- जब पूर्व विधायक ने 100 एकड़ जमीन गलत तरीके से हासिल की है तो फिर स्वयं विधायक होते हुए उन पर कार्यवाही कराने में असमर्थ क्यों हैं विधायक?
- पूर्व विधायक श्याम बिहारी ने वर्तमान विधायक डॉ. विनय जायसवाल को आरोप सिद्ध करने की दी खुली चुनौती
- क्या वर्तमान विधायक पूर्व विधायक पर लगाए गया अपने आरोपों को सिद्ध कर पाएंगे?
- कहीं वर्तमान विधायक अपना आपा तो नहीं खो बैठे हैं?
- वर्तमान विधायक को पूर्व विधायक के फर्जीवाड़े के बारे में पता था तो फिर उनके खिलाफ अपराध पंजीबद्ध क्यों नहीं करवाया?
- मामला मनेद्रगढ़ के वर्तमान विधायक द्वारा पूर्व विधायक पर लगाए गए आरोपों से जुड़ा हुआ
-रवि सिंह-
मनेंद्रगढ़/चिरमिरी,24 जून 2023 (घटती-घटना)। पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने वर्तमान विधायक डॉक्टर विनय जायसवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि वह खुद कई फर्जीवाड़े में शामिल है जो किसी से छुपी नहीं है और यह दूसरे पर लांछन लगाकर अपने करतूतों को छिपाना चाह रहे हैं जो छिपने वाला नहीं है, इनके ऊपर कई तरह के आरोप लग चुके हैं और लगते भी आ रहे हैं, इनके विधानसभा क्षेत्र में क्या हो रहा है और यह क्या कर रहे हैं यह सभी को पता है, इसमें आरोप लगाने वाली कोई बात नहीं है, बस बात समझने की है और लोग मौके का इंतजार कर रहे हैं, जो मौका बहुत जल्द आ रहा है इन्हें सजा कोई और नहीं जनता देगी क्योंकि इनकी जांच तो इनकी सरकार में हो नहीं सकती और लोग इनके खिलाफ जा नहीं सकते, इसलिए लोग भी समय का इंतजार कर रहे हैं और इसका इंसाफ भी जनता ही करेगी। वर्तमान विधायक इतने ही पाक साफ हैं तो भाई के क्रेशर में हुए आदिवासी के मौत पर मामला पंजीबद्ध क्यों नहीं करा पा रहे हैं? अपने क्षेत्र में अवैध कारोबार बंद क्यों नहीं करा पा रहे हैं? सैनिटाइजर घोटाले की जांच क्यों नहीं करा पा रहे हैं? मारपीट के मामले में अपने प्रतिनिधि को गलत होने के बावजूद क्यों बचाते रहे? इनके खुद के क्षेत्र की जनता पानी की समस्या से जूझ रही है और यह पैसे कमाने में लगे हुए। शराब से लेकर कई तरह के आरोपों में यह खुद घिरे हुए हैं और दूसरों पर आरोप लगाकर जनता को भ्रमित कर रहे हैं।
वही पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल प्रेसवार्ता कर अपने उपर लगे आरोपों को अपनी राजनीतिक हत्या का कुत्सित प्रयास बताया है साथ ही विधायक विनय जायसवाल को आरोप सिद्ध करने की खुली चुनौती दे डाली है, और कहा है कि वह सिद्ध करें कि जो आरोप लगाए हैं वह पूरी तरह से सही है या फिर खुले तौर पर माफी मांगे, अन्यथा मानहानी की कार्यवाही के लिए उन्हें बाध्य होना पड़ेगा क्योंकि मैं खुद जानना चाहता हूं कि मेरे पास 100 एकड़ जमीन कहां कहां पर मौजूद है और कितनी जमीन मैंने लोगों की गलत तरीके से हासिल की है, यह भी मैं जानना चाहूंगा और जिनकी जमीन मैंने हड़पी है आखिर वह व्यक्ति कहां है और यदि मैंने शासन की जमीन को गलत तरीके से अपना नाम कराया है तो वह जमीन कहां है ऐसे तमाम तरह के सवाल पूर्व विधायक ने वर्तमान विधायक के लिए ही खड़े कर दिए हैं, जिसका जवाब शायद ही वर्तमान विधायक के पास मौजूद हो, वर्तमान विधायक भले ही एक चिकित्सक हैं पर वह एक राजनीतिक तौर पर आज भी परिपम् नहीं हो पाए हैं, जिस कारण व हर बार अपनी कमियों की वजह से आलोचनाओं को गले लगा लेते हैं, इस बार भी उन्होंने राजनीतिक फायदे के लिए एक बार फिर आलोचनाओं को गले लगा लिया है। वर्तमान विधायक खुद सर से लेकर पांव तक आरोपों और आलोचनाओं में डूब चुके हैं, फिर भी वह वहां से निकलने के बजाए और उसमें डूबते चले जा रहे हैं। प्रेसवार्ता में पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल, चिरमिरी मंडल के मंडल अध्यक्ष रघुनंदन यादव, जिला के महामंत्री रामलखन सिंह, राम नरेश राय, धनंजय पांडेय, अरुणोदय पांडेय, गोमती द्विवेदी, पतिराज सिंह चौहान, मनोज जैन, अभय जायसवाल, भगवान परिडा, तहसीलदार यादव, धर्मेंद्र त्रिपाठी, प्रतिमा बड़ात्या, गंगा सक्सेना, अनीश यादव, दुर्गा सोनी, रूपेश सेठिया, अंजू केशरवानी की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
आरोप लगाने से क्या उनकी ख्याति बढ़ जाएगी या फिर इतने बड़े आरोप को वह सिद्ध कर पाएंगे?
छत्तीसगढ़ के विधानसभा क्रमांक 2 के काफी चर्चित विधायक डॉ विनय कुमार जायसवाल इस समय काफी सुर्खियों में है और सुर्खिया भी इसलिए वह बटोर लिए हैं क्योंकि उन्होंने बहुत बड़ा आरोप पूर्व विधायक के ऊपर लगा दिया है, अब सवाल यह उठता है कि इतना बड़ा आरोप लगाने से क्या उनकी ख्याति बढ़ जाएगी या फिर इतने बड़े आरोप को वह सिद्ध कर पाएंगे? जहां पर वह खुद जांच की मांग कर रहे हैं और जांच अभी पूरी भी नहीं हुई, अभी जांच की मांग ही हो रही है और वह 100 एकड़ जमीन पूर्व विधायक का फर्जी तरीके से होना बता दिया है, जिसे लेकर पूर्व व वर्तमान विधायक के बीच तनातनी का माहौल है और राजनीतिक गर्माहट भी बढ़ी हुई है, वर्तमान विधायक डॉ विनय जायसवाल स्वयं पत्र लिखकर पूर्व विधायक की 100 एकड़ जमीन की जांच की मांग कर रहे हैं, यदि इनके आवेदन के बाद जांच हो जाती और प्रशासन इन्हें रिपोर्ट दे देता कि यहां पूर्व विधायक ने फर्जी तरीके से 100 एकड़ जमीन हासिल कर ली है यदि इसके बाद यह आरोप वह लगाते तो शायद पूर्व विधायक को राजनीतिक नुकसान पहुंचाने में सफल हो जाते हैं पर इन्होंने बिना किसी तैयारी के साथ ही पूर्व विधायक की लोकप्रियता कम करने के उद्देश्य से उनपर आरोप लगाकर अपनी ही फजीहत करा ली है ऐसी जन चर्चा है।
कैसे सिद्ध करेंगे वर्तमान विधायक अपने द्वारा लगाए गए पूर्व विधायक पर आरोपों को…सवाल खुद पूर्व विधायक उठा रहे हैं?
क्षेत्रीय विधायक विनय जायसवाल के द्वारा विगत दिनों रायपुर में प्रेसवार्ता के माध्यम से मेरे उपर आरोप लगाया गया था कि मेरे द्वारा विधायक रहते हुए आदिवासियों की लगभग 100 एकड़ जमीन अपने नाम कर लिया गया है। इसके खिलाफ मेरे लीगल टीम के द्वारा विधायक विनय जायसवाल को मानहानी का लीगल नोटिस भेजा गया है साथ ही थाना खड़गवां में झूठे आरोप लगाये जाने को लेकर मामला दर्ज किए जाने हेतु आवेदन किया गया है। लीगल टीम के द्वारा नोटिस के माध्यम से जवाब मांगा गया है कि मेरे द्वारा किस किस पंचायत में कितनी आदिवासी जमीनों अपने या अपने परिवार के नाम कराया गया है। उनके सभी दस्तावेज सार्वजनिक करें अन्यथा झूठे आरोप लगाने के खिलाफ मानहानी के प्रकरण का सामना करने के लिए तैयार रहें।
क्या झूठे आरोप लगाकर जीतेंगे विधानसभा चुनाव वर्तमान विधायक,पूर्व विधायक ने कहा?
मुझे काफी आश्चर्य है कि विगत साढ़े 4 सालों से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और विधायक विनय जायसवाल सत्ताधारी पार्टी के विधायक हैै। इसके बाद भी उनके द्वारा इतने वक्त बीत जाने के बाद अब झूठा आरोप लगा रहे है कि मेरे द्वारा 100 एकड़ आदिवासियों की जमीन अपने नाम करा ली गई है। जबकि वर्तमान समय में सत्ता का खुलेआम दुरूपयोंग कांग्रेस पार्टी कर रही है तो क्या यदि मेरे द्वारा गलत किया गया है तो प्रशासन से मेरे विरूद्ध मामला क्यों कायम करवाने से कतरा रहे है विधायक विनय जायसवाल? हकीकत यह है डॉ विनय जायसवाल के द्वारा चारो तरफ हर क्षेत्र में जो भी भ्रष्टचार हुआ है जिसके प्रमाणिक दस्तावेज सहित क्षेत्र का एक एक व्यक्ति इनके कारनामों को समझ चुका है साथ ही साथ विभिन्न सर्वे के आधार एवं आमजनमानस के सामने अपनी खिसकती जमीन व समाप्त होती लोकप्रियता को बचाने के लिए झूठा आरोप लगाकर अपनी लोकप्रियता को बढ़ाने में लगे है। मेरी राजनीतिक हत्या करने का कुतसित प्रयास कर रहे है।
वर्तमान विधायक खुद परिवार सहित ठेकेदारी में हैं व्यस्त, कोरोना काल में सेनिटाइजर घोटाला भूली नहीं है जनता
पूर्व विधायक ने यह भी कहा की आज सड़कों की निविदा निकल रही है और सड़कें बन नहीं रही हैं और पूरा पैसा आहरित किया जा रहा है,वर्तमान विधायक का पूरा परिवार ठेकेदारी में व्यस्त है और पूरा परिवार केवल ठेकेदारी कर ज्यादा से ज्यादा सत्ता का लाभ पाने के प्रयास में लगा है। अभी जनता खासकर चिरमिरी की जनता कोरोना काल का सेनिटाइजर घोटाला भूली नहीं है जब पानी को सेनिटाइजर बताकर लोगों को बांट कर अपने परिवार की जेब भर रहे थे विधायक जिसकी जांच हम आने वाले समय में कराएंगे।
केवल अपने फायदे के लिए पोड़ी बचरा में शराब का दुकान खुलवा रहे थे विधायक,विधायक समर्थक ने महिलाओं के लिए की थी आपत्तिजनक टिपण्णी
पूर्व विधायक ने यह भी कहा की वर्तमान विधायक किस तरह सत्ता का दुरुपयोग अपने फायदे के लिए करते आए हैं इसका एक उदहारण तब देखने को मिला था जब इन्होंने पोड़ी बचरा में शराब दुकान खुलवाने का प्रयास किया था और जिसके लिए वह अपनी दुकान भी किराए पर देने जा रहे थे और केवल चंद पैसों के लिए वह यह प्रयास करे रहे थे। शराब दुकान का विरोध करने वाली क्षेत्र की महिलाओं के लिए वर्तमान विधायक के ही समर्थक ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और बाद में जिसके लिए उसे माफी भी मांगनी पड़ी थी।
मनेंद्रगढ़ क्लब बार में परिवार के सदस्य हैं सदस्य,अवैध शराब को लेकर विधानसभा में समर्थन करते हैं वर्तमान विधायक
पूर्व विधायक ने यह भी कहा की वर्तमान विधायक के परिवार के ही सदस्य क्लब बार में सदस्य हैं और जिसे लेकर यह भी बात सामने आई है की वहां अवैध शराब बेची जाती है वहीं इसके लिए वह विधानसभा में भी बड़ी बेशर्मी से लड़ते हैं जो सभी ने देखा है।
वर्तमान विधायक के भाई के क्रेशर में आदिवासी युवक की मौत, मामले में दर्ज नहीं हुआ अपराध
पूर्व विधायक ने यह भी आरोप वर्तमान विधायक पर लगाया की उनके भाई के क्रेशर में आदिवासी युवक की मौत क्रेशर में पीसकर हो जाती है और मृतक के शव को जल्द से जल्द पोस्टमार्टम कराकर उसका अंतिम संस्कार करा दिया जाता है,मामले में न तो पुलिस जांच करती है और न ही क्रेशर संचालक विधायक के भाई से सवाल जवाब ही करती है जबकि यह पूरा मामला लापरवाही का था और मामले में एक जान चली गई है,वहीं चुकीं क्रेशर संचालक विधायक का भाई है इसलिए पुलिस भी मौन धारण कर बैठ गई है।
अवैध कारोबार को संरक्षण
पूर्व विधायक ने वर्तमान विधायक पर क्षेत्र में अवैध कारोबार को संरक्षण प्रदान करने का आरोप भी लगाया है। क्षेत्र में कोयला सहित कबाड़ चोरी का मामला वर्तमान विधायक के कार्यकाल में जमकर सामने आया है और पुलिस भी कार्यवाही करने से बचती रही है क्योंकि इसको राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था यह भी पूर्व विधायक ने आरोप लगाया है। पूर्व विधायक ने कहा की लूट मची हुई है और लगातार क्षेत्र में लूट का खेल जारी है।