कोरबा@प्रतिबंध के बाद भी रेत माफिया धड़ल्ले से नदियों से निकल रहे रेत

Share


नदी में लबालब भरे पानी के बीच की जा रही है रेत की तस्करी,ग्रीन ट्रियूनल के नियमों की उड़ा रहें धज्जियां
-राजा मुखर्जी-

कोरबा, 20 अगस्त 2023 (घटती घटना) कोरबा में विगत एक वर्षों से रेत माफियाओं द्वारा लगातार नदी नालों का सीना चीरकर रेत की अफरा तफरी की जा रही है द्य समय समय पर संबंधित विभाग द्वारा कार्यवाही भी की जाती रही है पर कुछ समय मामले को रेत माफियाओं द्वारा ठंडे बस्ते में रख दोबारा रेत चोरी को अंजाम दिया जाने लगता है। वर्तमान में नदी नालों से रेत निकलने पर प्रतिबंध लगा हुआ है पर प्रतिबंध के बाद भी प्रतिदिन सैकड़ों ट्रैक्टर रेत नदी नालों से निकाला जा रहा हैं द्य विभागीय कार्यवाही नहीं होने से इन रेत माफिया के हौसले हो रहे हैं बुलंद द्य नगर पालिका निगम के वार्ड क्रमांक 03 राताखार रेत घाट में रेत माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि रात 10:00 बजे से सुबह 4:00 बजे तक सैकड़ों ट्रैक्टर रेत की चोरी करने में लगे हुए हैं द्य सूत्रों के अनुसार रेत माफियाओं द्वारा ट्रैक्टर मालिको से 7000 रुपए रेत दलालों के द्वारा लिया जा रहा है द्य बताया जा रहा है पहले ट्रैक्टर रेत दलाल द्वारा 5000 रुपए लिया जा रहा था लेकिन एक माह से रेत दलाल द्वारा अपना दर बढ़ा दिया गया है द्य ट्रैक्टर मालिक द्वारा रुपए नहीं दिए जाने पर ट्रैक्टर के पहिए, बैटरी सहित अन्य सामग्री को रेत दलाल द्वारा निकाल लिया जाता है और उन्हें मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जाता है द्य मजबूर होकर ट्रैक्टर मालिक द्वारा रेत दलालों को वाहन चलाने से पहले रुपए दिया जाता है इसके बाद ही रेत घाट में प्रवेश दिया जाता है।
मजदूरों की जान जोखिम में
कटघोरा के निकट ग्राम डुड़गा से लगे अहिरन नदी में सुबह से रेत निकालने के लिए ट्रैक्टर की कतार लग जाती है। लगभग पांच हजार रूपये ट्रैक्टर में बिक रहे रेत को लेकर माफिया सक्रिय हो गए हैं। रेत चोरी के लिए मजूदरों के जान को जोखिम में भी डाला जा रहा है। खुलेआम हो रही रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन ने जिला खनिज विभाग के अधिकारियों के निष्क्रयता की पोल खोल कर रख दी है। जिले में खंड वर्षा का दौर जारी है ऐसे में छोटे नदी व नालों में पानी का बहाव बढ़ा हुआ है ऐसे में मजदूरों को नदी में उतारकर रेत निकालना अत्यंत जोखिम भरा है द्य इससे कभी भी दुर्घटना हो सकता है।
बड़ी दुर्धटना की आशंका
जिले के बींझपुर, जटांगपुर, डुड़गा, कसनिया आदि ऐसी जगह हैं जहां दिन रात रेत की ढुलाई ट्रैक्टर से हो रही है। उपनगरीय क्षेत्र के अलावा शहरी के निकट से होकर निकलने वाली हसदेव नदी से भी रेत का उत्खनन किया जा रहा रहा है। दिन में नदी से रेत निकाल कर डंप कर दिया जाता है, जिसे रात में परिवहन किया जा रहा है। यहां बताना होगा कि वर्षा जारी होने के कारण खनिज ने 15 जून से 16 अक्टूबर तक नेशनल ग्रीन ट्रियूनल के अनुसार रेत की खुदाई और परिवहन प्रतिबंधित है। इसके बाद भी घाटों से गीले रेत को निकालने का क्रम जारी है। पूरे मामले मे गौर किया जाए तो खनिज माफिया संगठित होकर रेत परिवहन कर रहे हैं। अवैध परविहन का दुखद पहलू यह कि वाहन मालिक मजदूर व चालक को अधिक मजदूरी का लालच देकर उनके जान को जोखिम में डाल रहे है। जमीन गीली होने और जोखिम भरे मार्ग से रेत की ढुलाई किए जाने से ट्रैक्टर के पलटने का खतरा भी बना हुआ है ऐसे में बड़ी दुर्घटना की आशंका भी बनी हुई है। जिला खनिज अधिकारी का कहना है कि विभागीय स्तर पर लगातार कार्यवाही कि जा रही हैं एवं विभाग ने औचक निरीक्षण के लिए टीम भी गठित किया है। जुलाई माह की शुरूआत से अब तक खनिज विभाग की ओर से दर्ज 82 में से 49 प्रकरण केवल शहरी क्षेत्र के ही हैं द्य इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि फिल्ड अधिकारियों की कार्यवाही केवल सीमित क्षेत्र तक ही रह गई है वही रेत माफिया पूरे जिले में सक्रिय है।


Share

Check Also

कोरबा@ युवती पर प्राणघातक हमला

Share चाकू मारकर बदमाश फरारकोरबा,24 नवम्बर 2024 (ए)। छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर में पूजा करने …

Leave a Reply