मनेंद्रगढ़/चिरमिरी@वर्तमान विधायक ने पूर्व विधायक की 100 एकड़ से अधिक जमीन बताया..जानकारी 85 एकड़ जमीन की दे पाए

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  • पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल के ऊपर मनेंद्रगढ़ विधायक फिर हुए मुखर…अगर वो साबित कर दे की उनकी जमीन पुस्तैनी है…तो नहीं लडूंगा चुनाव.
  • छत्तीसगढ़ के विधानसभा नंबर 2 में वर्तमान व पूर्व विधायक आमने-सामने, आरोप-प्रत्यारोप जारी
  • दोनों एक दूसरे पर चला रहे जुबानी बाण…फैसला जनता करेगी 4 महीने बाद…कौन सही कौन गलत है?
  • गरीब आदिवासीयों की जमीन पर किया कब्जा…सबसे ईमानदार बताने कर रहे जद्दोजहद वर्तमान विधायक ने लगाया आरोप
  • चिरमिरी के होटल अलवीना में हुई प्रेस वार्ता,ब्लाक कांग्रेस कमेटी के साथ पूर्व महापौर की भी प्रेस वार्ता में दिखी उपस्थिति


-रवि सिंह-
मनेंद्रगढ़/चिरमिरी 25 जून 2023 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ के विधानसभा नंबर 2 में कशमकश की स्थिति है, इस विधानसभा में मीडिया के लिए पिछले एक सप्ताह से एक ही मुद्दा सुर्खियों में है, पिछले एक सप्ताह से वर्तमान व पूर्व विधायक एक दूसरे के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे साथ ही एक दूसरे को चुनौती भी दिया जा रहा है, इस समय सभी का ध्यान विधानसभा नंबर दो पर है यहां पर दोनों के बीच जुबानी जंग जारी है और यह जुबानी जंग कब तक जारी रहेगी यह एक बड़ा सवाल है? फिलहाल तो वर्तमान व पूर्व विधायक के चक्कर में मीडिया का रोज प्रेस कॉन्फ्रेंस में समय बिता रहा हैं और एक दूसरे का आरोप सुनकर खबर लगा रहे हैं, पर यदि आरोप-प्रत्यारोप की बात की जाए तो दोनों तरफ से आगामी चुनाव के लिए राजनीति हो रही है जो साफ दिख रहा है। इस लड़ाई में सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि दोनों एक ही समाज से आते हैं और दोनों एक दूसरे के कट्टर विरोधी दिख रहे हैं, कट्टर विरोधी के साथ दोनों अलग-अलग पार्टी से आते हैं और ऐसे में यह भी कहा जा रहा है समाज का रुख किशोर होगा? समाज किसे नहीं मानेगी और किसके साथ खड़ी होगी यह भी एक बड़ा सवाल है? जनता और मतदाताओं को तो परिणाम देने में 5 महीने लगेंगे पर समाज किस तरह से इस लड़ाई को देखेगा इसे लेकर अंदर खाने में चर्चा हो रही है। क्या इस लड़ाई का पटाक्षेप समाज करेगा या फिर विधानसभा के नतीजे से इसका पटाक्षेप होगा? प्रेसवार्ता के दौरान वर्तमान विधायक ने जो दस्तावेज जमीन के दिए और जानकारी पत्रकारों को दी उसमें 85 एकड़ की ही जानकारी थी, फिर 100 एकड़ से ज्यादा जमीन होना क्यों बता रहे थे? जो सूची इन्होंने जमीन की दी उसके अनुसार कौन सी जमीन आदिवासियों से छिनी गई है यह भी उस सूची में नहीं समझ में आया। सबसे बड़ा आरोप जो उन्होंने लगाया था कि आदिवासियों की जमीन छीनी गई उसकी भी उन्होंने अभी तक सही पुष्टि नहीं कर पाए।
वर्तमान विधायक के द्वारा दी गई जानकारी
विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने एक बार फिर पूर्व विधायक पर जमीन कब्जे को लेकर मुखर दिखाई दिए, और शनिवार को चिरमिरी के हल्दीबाड़ी क्षेत्र में स्थित होटल अलवीना में ब्लाक कांग्रेस कमेटी चिरमिरी के समस्त पदाधिकारियों की उपस्थिति में प्रेस वार्ता कर अपने कड़े तेवर से पूर्व विधायक पर जमीन कब्ज़ा कर खेती करने सब्जीयों की पैदावार कर सेवन करने का आरोप लगाया, वर्तमान विधायक ने अपने इस आरोप के साथ उपस्थित पत्रकारों को राजस्व विभाग के हस्ताक्षर आधिकारिक दस्तावेज भी उपलब्ध कराये, और यहाँ तक कहा की अगर वह यह साबित कर दे की यह उनकी पुस्तैनी जमीन है या पैतृक भूमि है तो वह आगामी चुनाव नहीं लड़ेंगे। मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुये कहा की भाजपा नेता श्यामबिहारी जायसवाल ने गलत तरीके से सैकड़ों एकड़ जमीन का वन अधिकार पट्टा हासिल करने का बड़ा खेल खेला यह खेल यही नहीं रुका जब ये विधायक थे तब उन्होंने खड़गवां के 41 पंचायतो में मात्र 5 पंचायतों की जानकारी मेरे पास है। जिसकी जमीन अपने कब्जे में ली, वो ग्रामीण जन उनका विरोध किया तो वह जेल गया या इस शहर को छोड़ कर कही और इस लिए पूर्व विधायक को हम उनके नए नाम से पुकार सकते जिनका नाम श्याम बिहारी जायसवाल नहीं रह गया। उनका नाम अब जमीन बिहारी जायसवाल है अब आप ही बताइये कोई भी व्यक्ति विधायक बनने के बाद इतनी जमीन कैसे बना सकता है । पूर्व विधायक ने हद तो तब कर दी जब वह इस खेल में अपनी बुजुर्ग माँ तक को नहीं छोड़ा है । श्री विनय इसके बाद भी नहीं रुके उनके तल्ख तेवर इतने गुस्से में थे की उन्होंने ने आगामी विधानसभा चुनाव तक नहीं लड़ने की बात कह दी।
वर्तमान विधायक के दौरा दी गई जमीन का विवरण
मनेंद्रगढ़ विधायक के ने अपने उद्बोधन में शासकीय दस्तावेजो को दिखाते हुए कर्म वर जनपद पंचायत के ग्रामो में किस नाम से कितनी भूमि को पूर्व विधायक के द्वारा कब्ज़ा किया गया उसकी जानकारी अपने मुख से उच्चरण किया और पुरे दस्तावेजो को ज्ञापन रूप में खड़गवां तहसील दार को देते हुए जल्द से जल्द निरस्त कर कार्यवाई की मांग की । श्री जायसवाल ने यह भी कहा की मनेन्द्रगढ़ के पूर्व विधायक श्यामबिहारी जायसवाल द्वारा 10 एकड़ वन अधिकार पट्टा फर्जी दस्तावेज लगाकर जमीन हासिल किया अपनी माँ चंद्रवती – पुत्र श्यामबिहारी – जायसवाल जायसवाल, कांति जायसवाल पति श्यामबिहारी जायसवाल के नाम 45.10 हेक्टेयर से ज्यादा पत्नी के नाम पर है। और श्याम बिहारी जायसवाल पिता सूरज दिन जायसवाल के नाम पर 39.35 एकड़ दर्ज है। उनकी पत्नी श्रीमती कांति जायसवाल के नाम से खड़गवां तहसील में ही 45.13 एकड़ जमीन है जिसमे राशन कार्ड में श्यामबिहारी जायसवाल के परिवार के सदस्य (माँ) के रूप में चंद्रवती का नाम अंकित है ग्राम पंचायत खड़गवां, रतनपुर, बरमपुर, मझौली एवं बेलबहरा से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्यामबिहारी जायसवाल के नाम पर 39.35 एकड़ जमीन कांति जायसवाल के नाम पर 45.13 एकड़ जमीन श्यामबिहारी जायसवाल ने पत्नी और माँ के नाम से फर्जी दस्तावेजों और कुटरचना करके 10 एकड़ से ज्यादा वन भूमि का वन अधिकार पट्टा के लिये आवेदन कर जमीन प्राप्त किया। दो अलग-अलग प्रकरण में पहले प्रकरण में पत्नी के प्रकरण में राशन कार्ड लगाया गया लेकिन माँ के प्रकरण में पहचान के लिये राशन कार्ड नहीं लगाया गया है, क्योंकि वन अधिकार पट्टा के अधिनियम के अनुसार व्यक्तिगत पट्टा परिवार के लिये जारी किया जाता है, एक ही परिवार के दो सदस्यों का पट्टा नहीं बन सकता। हालांकि इनके द्वारा तीन पीढियों के कब्जे का कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया। अपना नाम छुपाने के लिये माँ और पत्नी के नाम से वन अधिकार पट्टे का बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया है । माँ और पत्नी मातृ पक्ष की है, विवाह उपरांत तीन पीढी का रिकार्ड नहीं हो सकता। नियमतः 10 एकड़ से अधिक भू-स्वामित्व परिवार वन अधिकार पट्टा के लिये पात्रता नहीं रखता यह इनका गोरख धंधा है जिन्होंने अपने पांच वर्ष विधायकी कार्यकाल में किया अभी तो यह मात्र 5 पंचायत के कारनामे है अभी 46 पंचायत पुरे विधानसभा में बची है उनकी भी जाँच मेरे द्वारा कराई जा रही है जल्द और भी जमीन कब्ज़ा करने के दस्तवेज मेरे हाथो में होने जिनको आपके सामने रखूँगा।
पूर्व विधायक का वर्तमान विधायक से कुछ सवाल
सवालः100 एकड़ की जानकारी क्यों नहीं दी और जो जानकारी दी है उसमें कौन सी जमीन जबरदस्ती कब्जा की गई है?
सवालःआदिवासियों की कितनी जमीन कब्जा की गई इसकी जानकारी उन्होंने क्यों नहीं दी?
सवालःखरीदी हुई जमीन की जानकारी देकर कब्जा करना क्यों बता रहे?
सवालःआरोप कुछ लगाते हैं और प्रेस वार्ता में जानकारी कुछ देते हैं क्या मीडिया के लोगों को भी भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं वर्तमान विधायक?
सवालःजो आरोप लगाए हैं उसे प्रमाणित करें तब तो जनता भी जाने कि कौन सही है और कौन गलत?


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