जनप्रतिनिधियों को कहा दलाल
तो.! दलाली में रहते हैं व्यस्त,किश्तों में बेच रहे अपने आप को
रोजगार की मांग को लेकर 24 अगस्त को बिजुरी नगर के कपिलधारा कॉलोनी में स्थित जेएमएस कार्यालय के घेराव को लेकर आयोजित प्रेसवार्ता में जिला पंचायत सदस्य रामजी रिंकू मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश के ही अन्य जिले में जा कर देखिए
कि वहां क्या किसी भी कंपनी की औकात होती है कि वहां जाए और वहां के लोगों को नजरअंदाज
करें और अपना काम चला ले…फर्क सिर्फ इतना है कि हमारे क्षेत्र की राजनैतिक शून्यता इस बात के लिए पूरी तरह से जवाब देह है…और इसीलिए हमारे जो जनप्रतिनिधि हैं वह केवल और केवल और केवल दलाली में व्यस्त हो जाते हैं और छोटे-मोटे केसों में वह अपने आपको बेच दे रहे हैं…इस कारण से कंपनी की इतनी हिम्मत पड़ जाती है कि वह हमारे ही क्षेत्र में आकर हमारे यहां के मूल लोगों के ऊपर, स्थानीय लोगों के ऊपर इनके द्वारा उनके अधिकारों की मांग पर मांगों को पूरा नहीं करती ऊपर से मुकदमे करवा देती है…और हमारे यहां के जो ताकतवर लोग हैं वह जिनको हमने चुना है वह उनका साथ देते हैं…लेकिन मैं यह स्पष्ट कहना चाहता हूं कि ऐसी हर परिस्थिति से हम लड़े हैं हमारे ऊपर भी मुकदमे लगे हैं…चूंकि जहाँ रामजी रिंकू मिश्रा ने सारे जनप्रतिनिधियों को दलाल बताया है,वहीं वो खुद भी एक जनप्रतिनिधि के रूप में जिला पंचायत में विद्यमान हैं…ऐसे में उन्हें क्या समझा जाए यह अपने आप में बड़ा सवाल है… ?
-अरविंद दिवेदी-
अनूपपुर,21 अगस्त 2023 (घटती-घटना)। जिले के कोतमा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत ठोडहा, बसखला, बसखली एवं मोहरी में स्थापित हो रही जेएमएस माइनिंग कंपनी की कोयला खदान में जनसुनवाई के दौरान उपस्थित जेएमएस कंपनी के अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया था कि कंपनी संचालित होने एवं पूरे ग्रामीणों की भूमि अधिग्रहित किए जाने के पश्चात रोजगार दिए जाने की बात कही गई थी। लेकिन कंपनी प्रबंधन के द्वारा वादे से मुकर जाने के आरोप लगाते हुए जिला पंचायत सदस्य राम जी रिंकू मिश्रा सहित प्रभावित ग्राम के सरपंच ने इस मामले में 24 अगस्त को बिजुरी के कपिलधारा कॉलोनी में स्थित जेएमएस कंपनी कार्यालय का घेराव करने की चेतावनी दी है।
1000 की जगह महज 30 लोगों को रोजगार
प्रेसवार्ता आयोजित कर जानकारी देते हुए जिला पंचायत सदस्य रामजी रिंकू मिश्रा एवं सरपंच संघ के अध्यक्ष सूरज अगरिया तथा उप सरपंच संघ के अध्यक्ष श्यामू शर्मा, जनपद सदस्य देवनाथ सिंह एवं सरपंच ठोडहा नोहर सिंह के द्वारा बताया गया कि कंपनी प्रबंधन के द्वारा 476 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण प्रभावित ग्रामों से किया गया है। जहां कंपनी प्रबंधन के द्वारा पर्यावरण जन सुनवाई के दौरान 1000 स्थानीय व्यक्तियों को रोजगार योग्यता के आधार पर देने का आश्वासन दिया गया था लेकिन कंपनी के द्वारा प्रभावित भूमि पर बाउंड्री वाल सहित अन्य कार्य प्रारंभ कर दिया गया है और अभी तक मात्र 30 लोगों को रोजगार प्रदान करने की बात कही गई।
अन्य प्रांत के लोगों को कंपनी दे रही रोजगार
जनप्रतिनिधियों द्वारा कंपनी प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि कोतमा विकासखंड में कंपनी प्रारंभ हो रही है लेकिन प्रबंधन के द्वारा रोजगार कोलकाता सहित अन्य प्रांत के लोगों को दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में योग्य व्यक्तियों की कमी नहीं है, हजारों की संख्या में माइनिंग का कोर्स किए हुए युवा रोजगार की राह देख रहे है। लेकिन कंपनी प्रबंधन बाहरी लोगों को रोजगार में अहमियत दे रही है और क्षेत्र के लोगों के साथ छलावा कर रही है।
नहीं मिला रोजगार तो बंद कराएंगे खदान
जिला पंचायत सदस्य राम जी रिंकू मिश्रा ने कहा कि भूमिगत कोयला खदान होने की वजह से यह अंदाजा लगा पाना मुश्किल है कि कंपनी ने किस किसान की भूमि पर कोयला उत्खनन प्रारंभ कर दिया है। लेकिन किसानों को यह झांसा दिया जा रहा है कि जब उनकी भूमि पर कार्य प्रारंभ किया जाएगा तभी उन्हें रोजगार मिलेगा। ऐसे में कंपनी प्रबंधन ग्रामीण को बरगलाते हुए अपना कार्य प्रारंभ कर रही है। जिस पर उन्होंने कहा कि 24 अगस्त को कंपनी कार्यालय का घेराव किए जाने के पश्चात भी अगर ग्रामीणों को रोजगार प्रदान करने में मनमानी की गई तो स्थानीय ग्रामीणों के साथ कंपनी का कार्य बंद कराया जाएगा।