- एक ही यू डाइस कोड से संचालित हो रहे जिले के दो स्कूल,एक आत्मानंद तो एक पूर्व माध्यमिक शाला पीपरडांड
- आत्मानंद बैकुंठपुर स्कूल खुलने के दूसरे साल तक भी नहीं हो सकी स्कूल के लिए अलग से यू डाइस कोड की व्यवस्था
- पीपरडांड पूर्व माध्यमिक शाला के नाम से ही संचालित हो रहा जिले का एक आत्मानंद स्कूल:सूत्र
- आत्मानंद स्कूल बैकुंठपुर का नाम पीपरडांड किए जाने पर एक वर्ष पूर्व हुआ था विरोध
- क्या आत्मानंद स्कूल बैकुंठपुर का नाम हमेशा के लिए रहने वाला है पीपरडांड?
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर,27 जुलाई 2023 (घटती घटना)। मुख्यमंत्री साथ ही प्रदेश की वर्तमान सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है आत्मानंद अंग्रेजी और हिंदी माध्यम स्कूल। सरकार सहित मुख्यमंत्री के इस महत्वाकांक्षी योजना को अमली जामा पहनाने और इसकी सफलता के लिए पूरा स्कूल शिक्षा विभाग सतत सक्रिय रहता है वहीं जिले में जिलाधीश भी स्कूल की व्यवस्था का जायजा लेते रहते हैं और स्कूल का संचालन बेहतर तरीके से हो इसको लेकर वह अपने स्तर पर प्रयासरत रहते हैं। कोरिया जिले में वर्तमान में कई अंग्रेजी और हिंदी माध्यम आत्मानंद स्कूल खोले जा चुके हैं और सभी अस्तित्व में आ चुके हैं और जिनमे छात्र छात्राओं की पढ़ाई भी जारी है।
आत्मानंद स्कूल की स्थापना साथ ही उसके अस्तित्व को लेकर यदि बात की जाए तो आत्मानंद स्कूल शिक्षा विभाग के ही द्वारा पहले से संचालित स्कूलों के यू डाइस कोड का सहारा लेकर स्थापित किए जाते हैं और एक पूर्व का शासकीय स्कूल ही आत्मानंद स्कूल में परिवर्तित हो जाता है, जहां उसी स्कूल का यू डाइस कोड इस्तेमाल किया जाता है और एक पूर्व के शासकीय स्कूल को आत्मानंद स्कूल का दर्जा प्राप्त हो जाता है। आत्मानंद स्कूल वर्तमान प्रदेश सरकार की महवाकांक्षी योजनाओं में से एक है। मुख्यमंत्री इस स्कूल को लेकर काफी गंभीर रहते हैं और इसकी स्थापना भी वह लगातार करते जा रहें हैं और इसकी संख्या में इजाफा भी हो रहा है। आत्मानंद स्कूल में अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा छात्र छात्राओं को मुफ्त में मिल रही है और इसको लेकर आम लोगों में भी उत्साह है, जिसकी वजह से प्रत्येक स्कूल की दर्ज संख्या भी पर्याप्त है यहां तक की वेटिंग की स्थिति है जो हर स्कूल का हाल है। मुख्यमंत्री ने कोरिया जिले के बैकुंठपुर में भी दो आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल की स्थापना की हुई है जिनमे से एक महलपारा में स्थापित है, जो वहीं के पुराने विद्यालय के यू डाइस कोड से संचालित है और एक रामानुज उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में स्थित है जो पीपरडांड के नाम से संचालित है जैसा सूत्रों का कहना है। शहर के दो स्कूलों के अलावा कई और भी आत्मानंद स्कूल हैं जिनमे पटना, खरवत, बुढार, काटगोड़ी शामिल हैं जो वहीं के स्कूलों के यू डाइस कोड से संचालित हैं। यू डाइस कोड का मामला जानकारी अनुसार केवल एक आत्मानंद स्कूल का उलझा हुआ है जिले में जो जिला मुख्यालय का स्कूल है और जिसकी स्थापना पीपरडांड के नाम से की गई थी और इसी वजह से वहां समस्या बनी हुई है जो जानकारी मिल रही है।
बैकुंठपुर के आत्मानंद स्कूल का नाम क्यों रखा गया था पीपरडांड के नाम,आइए जानते हैं
बैकुंठपुर में महलपारा में एक आत्मानंद स्कूल पहले से संचालित था,जिले वासियों की मांग पर एक स्कूल सरकार ने शहर में खासकर जिला मुख्यालय में और खोलने का निर्णय लिया और उसके लिए विभाग को व्यवस्था करने के लिए कहा गया,व्यवस्था के तहत सबसे आवश्यक था यू डाइस कोड जो किसी स्कूल का ही होना अनिवार्य था क्योंकि भवन की व्यवस्था उपलब्ध थी जो पॉलिटेक्निक कालेज के स्थांतरित होने उपरांत रिक्त था,ऐसे में यू डाइस कोड की समस्या हल करने का प्रयास किया गया जिसके लिए आवश्यक था की जिस स्कूल का यू डाइस लिया जाए वह बंद होने की स्थिति में हो और उसे बंद कर नए आत्मानंद स्कूल के लिए यू डाइस की व्यवस्था कर ली जाए,ऐसे में बैकुंठपुर के पीपरडांड ग्राम के पूर्व माध्यमिक स्कूल का चयन किया गया जहां दर्ज संख्या बिल्कुल कम हो चुकी थी और उसे बंद कर उसके यू डाइस कोड का उपयोग आसान था। विभाग ने इसी आधार पर शासन को जानकारी भेजी और नए आत्मानंद की घोषणा हुई जो पीपरडांड के नाम पर हुई और जो जिला मुख्यालय में आरंभ हो गया।
पीपरडांड स्कूल बंद होने की सूचना जैसे ही बाहर निकली,क्षेत्र के लोगों ने किया विरोध,और फिर विभाग ने दिया स्पष्टीकरण
नए आत्मानंद की घोषणा से जहां जिले वासी खुश हुए वहीं जब नए स्कूल का नाम पीपरडांड रखने और पीपरडांड के पूर्व माध्यमिक स्कूल को बंद करने की बात विभाग से बाहर निकली पीपरडांड सहित आसपास के लोगों ने इसका विरोध किया और पीपरडांड के पूर्व माध्यमिक स्कूल के पक्ष में खड़े हो गए। लोगों का विरोध असर कर गया और विरोध के बाद विभाग ने स्पष्टीकरण दिया की पीपरडांड का पूर्व माध्यमिक स्कूल बंद नहीं किया जा रहा है और अब नए आत्मानंद स्कूल के लिए नए डाइस कोड की व्यवस्था की जायेगी और जिसके बाद लोग शांत हुए और मामला आया गया हो गया।
एक वर्ष पश्चात भी विभाग नहीं ढूंढ पाया नया यू डाइस कोड,पीपरडांड पूर्व माध्यमिक शाला के यू डाइस कोड से ही संचालित है जिला मुख्यालय का आत्मानंद स्कूल
आत्मानंद बैकुंठपुर की स्थापना को अब एक वर्ष पूर्ण हो गए लेकिन विभाग स्कूल के लिए नया डाइस कोड नहीं ढूंढ सका और अब पीपरडांड के पूर्व माध्यमिक स्कूल के यू डाइस कोड से ही आत्मानंद स्कूल बैकुंठपुर संचालित हो रहा है जैसी सूचना है।क्या आत्मानंद स्कूल बैकुंठपुर के संचालन के लिए पीपरडांड के पूर्व माध्यमिक स्कूल को बंद करना पड़ेगा यह भी सवाल है । जब एक वर्ष में नए यू डाइस कोड की व्यवस्था विभाग नही कर सका जिसके पीछे की वजह भी यह बताई जा रही है की शासन के पास से स्कूल की जो स्वीकृति प्राप्त हुई है वह पीपरडांड के नाम से ही हुई है और इसलिए यह तकनीकी मामला भी है ऐसे में अब देखना होगा की आगे विभाग मामले में क्या निर्णय लेता है।
क्या है यू डाइस कोड,क्या है इसकी उपयोगिता
यू डाइस कोड क्या है सबसे पहले यह जानना जरूरी है,किसी विद्यालय की एक पहचान संख्या है यू डाइस कोड,यू डाइस कोड का उपयोग स्कूल की जानकारियों,दर्ज संख्या की जानकारियों को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है वहीं शासन एवम विभाग को कई जानकारियां प्रदान करने में भी इसका उपयोग होता है,आज ऑनलाइन जमाने में यू डाइस कोड का महत्व अधिक है और इसके बिना स्कूल का संचालन मुस्कील ही नहीं नामुमकिन है,छात्रवृति का भुगतान भी यू डाइस की मदद से ही हो पाता है और इसलिए यह अनिवार्य एक पहचान है किसी स्कूल का।
पीपरडांड पूर्व माध्यमिक स्कूल के यू डाइस कोड का उपयोग अब दो स्कूल कर रहें हैं जिसकी वजह से उन्हें दिक्कतें भी आ रहीं हैं
पूर्व माध्यमिक स्कूल पीपरडांड के यू डाइस कोड का उपयोग अब दो स्कूल कर रहें हैं,एक पूर्व माध्यमिक स्कूल पीपरडांड स्वयं एक आत्मानंद स्कूल बैकुंठपुर जैसा सूत्रों का कहना है,अब एक यू डाइस कोड का दो स्कूलों द्वारा उपयोग किए जाने से स्कूल प्रबंधन को भी दिक्कतें हो रहीं हैं और बताया जा रहा है की हाल ही में छात्रवृत्ति मामले में जानकारी भेजने के दौरान दोनो स्कूल परेशान थे क्यों की एक के उपयोग करने की स्थिति में एक यू डाइस कोड का उपयोग नहीं कर पा रहा था।