मरकाम बोले बदले गए प्रभार प्रभावशील रहेंगे
महामंत्री प्रशासन और संगठन का काम अरूण सिसोदिया देखेंगे
रायपुर,23 जून 2023 (ए)। पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सेलजा के आदेश पत्र को सिरे से ख़ारिज कर दिया है। पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि जो पूर्व में पदाधिकारियों के प्रभार बदले गए थे वो प्रभावशील रहेंगे महामंत्री प्रशासन और संगठन का काम अरूण सिसोदिया ही देखेंगे।
बता दें कि 21 जून को पीसीसी के महामंत्री प्रभारियों का कार्यक्षेत्र बदलने का आदेश पीसीसी से जारी हुआ था। इसके फ़ौरन बाद ही कुमारी सेलजा ने ष्टरू हॉउस में कोर कमेटी की बैठक के बाद इस बदलाव को बदलने का एक पत्र पीसीसी को जारी किया गया था।
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के फैसले को सुपरसीट करने वाला कुमारी सेलजा का पत्र वायरल होते ही सत्ता और संगठन के बीच आर-पार की लड़ाई का आगाज़ हो गया है। आज दूसरी अहम् बैठक में उपस्थित होने की बजाये मोहन मरकाम नांदगांव दौरे पर निकल गए हैं। जाने से पहले उन्होंने यह भी साफ़ कर दिया उनका फेरबदल का फैसला प्रभावी रहेगा। इससे साफ हो जाता है कि पीसीसी चीफ ने प्रभारी कुमारी सेलजा के पत्र और उनके कथित आदेश को मैंने से इंकार कर दिया है। ऐसे में एक बार फिर ऐन चुनाव से चंद माह पूर्व कांग्रेस में सत्ता और संगठन के बीच टकराव बढ़ सकता है।
क्या पीसीसी चीफ का फैसला प्रभारी बदलेगा ?
सत्ता और संगठन में किसकी ज्यादा बखत होती है इसे समझना बहुत ही आसान है। सियासत में किसी भी दल की सत्ता हो फिर भी उसका संगठन का वजूद ज्यादा प्रभावी माना जाता है। अब बात करें पीसीसी चीफ द्वारा संगठन में किये गए फेरबदल के प्रस्ताव पर तो वह 16 जून को संगठन के आला औहदेदारों को भेजा गया था। उसपर 21 जून को फेरबदल स्वीकृत कर लिया गया और आदेश जारी होने के बाद अगर उसमे संशोधन करने का अधिकार एआईसीसी को है। लेकिन कुमारी सेलजा के आदेशात्मक पत्र को पीसीसी चीफ ख़ारिज कर कहा है जो पूर्व में पदाधिकारियों के प्रभार बदले गए थे वो प्रभावशील रहेंगे। आगामी आदेश तक काम करते रहेंगे। मतलब सेलजा चाहती थीं रवि घोष ही अपने पद पर बने रहें जिसे पीसीसी चीफ ने हटा दिया है। इसे मानने से मरकाम का इंकार, कहा..रवि घोष की जगह सिसोदिया ही संभालेंगे प्रशासन।
मरकाम की जिद कहीं उन्हें मुसीबत में नहीं डाल दे
कुमारी सेलजा प्रदेश प्रभारी भी हैं और वरिष्ठ नेता भी, ऐसे में उनके पत्र की इबारत को मानने से इंकार करना पीसीसी चीफ के लिए आगे चलकर मुसीबत न कड़ी कर दे। पार्टी के जानकारों की माने तो भले ही मरकाम ओहदे और पार्टी के नियमों में ज्यादा हकदार हैं पर वरिष्ठता और प्रदेश प्रभारी की अनदेखी का भुगतान करना पद सकता है। बता दें छत्तीसगढ़ में सत्ता और संगठन के बीच तालमेल की जिम्मेदारी प्रभारी की है और कुमारी सेलजा ने सत्ता से ज्यादा संगठन को फेवर किया लेकिन अचानक ही उनका सत्ता की तरफ झुकाव भरा आदेश पत्र से संगठनस्थिति वही ढाक के तीन पात सी नजर आ रही है। प्रदेश प्रभारी शैलेजा के हवाले से जारी एक पत्र में रवि घोष को संगठन-प्रशासन की जिम्मेदारी फिर से सौंपने की बात कही गई थी। उन्होंने पत्र में मरकाम की नियुक्तियों को निरस्त करने के आदेश दिए थे। लेकिन मरकाम ने इससे इंकार किया है और साफ तौर पर कहा है कि महामंत्री प्रशासन और संगठन का काम अरूण सिसोदिया देखेंगे। अमरजीत चावला के पास रायपुर शहर और अन्य प्रभार भी रहेंगे।