छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ आम नागरिकों को होने वाली स्वास्थ्य असुविधा के लिए खेद प्रकट किया
मनेन्द्रगढ़ 08 जुलाई 2023 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ रायपुर के प्रांतीय आह्वान पर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सभी नियमित, संविदा, डीएमएफ और जीवनदीप समिति में कार्यरत कर्मचारी 4 जुलाई 2023 से अपनी 24 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन में चले गए है। स्वास्थ्य कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन आंदोलन में जाने से सभी जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, हेल्थ एंड वेल नेस सेंटरों में स्वास्थ्य सेवायें पूरी तरह से ठप्प रहेगी। इस दौरान मरीजों को स्वास्थ्य सेवा नहीं मिलने के कारण जनहानि भी होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के जिला अध्यक्ष अरुण ताम्रकार ने प्रमुख मांगो के संबंध में बताया की नियमित कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर कर केंद्रीय स्वास्थ्य कर्मचारियों के समान वेतन, संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण, 62 वर्ष की सेवा गारंटी, डीएमएफ और जीवनदीप में कार्यरत कर्मचारियों को कलेक्टर दर से वेतन भुगतान करने की मांग के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सभी कर्मचारियों को पुलिस विभाग की तरह वर्ष में 13 माह का वेतन,चार स्तरीय पदोन्नत वेतनमान, एकल पदों हेतु पदोन्नति नियम जोखिम भत्ता रेडिएशन भत्ता स्टाफ नर्स को 3/4 अग्रिम वेतन वृद्धि देने, पदनाम परिवर्तन, तृतीय व चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों को उनके गृह जिले में 1500 फिट भूखण्ड उपलब्ध करा उक्त राशि वेतन से समायोजन करने, आयुष विभाग के अंशकालिक स्वछकों को नियमित, भ्रष्टाचारी अधिकारियों का निलंबन, कोविड व आयुष्मान प्रोत्साहन राशि मे र्भ्ष्टाचार की जांच और अन्य 24 सूत्रीय मांगों को लेकर पूरे छत्तीसगढ़ के 70,000 से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारी काम बंद आंदोलन में रहेंगे। इससे आम जीवन को होने वाली जनहानि एवं अन्य स्वास्थ्य कठिनाइयों के लिए शासन-प्रशासन को लगातार ज्ञापन, प्रत्यक्ष चर्चा, एक दिवसीय, दो दिवसीय, तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन के माध्यम से छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा लगातार ध्यानाकर्षण कराए जाने के बावजूद भी शासन-प्रशासन द्वारा मांगो को अनसुनी किए जाने के कारण विवश होकर अनिश्चितकालीन आंदोलन का निर्णय लेना पड़ा है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ आम नागरिकों को होने वाली स्वास्थ्य असुविधा के लिए खेद प्रकट किया
प्रान्तीय महामंत्री आर डी दीवान ने कहा कि यह आंदोलन संघ के संरक्षक ओ पी शर्मा और प्रांताध्यक्ष आलोक मिश्रा के नेतृत्व में किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ आम नागरिकों को होने वाली स्वास्थ्य असुविधा के लिए खेद प्रकट करता है। यह हमारी मजबूरी है। हम स्वास्थ्य कर्मचारी आंदोलन नहीं चाहते थे। अभी हमने वैश्विक महामारी कोविड 19 में आम लोगों को अपनी और परिवार की परवाह किये बगैर दिन-रात सेवाएं देकर राहत दिलाया। इसमें हमारे स्वास्थ्य कर्मचारी स्वयं भी संक्रमित हुए और कुछ शहीद भी हुए। अधिकांश कर्मचारी अपने परिवारों से, अपने बीवी बच्चों से दूर रहकर वैश्विक महामारी कोविड-19 में विजय पाया है। शासन-प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य कर्मचारियों के योगदान के लिए बड़े-बड़े वायदे किये गये थे किंतु पुरा नहीं किया गया और न ही 2018 विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र के वादे को पूर्ण किया गया। हमारी समस्याओं को शासन द्वारा लगातार अनसुना किया जा रहा है। शासन-प्रशासन को 4 जुलाई 2023 के पहले स्वास्थ्य कर्मचारियों की 24 सूत्री मांगों को पूरा करने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री एवं उपमुख्यमंत्री टी एस सिंह देव और छत्तीसगढ़ शासन के सभी जनप्रतिनिधियों, मंत्रियों से विनम्र आग्रह करते है की स्वास्थ्य कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन आंदोलन में जाने से स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में होने वाले जनहानि की क्षति पूर्ति नहीं किया जा सकता। हमारी मांगो को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की 24 सूत्रीय मांगों को पूरा करने की पहल करें। मनेन्द्रगढ़ विकासखण्ड अध्यक्ष प्रवीण सिंह ने कहा की आश्वासन से अब स्वास्थ्य कर्मचारी नहीं मानने वाले हैं। सभी मांगे पूर्ण होने तक आंदोलन अनवरत जारी रहेगा।
