बैंक ऑफ बड़ौदा ने बताया कि आखिर क्यों लिया गया सनी देओल के बंगले के नीलामी का नोटिस वापस? जारी किया बयान
नई दिल्ली,21 अगस्त 2023 (ए)। फिल्म गदर-2 की सक्सेस को एंजॉय कर रहे बॉलीवुड एक्टर सनी देओल के बंगले की नीलामी को लेकर हैरान कर देने वाली खबर सामने आई थी,
हालांकि एक्टर के मुंबई के जुहू में स्थित बंगले की नीलाम का नोटिस बैंक ऑफ बड़ौदा ने 24 घंटे में वापस ले लिया। जिसके बाद अब बैंक ने एक बयान जारी किया है।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने सोमवार को अभिनेता और भाजपा सांसद सनी देओल के मुंबई के जुहू स्थित बंगले के नीलामी नोटिस को वापस लेने में बताए गए तकनीकी कारणों पर एक बयान जारी किया है।
24 घंटे के अंदर नीलामी आदेश वापस
बैंक ने अपने स्टेटमेंट में अखबारों में खंडन जारी कर कहा कि यह नोटिस तकनीकी कारणों से वापस लिया जा रहा है। सनी देओल की प्रॉपर्टी की नीलामी नहीं होगी। ख्ह्रख् ने बताया कि 20 अगस्त 2023 को प्रकाशित बिक्री नोटिस के बाद खुद कर्जदार यानी सनी देओल ने बकाया राशि चुकाने के लिए बैंक से संपर्क किया था। ऐसे में इस नोटिस को सिर्फ टेक्नीकल इश्यूज के चलते वापस लिया जा रहा है।
बैंक ने बताई 3 तकनीकी कारण
21 अगस्त को जारी बैंक ने अपने लेटर में बिक्री नोटिस को वापस लेने में तकनीकी कारणों के बारे में बताते हुए कहा कि सबसे पहले कुल बकाया में वसूल किए जाने वाले बकाया की सटीक मात्रा नहीं बतलाई गई। बैंक ने आगे बताया कि यह सेल नोटिस सिक्योरिटी इंटरेस्ट (एनफोर्समेंट) रूल्स 2002 के नियम 8(6) के अनुसार प्रॉपर्टी के सिम्बोलिक पजेशन पर बेस्ड है। बैंक ने फिजिकल पजेशन के लिए 01 अगस्त 2023 को चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट को एक एप्लीकेशन दी थी, जो अभी परमिशन के लिए पेंडिंग है। वहीं कहा गया है कि यह संपत्ति इकाई उधारकर्ता द्वारा बताए अनुसार चल रही है, ऐसे में भौतिक कब्जा यानी कि फिजिकल पजेशन मिलने के बाद एसएआरएफ एईएसटी अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार बिक्री कार्रवाई शुरू किया जाएगी।
सनी देओल पर 56 करोड़ रुपए का लोन
रविवार (20 अगस्त) को पब्लिश हुए एक बैंक नोटिस के अनुसार सनी देओल ने 56 करोड़ रुपए लोन लिया था, जिसे नहीं चुकाने पर 25 सितंबर को बंगले की नीलामी की तारीख दी गई थी। बैंक ने एक्टर से लोन रिकवरी का एक नोटिस विज्ञापन भी छपवाया था।
सनी देओल के बंगले की नीलामी रद्द करने पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
कहा-24 घंटे में कहां से आ गए टेक्निकल रिसन?
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोमवार को अभिनेता से नेता बने सनी देओल के जुहू स्थित आवास की ई-नीलामी के लिए बैंक नोटिस वापस लेने को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर तंज कसा और कहा, आश्चर्य है कि इन तकनीकी कारणों को किसने शुरू किया। पार्टी के महासचिव ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि कल दोपहर को देश को पता चला कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने 56 करोड़ रुपये का कर्ज वापस न करने पर भाजपा सांसद सनी देओल के जुहू स्थित आवास को ई-नीलामी के लिए रखा है।
आज सुबह, 24 घंटे से भी कम समय में देश को पता चला कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने ‘तकनीकी कारणों’ से नीलामी नोटिस वापस ले लिया है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद ने कहा, आश्चर्य है कि इन ‘तकनीकी कारणों’ को किसने शुरू किया? गौरतलब है कि सनी देओल पंजाब के गुरदासपुर संसदीय क्षेत्र से बीजेपी के लोकसभा सांसद है।
कांग्रेस नेताओं की यह टिप्पणी केंद्र सरकार के स्वामित्व वाले बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) द्वारा 30 जून को 34,832.16 करोड़ रुपये के सकल गैर-निष्पादित ऋण से लदे होने सूचना के बाद आई है, जिसने अभिनेता की नीलामी के अपने फैसले को वापस लेने का फैसला किया है।