खूबसूरत मैनपाट में जीडीएस सम्मिलन संपन्न
अंबिकापुर, 24 जुलाई 2023 (घटती घटना) छाीसगढ़ पर्यटन मंडल एवं घुमक्कड़ी दिल से (जीडीएस) छाीसगढ़ चैप्टर के संयुक्त तत्वाधान में 22-23 जुलाई को छाीसगढ़ के बौद्ध तीर्थ तथा शिमला के नाम से प्रसिद्ध हिल स्टेशन मैनपाट में दो दिवसीय सम्मेलन संपन्न हुआ। सम्मेलन में देश के विभिन्न हिस्सों हरिद्वार, सोनीपत, दिल्ली, हरियाणा, देहरादून, दिल्ली, गुडग़ांव, केरल, भोपाल, उज्जैन, रांची, हजारीबाग, झुमरी तलैया, कानपुर, मिर्जापुर, भोपाल, उज्जैन, पन्ना, बक्सर, प्रयागराज, तालबेहट, हिमाचल प्रदेश, गढ़वाल, गाजियाबाद, उड़ीसा, अनूपपुर, रायपुर, दुर्ग, भिलाई, जगदलपुर, राजनांदगांव, अम्बिकापुर सहित देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 70 सदस्यों से अधिक घुमक्कड़ों, लॉगर, यू ट्यूबर, फोटोग्राफर, पर्वतारोही और प्रकृति प्रेमियों ने भाग लिया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य छाीसगढ में पर्यटन (ईको पर्यटन, ग्रामीण पर्यटन तथा जनजातीय) को बढ़ावा देना तथा प्रदेश की नैसर्गिक सुंदरता को दुनिया के सामने लाना है। सम्मेलन के दौरान सभी अतिथियों ने सरगुजा के पर्यटन स्थलों को करीब से देखा। यहां की संस्कृति तथा खानपान को जाना। आयोजन के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए अतिथियों का भव्य स्वागत स्थानीय करमा नृत्य से किया गया तथा सभी अतिथियों को स्थानीय पारंपरिक भोजन करील, पुटू आदि परोसा गया जिसका सभी अतिथियों ने भरपूर आनंद लिया।
सम्मिलन के दौरान सभी अतिथियों ने मैनपाट के बौद्ध विहार सहित विभिन्न प्राकृतिक स्थलों, सनसेट प्वाइंट परपटिया, मछली प्वाइंट, टाइगर प्वाइंट, मेहता पॉइंट सहित प्रकृति के आश्चर्यों जैसे ठीनठीनी पत्थर जिससे मधुर संगीत निकलती है, उल्टा पानी जहां पानी नीचे से ऊपर की ओर बहता है तथा दलदली जहां चलने से धरती में कम्पन होता है आदि का अवलोकन किया जिसके बारे में अंबिकापुर के जयेश वर्मा और मैनपाट के कमलेश सिंह ने अतिथियों को विस्तार से जानकारी दी। सभी ने मैनपाट के नैसर्गिक सौंदर्य को अपने कैमरों में कैद किया तथा यहां बार बार आने की इच्छा जाहिर की। जीडीएस सम्मेलन के ऐतिहासिक एवं सफल आयोजन में छाीसगढ़ पर्यटन मंडल, आयोजन समिति के छाीसगढ़ जीडीएस प्रमुख बृज बिहारी मिश्रा, अनूप नायक, अंबिकापुर के जयेश वर्मा, सुरेंद्र तिवारी, संदीप गुप्ता, सैयद अख्तर हुसैन, कमलेश सिंह, आलोक दुबे, डॉ. हिमांशु गुप्ता, डॉ इति चतुर्वेदी, ईश्वर पटेल, नाजिम खान, बीनू मथाई, शलभ गुप्ता आदि ने सम्मेलन कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सम्मेलन के अंतिम सत्र में सभी अतिथियों द्वारा शैला रिजॉर्ट परिसर में वृक्षारोपण किया। प्रतिभागिता प्रमाणपत्र प्राप्त करने के पश्चात सभी घुमक्कड़ साथियों ने जीडीएस के स्लोगन “घुमक्कड़ी दिल से.. मिलेंगे फिर से..के जयघोष के साथ नम आंखों से एक दूसरे से विदाई लेते हुए आयोजन और छाीसगढ़ के आतिथ्य सत्कार की मुक्त कंठ से सराहना की।
