- अपने पूर्व सरपंच पति के साथ पटना सरपंच पहुंची ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बैकुंठपुर के समक्ष,बिहारीलाल राजवाड़े भी रहे मौजूद
- बिहारीलाल राजवाड़े ने दर्ज कराई,इस दौरान अपनी दावेदारी,विधानसभा चुनाव में खुद के लिए मांगा कांग्रेस से टिकट
- बिहारीलाल राजवाड़े पूर्व में लड़ चुके हैं जनता जोगी कांग्रेस से विधानसभा का चुनाव,बाद में उन्होंने कर लिया है कांग्रेस प्रवेश
- पूर्व मंत्री और राजवाड़े समाज से आने वाले पूर्व भाजपा विधायक की पिछली चुनाव में हार का कारण भी बन चुके हैं बिहारीलाल राजवाड़े
- लगभग 9 हजार से ज्यादा मत प्राप्त कर बिहारीलाल राजवाड़े थे पिछले चुनाव में चौथे स्थान पर
- भईयालाल राजवाड़े का भाजपा काट सकती है टिकट,भाजपा सूत्रों की माने तो पिछली हार है इसकी वजह
- राजवाड़े समाज में पिछले चुनाव में हुआ था मत विभाजन इसलिए भईयालाल राजवाड़े की हुई थी हार।
- भईयालाल राजवाड़े का यदि भाजपा काटती है बैकुंठपुर से टिकट तो पिछले चुनाव का परिणाम होगी इसकी वजह
- सूत्रों की माने तो बिहारीलाल राजवाड़े को पिछले चुनाव में मिले मतों की वजह से ही कट सकता है भईयालाल राजवाड़े का टिकट
- पटना सरपंच उप सरपंच का कांग्रेस प्रवेश बिहारीलाल राजवाड़े की होगी बड़ी उपलब्धि,अब तक वह निर्दलीय होकर ही जीतते आ रहे थे ग्राम पंचायत का चुनाव
–रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर, 21 अगस्त 2023(घटती-घटना)। कोरिया जिले के बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र चुनाव के लिए अब ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष बैकुंठपुर के समक्ष कांग्रेस पार्टी से दावेदारों की दावेदारी सामने आने लगी है और इसी क्रम में राजवाड़े समाज से आने वाले बिहारीलाल राजवाड़े ने अपना आवेदन दावेदारी का ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बैकुंठपुर अध्यक्ष अजय सिंह को सौंपा है, जिस दौरान उनके साथ पटना सरपंच एवम उनके पति पूर्व सरपंच भी मौजूद नजर आए जो ग्राम पंचायत पटना से तीन बार सरपंच रहते हुए भी अभी तक निर्दलीय माने जाते रहे और उन्हे इसी वजह से जीत मिलती रही, पटना सरपंच एवम उनके पति पूर्व सरपंच की बिहारीलाल राजवाड़े के साथ उनके कांग्रेस पार्टी बैकुंठपुर ब्लॉक अध्यक्ष के समक्ष बैकुंठपुर विधानसभा से दावेदारी के दौरान उपस्थिति से यह भी तय नजर आया की जल्द ही वह बिहारीलाल राजवाड़े के नेतृत्व में कांग्रेस भी प्रवेश करने वाली हैं और इस तरह अब पटना सरपंच अब निर्दलीय न रहकर एक दल से जुड़ी नजर आएंगी, पटना सरपंच वैसे तीन पंचवर्षीय सरपंच साबित हो चुकी हैं या उनका परिवार तीन पंचवर्षीय कार्यकाल पूरा करने जा रहा है जबकि इस दौरान वह निर्दलीय रहकर ही चुनाव में जीत दर्ज करने वाला परिवार बना रहा है भले बात उनके पति के जीत की हो या फिर उनके स्वयं के दो बार की जीत की बात हो वैसे यदि वह जैसा की स्पष्ट भी नजर आ रहा है की वह या उनका झुकाव कांग्रेस की तरफ हो चुका है और ऐसे में वह कांग्रेस पार्टी में प्रवेश करती हैं तो इसका श्रेय बिहारीलाल राजवाड़े को जायेगा जो कहीं न कहीं सही भी है।
बिहारीलाल राजवाड़े कांग्रेस पार्टी के लिए विधानसभा चुनाव में हो सकते हैं दूसरे जिताऊ और प्रबल दावेदार
वैसे तो कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है की इस विधानसभा चुनाव में टिकट वर्तमान विधायक को ही मिलने जा रहा है और उनके विकल्प के तौर पर किसी को भी नहीं माना जा रहा है फिर भी यदि पार्टी से उम्मीदवार बतौर दूसरे विकल्प की बात की जाए तो वह बिहारीलाल राजवाड़े ही नजर आते हैं जिन्होंने या जिनकी वजह से ही पूर्व कैबिनेट मंत्री की पिछले चुनाव में हार हुई थी और जिन्होंने राजवाड़े समाज के मतों में ही विभाजन कर दिया था जिसकी वजह से भईयालाल राजवाड़े परास्त हुए थे।
भईयालाल राजवाड़े के टिकट कटने की वजह भी उन्हे पिछली चुनाव में मिली हार है,अब समाज में उनकी पूरी तरह पकड़ नहीं यह भाजपा ने भी मान लिया
पूर्व कैबिनेट मंत्री भईयालाल राजवाड़े पिछले चुनाव में हार गए थे और इसीलिए उन्हें इस चुनाव में यदि टिकट नहीं मिलता है तो इसकी वजह भी पुराने चुनाव में उनकी हार वजह मानी जायेगी जो सही भी मानी जा सकती है, यदि भाजपा उनका टिकट काटती है तो यह भी कहा जा सकता है की राजवाड़े समाज में पिछले चुनाव में जो सेंध बिहारीलाल राजवाड़े ने लगाई थी वह इसकी एकमात्र वजह बनी और भाजपा ने भी बैकुंठपुर विधानसभा में राजवाड़े समाज की पिछले चुनाव में मत विभाजन को आंक लिया है ऐसा माना जा रहा है इसलिए वह इस विधानसभा में यदि राजवाड़े समाज से टिकट नहीं देती है तो यह इसी सोच का नतीजा माना जायेगा।
बिहारीलाल राजवाड़े अब राजवाड़े समाज का सम्हाल सकते हैं कमान,वह समाज के भी मत कांग्रेस पार्टी की तरफ कर सकते हैं रुख
भईयालाल राजवाड़े का यदि टिकट कटता है तो वह कितना सक्रिय रह सकेंगे राजनीति में यह अभी कह पाना संभव नहीं है वहीं राजवाड़े समाज का मत वह कितना अपने नियंत्रण में रख सकेंगे और उसका रुख किस स्तर तक किस तरफ कर सकेंगे यह भी देखने वाली बात होगी वहीं अब राजवाड़े समाज से सबसे सक्रिय नेता बिहारीलाल राजवाड़े होंगे और जो फिलहाल जोगी कांग्रेस छोड़कर कांग्रेस पार्टी में प्रवेश कर चुके हैं और वह जिस प्रकार पिछले चुनाव में 9 हजार मत प्राप्त कर चुके हैं जो अब वह वही मत कांग्रेस पार्टी की तरफ करने का प्रयास करेंगे जिसका फायदा वर्तमान विधायक को मिलेगा जो तय नजर आ रहा है। बिहारीलाल राजवाड़े चूंकि सक्रिय रहने वाले हैं राजनीति में और राजवाड़े समाज भी भईयालाल राजवाड़े के बाद समाज से एक नेतृत्व तलाश करेगा जो उसे बिहारीलाल राजवाड़े में नजर आएगा जो भी आगे हो सकेगा देखा जा सकेगा।
बिहारीलाल राजवाड़े पटना क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेताओं में भी हो जायेंगे शुमार
पटना सरपंच का कांग्रेस प्रवेश उसके बाद यदि पूर्व मंत्री भईयालाल राजवाड़े का टिकट भी भाजपा काटती है तब इसका सबसे ज्यादा फायदा और इसका पूरा श्रेय बिहारीलाल राजवाड़े को मिलने जा रहा है,क्योंकि यह दोनो उपलब्धि कांग्रेस के लिए बैकुंठपुर विधानसभा के हिसाब से बिहारीलाल राजवाड़े ही उपलब्धि कराने के कारण माने जाएंगे और ऐसी स्थिति में वह पटना क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के कद्दावर और प्रथम पंक्ति के नेताओं में शुमार हो जायेंगे जो तय नजर आ रहा है और शेष क्रम उनके बाद से ही शुरू नजर आएगा।
कांग्रेस पार्टी में भी राजवाड़े समाज अपनी हिस्सेदारी चाहता है…
वैसे बिहारी लाल राजवाड़े ने बैकुंठपुर विधानसभा से अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर यह भी जता दिया की कांग्रेस पार्टी में भी राजवाड़े समाज अपनी हिस्सेदारी चाहता है और जो विधानसभा में उनके समाज के जनाधार को देखते हुए आवश्यक भी नजर आता है। बिहारी लाल राजवाड़े पिछले विधानसभा में भले ही जनता जोगी कांग्रेस पार्टी से उम्मीदवार थे लेकिन उन्हें जो मत चुनाव में मिले वह उनके व्यक्तिगत लोकप्रियता से प्राप्त हो सके थे और जो उनका स्थाई जनाधार था विधानसभा में जिसे नकारा नहीं जा सकता जो सच्चाई भी है, उन्होंने अपने समाज में जो मतों को लेकर सेंध लगाई थी वही पूर्व कैबिनेट मंत्री की हार की वजह बनी थी और वही पूर्व मंत्री के लिए आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट कटने की भी वजह बन रही है इस हिसाब से वह कांग्रेस के लिए फायदेमंद हो सकते हैं और यही जताने उन्होंने अपनी दावेदारी दर्ज की है वहीं उनके साथ पहुंची पटना सरपंच को और उनके पूर्व सरपंच पति को देखकर यह भी कहा जा सकता है की जिस सरपंच को और उनके पति को आज तक कोई राजनीतिक दल अपने पक्ष में नहीं कर सका और अब यदि जो तस्वीर देखकर समझा जा रहा है की उनका कांग्रेस प्रवेश तय है वह भी बिहारी लाल राजवाड़े की उपलçध कांग्रेस के लिए मानी जायेगी जो सही भी है।