वर्ष 2020 से लेकर आज तक के पदस्थ सभी परियोजना अधिकारी एवं डीपीओ कुंभकर्ण की गहरी नींद में रहे लीन
सोनहत परियोजना अधिकारी शशि जायसवाल का अपने परियोजना में नियंत्रण
सोनहत परियोजना अधिकारी शशि जायसवाल भी परियोजना में ना रहकर भाग जाती हैं बैकुंठपुर
–रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर/सोनहत,12 अगस्त 2023 (घटती-घटना)। लोक हित को ध्यान में रखते हुए बनाए गए संवैधानिक पद का दुरुपयोग तात्कालीन अनुविभागीय अधिकारी सोनहत प्रशांत कुशवाहा के द्वारा करने का मामला प्रकाश में आया है। बताना चाहेंगे कि वर्ष 2020 से लेकर दिसंबर 2021 के बीच में कोरिया जिले के सोनहत अनुविभाग में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व या एसडीएम के रूप में प्रशांत कुशवाहा पदस्थ थे, जिनके द्वारा राज्य शासन के निर्देशों की अव्हेलना कर महिला एवं बाल विकास विभाग के सोनहत परियोजना की अपने खास पर्यवेक्षक प्रभा लकड़ा को नियम विरुद्ध तरीके से हाउसिंग बोर्ड के बने मकान को आबंटित कर दिया गया है। शासन ने वर्ष 2015 में एक आदेश जारी कर स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि महिला एवं बाल विकास विभाग के सभी सेक्टरों की सेक्टर पर्यवेक्षकों को अपने अपने सेक्टर मुख्यालय में रहकर आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण एंव पर्यवेक्षण करने के निर्देश दिए गए है। वहीं बताना चाहेंगे कि सोनहत परियोजना में पदस्थ सेक्टर पर्यवेक्षक प्रभा लकड़ा का मूल सेक्टर सोनहत-2 एंव भैंसवार है, जबकि सेक्टर पर्यवेक्षक प्रभा लकड़ा के द्वारा सेक्टर सोनहत-1 के अंतर्गत बने हाउसिंग बोर्ड के मर्टर में निवास किया जा रहा है। वहीं जानकारी निकल कर सामने आ रही है कि सेक्टर पर्यवेक्षकों के द्वारा फर्जी और कूटरचित प्रमाण पत्र पेश कर अधिकारियों को गुमराह करने का प्रयास किया गया है। वहीं अब देखना लाजमी होगा कि क्या तेज तर्रार कोरिया कलेक्टर विनय कुमार लंगेह सेक्टर पर्यवेक्षक को नियमविरुद्ध तरीके से आबंटित हाउसिंग बोर्ड के मर्टर को निरस्त कर दोषी एसडीएम प्रशांत कुशवाहा के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करेंगे?क्या कोरिया कलेक्टर सेक्टर पर्यवेक्षकों के द्वारा जमा किए गए सेक्टर मुख्यालय में रहने संबंधी प्रमाण पत्रों की जांच कर फर्जी और कूटरचित पाए जाने पर एफआईआर दर्ज कराने, वेतन-वृद्धि रोकने, स्थानान्तरण सहित निलंबन की कार्यवाही करेंगे?क्या कोरिया डीपीओ रमेश साहू सोनहत परियोजना में नकेल कस पाने में सफल हो पाएंगे या फिर ये भी टाएं टाएं फिश हो जाएंगे?