अंबिकापुर/कोरिया@आईजी सरगुजा रामगोपाल गर्ग अवैध कारोबारियों को दिन में तारे दिखा रहे थे,अचानक हुआ तबादला…अवैध कारोबारियों ने ली राहत की सांस

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क्या जो प्रधान आरक्षक कह रहे थे वही हुआ,क्या प्रधान आरक्षक आईजी सरगुजा को निपटाने में सफल हुए?
अवैध कारोबारियों के शागिर्द बने कुछ पुलिसकर्मी भी आईजी सरगुजा के जाने का कर रहे थे इंतजार…ताकि फिर से शुरू कर सके मनमानी

अवैध कारोबार बंद होने से कारोबारियों के साथ-साथ पुलिसकर्मी भी अपनी कमाई के लिए थे चिंतित और आईजी सरगुजा को ही निपटाने की बात सामने आई थी

-रवि सिंह-
अंबिकापुर/कोरिया 30 जुलाई 2023 (घटती-घटना)।
व्यवस्था व आगामी विधानसभा चुनाव के तहत आईपीएस अफसरों का बड़ा तबादला हुआ है जिसमें कई रेंज के आईजी बदल दिए गए हैं जिसमें सरगुजा आईजी भी शामिल है, सरगुजा आईजी राम गोपाल गर्ग को जीतने दिन भी सरगुजा में रहने का समय मिला वह इतने दिन में अपना कार्य बड़ी ईमानदारी के साथ कर रहे थे, इन्हीं के कार्यकाल में सरगुजा रेंज के सभी जिलों में पुलिसिंग में कसावट दिखने लगी थी, गलत पुलिसिंग पर वह किसी को भी बक्श नहीं रहे थे, सभी को डांटते रहते थे और लोगों के हित में पुलिसिंग करने की बात करते रहते थे, तक शासन व प्रशासन पर लोगो का विश्वाश बना रहे, जिससे कई अवैध कारोबार में संलिप्त पुलिसकर्मियों की दुकान बंद हो गई थी, जो काफी परेशान भी थे कुछ अधिकारी भी उनके डांट से इतना परेशान हो चुके थे कि वह भी चाह रहे थे कि जल्द से जल्द आईजी चले जाए, क्योंकि वह बिल्कुल भी अवैध कारोबार के लिए ढीलाई नहीं दे रहे थे, अचानक उनके तबादले के बाद अवैध कारोबार करने वाले से लेकर अवैध कारोबार को संरक्षण देने वालों ने भी थोड़ी सी राहत की सांस ली होगी, अब देखना यह है कि सरकार मंशा अनुरूप नए आईजी भी अपने कड़क रुख के साथ पूर्व के आईजी की तरह अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने प्रतिबद्ध रहेंगे, जैसा पूर्व आईजी अच्छी पुलिसिंग के लिए जाने जाते थे, वैसा ही नए भी जाने जायेंगे या फिर फिर से पुलिसिंग ढीली पड़ जाएगी। क्योंकि उच्च अधिकारी कड़क होते हैं तभी नीचे के कर्मचारी अच्छे से कार्य करते हैं, नहीं तो यह तो जनता को परेशान करने का ठेका ले लेते हैं, कई बार ऐसी बातें सामने आई भी हैं और कई बार ऐसी बातों को लेकर शिकायत भी हुई है। वैसे सरगुजा संभाग के लोगों को नए आईजी से अच्छी पुलिसिंग की उम्मीद है और वह चाहते हैं की नए आईजी पुराने वाले की ही तरह सख्त हों और पुलिसिंग मामले में वह किसी तरह की ढील देने की मंशा न रखते हों जिससे संभाग की कानून व्यवस्था अच्छी बनी रहे।
बड़े बड़े पुलिस अधिकारी स्थानांतरित होते चले जा रहे हैं,लेकिन पुलिस थानों में कुछ प्रधान आरक्षकों का प्रभाव अभी भी नहीं हो रहा कम
सरगुजा संभाग के किसी भी जिले के पुलिस विभाग के स्थानांतरण मामले को देखा जाए यहां तक की संभागीय स्तर के अधिकारियों का भी तबदला देखा जाए तो वह लगातार होता चला जा रहा है जिसमे आईजी, पुलिस अधिक्षक, निरीक्षक सहित उप निरीक्षक एक जगह से दूसरी जगह भेज दिए जा रहें हैं और ऐसा करके विभाग बेहतर पुलिसिंग की उम्मीद कर रहा है, लेकिन वहीं कुछ थानों में पदस्थ प्रधान आरक्षकों सहित आरक्षकों का प्रभाव यदि उनके पुलिस थानों में देखा जाए तो वह कम नहीं हो रहा है और वह एक ही जगह वर्षों से जमे हुए हैं, ऐसे आरक्षक प्रधान आरक्षक अपने घर के पास के थानों में ही पदस्थ हैं और यदि उनका तबादला होता भी है तो वह उसे या तो रूकवाने में सफल हो जाते हैं या कुछ दिन बाद फिर तबादला कराकर वहीं वापस आ जाते हैं। यह वह लोग हैं जो कमाई वाले पुलिस थानों में रहना पसंद करते हैं जबकि जिले में ही जो दूरस्थ पुलिस थाने हैं और जहां नियमानुसार इन्हे भेजा जाना चाहिए यह नहीं भेजे जाते और यह अपनी राजनीतिक पकड़ के आधार पर अधिकारियों पर दवाब बना ले जाने में सफल हो जाते हैं और मनचाहे थाने में बैठकर मौज करते हैं। ऐसी स्थीत सिर्फ एमसीबी व कोरिया में देखी जा सकती है।
नवीन जिले एमसीबी के कुछ पुलिसकर्मी आईजी सरगुजा रामगोपाल गर्ग के जाने से हैं खुश,वह उनके जाने की मांगते थे मन्नत
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार आईजी रामगोपाल गर्ग के जाने के बाद अब नवीन जिले एमसीबी व कोरिया के कुछ पुलिसकर्मी काफी खुश नजर आ रहे हैं, और वह उनके जाने के लिए मन्नत भी मांग चुके थे जैसी की खबरें हैं, यह वह पुलिसकर्मी हैं जो अवैध कारोबारियों के साथ अवैध कारोबार में सहभागी हैं और अवैध कारोबार को संरक्षण प्रदान कर अपनी जेबें भरते हैं। वैसे इन पुलिसकर्मियों की मंशा और मन्नत पूरी तो हो गई है लेकिन क्या नए आईजी इनको इनके हिसाब से काम करने देंगे क्या वह अवैध कारोबार मामले में ढील देंगे यह आने वाला समय तय करेगा।
अवैध कारोबार मामले में सरकार भी कह चुकी है सख्त रुख अपनाने की बात,क्या सरकार की मंशा पर खरे उतरेंगे नए आईजी
प्रदेश में अवैध कारोबार को लेकर सरकार ने भी अपना रुख सख्त रखने का निर्णय सामने रख दिया है,अवैध कारोबार और कारोबारी बख्से नहीं जायेंगे यह सरकार की मंशा है,अब देखना यह है की क्या नए आईजी सरगुजा सरकार की। मंशा पर खरे उतरते हैं,क्या वह अवैध कारोबार पर पूरी तरह अंकुश लगा पाते हैं जैसा पुराने आईजी लगा चुके थे यह देखने वाली बात होगी। वैसे संभाग में अवैध कारोबार बड़े स्तर पर संचालित होते आ रहा है और आईजी रामगोपाल गर्ग ही थे जिन्होंने इस पर पूरी तरह अंकुश लगाया था और अब उनके जाने के बाद क्या स्थिति बनती है देखने वाली बात होगी।


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