य भी कर लिया था की वर्तमान सरकार में काफी जोर शोर से जारी है और उसी का बदला यह ऑडियो साबित हुआ जिसमे यह साबित हुआ की यदि वर्तमान अवैध कारोबार में शामिल हैं तो पुर्व भी हिस्सा ले रहे हैं बराबर ले रहें हैं।
क्या राजनीति में नेता किसी की भी बलि चढ़ाने से नहीं कतराते?
जिस व्यक्ति की ऑडियो वायरल हुई जिसने भाजपा नेताओं का पोल खोला वह एक कोयला चोर है जो साबित भी होता है उसकी बातों से वहीं दूसरी तरफ की आवाज भाजपा नेताओं की बताई जा रही है जो चोर की चोरी में सहयोगी रहते चले आ रहे थे,अब जिस कोयला चोर की आवाज है ऑडियो में उसको लेकर यह भी कहा जाता है की वह वर्तमान का करीबी है,अब सोचने वाली बात यह है की और विचार करने की बात यह है की क्या अपने किसी चहेते का भी उपयोग जब चाहे राजनीति में राजनेता कर सकते हैं उसे बली का बकरा बना सकते हैं।वैसे ऑडियो में जिस कोयला चोर की आवाज है वह स्वीकार कर रहा है की कारोबार अच्छा चला ही नहीं चला रुका चला और रुका वह परेशान हुआ पक्ष विपक्ष की राजनीति से । वैसे पूरे मामले में एक विचित्र विडंबना समझ में आई की कानून नेताओं के बीच किस कदर मजबुर है अब चोर चोरी की बात पूरी सीनाजोरी से मोबाइल में कर रहें हैं ऑडियो रिलीज हो रहा और पुलिस हेट स्पीच तलाश रही है सोशल मीडिया में जबकि यहां गिरफ्तारी कर ऑडियो के दोनो पक्षों को वह यदि पूछताछ करती कई नए राज सामने आते।
अवैध कारोबारी के लिए पक्ष और विपक्ष दोनों को अपने पक्ष में करना जरूरी
अब कथित कोयला चोर जिसकी ऑडियो वायरल हुई है वह वर्तमान सरकार दोबारा चुनी गई तो जरूर मजे में रहेगा लेकिन यदि वर्तमान का विपक्ष सत्ता में आया तो वह परेशान हो जाएगा यह कहा जा सकता है। किसी चोर के लिए सभी के बीच तालमेल बिठाकर चलना जरूरी होता है लेकिन ऑडियो में एक चोर ने एक दल विशेष के नेताओं की पोल खोल दी है जो साबित भी हो रहा है आवाज सुनकर की उस दल के नेता चोर को चोरी करने देने की एवज में कमीशन की बात कर रहें हैं।
विधायक ने दवाब पूर्वक हासिल किया अवैध कारोबारी से ऑडियो
बताया जा रहा है की जो ऑडियो वायरल हुआ है वह विधायक ने दबाव पूर्वक कोयला चोर से हासिल किया है,मामले में यह भी सवाल उठता है की कौन क्या चुराता है सभी कुछ जनप्रतिनिधि जानते हैं और सबकुछ स्वार्थ की वजह से उनके मन में दफ्न है।