- सावन झूला के नाम पर लाखों की बर्बादी,पिछले 10 दिनों से हो रही थी जम के तैयारी
- जी.एम.कॉम्प्लेक्स स्थित श्यामली रेस्ट हाउस में बीते बुधवार को लाखों बर्बाद कर मनाया गया सावन झूला उत्सव
- उत्सव में शामिल हुई कम्पनी के सह प्रबंध निर्देशक की धर्मपत्नी, स्वागत में दिखी महाप्रबंधक सहित क्षेत्रीय अधिकारियों की गृहç¸णयां
चिरमिरी,20 जुलाई 2023 (घटती-घटना)। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी चिरमिरी में सावन झूला उत्सव जमकर मनाया गया मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र में कार्यरत विभिन्न ठेकेदार पिछले कई हफ्तों से इस उत्सव की तैयारी कर रहे थे, प्रतिवर्ष इस उत्सव में प्रबंधन प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से लाखों रुपए बर्बाद करता रहा है जिसमें सिर्फ उत्सव के नाम पर कंपनी के पैसे की बर्बादी की जा रही है, एक तरफ जहां प्रबंधन है विभिन्न निर्माण कार्यों सहित क्रय की गई वस्तु का भुगतान करने में लेटलतीफी कर रही है वही कंपनी में बैठे अधिकारी अपनी पत्नीयों के माध्यम से कंपनी को चूना लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दो दो लाख के फर्जी बिल बनाकर लगभग करोड़ रुपए निकाले जाने की खबर विभिन्न श्रमिक नेताओं के बीच से आ रही है।
एसईसीएल कंपनी के चिरमिरी एरिया में पदस्थ अधिकारियों ने अपनी पदस्थापना के बाद कभी सावन झूला के नाम पर जो कभी पिकनिक पार्टी जो कभी अन्य ने तरह-तरह के उत्सव मना कर कंपनी का रेस्ट हाउस वाहन स्कूल बसों कि हमेशा नियम विरुद्ध उपयोग करने के चर्चे हमेशा क्षेत्र में बने रहते हैं, एक तरफ जहां पूरे चिरमिरी में सुध पानी पीने की जहां श्रमिकों में बड़ी किल्लत है वही इनके द्वारा कृतिम पानी की वर्षा करा कर हजारों लीटर पानी बर्बाद किया जा रहा है सावन झूले की तैयारी में कोयला खदान में काम करने वाले मजदूरों को भी बुला कर पिछले कई हफ्तों से कार्य कराया जा रहा है जिसका दबे शब्दों में वे श्रमिक विरोध भी करते हैं लेकिन इस अधिकारी के दबदबे वाले क्षेत्र में उन बेचारे कमजोर मजदूरों का सुनता कौन है,, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शाम ढलते ही सप्लायर और उनके कर्मचारियों को आसपास के शराब भर्तियों से शराब की व्यवस्था करने के लिए भी अधिकारी दबाव डालते देखे गए मजबूरन ठेकेदारों के गुर्गे शराब सहित अन्य खाद्य पदार्थों को पहुंचाने का काम करते रहे देर रात तक सावन झूले के नाम पर अधिकारियों और उनकी पत्नीयो द्वारा इस तरह के कृत्य की आस पास में जमकर चर्चा है.लगभग दो दर्जन लग्जरी गाड़िया लगातार भ्रमण कर रही है।
सनद रहे कि कि इसी प्रकार के सावन झूले के अवसर में एक पूर्व महाप्रबंधक एस श्यामल तात्कालिक सीएमडी की धर्मपत्नी जो सावन झूला उत्सव की मुख्य अतिथि थी उनको लेने कटघोरा तक जा रहे थे कार चालक अरविंद सिंह थे जिनका पोड़ी उपरोड़ा के पास जबरदस्त एक्सीडेंट हो गया था महाप्रबंधक भी काफी चोटिल हुए थे उनकी धर्मपत्नी भी बुरी तरह से जख्मी हुई थी साथ ही ड्राइवर अरविंद सिंह पूरी तरह से चोटिल हुए थे अरविंद सिंह आजतक स्वस्थ नहीं हो पाए हैं और ड्राइवर के स्थान पर सिक्योरिटी गार्ड बंद कर कंपनी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, इस बड़ी दुर्घटना से भी इन अधिकारियों ने कोई सीख नहीं ली थी और फिर से उस बात को भूल कर इस तरह के आयोजन कर यह सिद्ध कर दिया है कि इन लोगो को आम श्रमिकों के आम श्रमिकों से कोई सरोकार नहीं है सिर्फ कंपनी के पैसे से ऐसो आराम और मेज़ के अलावा इन्हें किसी और से लेना देना नहीं है। बहर हाल सावन झूले मैं अधिकारी खूब खर्च करें खूब मजे करें लेकिन क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों के जीवन स्तर और उनके मकानों के रखरखाव और प्रबंधन की तरफ से दी जाने वाली सुविधा में कोई दलाली और कटौती ना करें ताकि बेचारा श्रमिक अपना और अपने परिवार का जीवन स्तर ऊंचा कर सके।