रामानुजगंज@हाथी के हमले में बुजुर्ग की हुई मौत,शव ढूंढने करनी पड़ी मशक्कत

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रामानुजगंज ,23 जून 2023 (घटती-घटना)। रामानुजगंज वनपरिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम रामपुर सडक़ से करीब 3 किलोमीटर अंदर कनकपुर जंगल में गुरुवार को बकरी चराने के दौरान बुजुर्ग ग्रामीण की हाथियों के हमले में मौत हो गई। इस घटना की जानकारी मिलने पर गुरुवार की देर शाम विधायक मौके पर पहुंचे व मृतक का शव तलाशने वन अमले व ग्रामीणों के साथ टॉर्च व पटाखे लेकर जंगल में घुस गए। दो-तीन घंटे तक तलाशी अभियान जारी रहा, लेकिन सफलता नहीं मिलने पर विधायक वापस लौट गए। फिर मृतक का शव शुक्रवार की सुबह 6 बजे बरामद किया गया। डीएफओ विवेकानंद झा द्वारा मृतक के परिवार को 25 हजार रुपए की तात्कालिक सहायता राशि दी गई। जानकारी के अनुसार ग्राम महावीरगंज निवासी परमेश्वर यादव उम्र 62 वर्ष बकरी चराने सुबह कनकपुर जंगल की ओर गया था दोपहर में वर्षा के बाद सभी बकरियां वापस घर आ गर्इं। वहीं जब परमेश्वर घर नहीं आया तो उसके दोनों पुत्र पिता को ढूंढने शाम को जंगल की ओर गए जहां उन्हें हाथी से कुचलने के बाद मृत पिता का शरीर मिला जिसे वे उठा कर लाना चाह रहे थे परंतु हाथियों को आता देख वहां से भाग खड़े हुए। देर शाम विधायक बृहस्पत सिंह को जब जानकारी मिली तो वे मौके पर पहुंचे। उनकी मौजूदगी में ग्रामीणों व वन अमले द्वारा मृतक का शव ढंूढने 2 से 3 घंटे तक प्रयास किया गया परंतु सफलता नहीं मिली। फिर शुक्रवार की सुबह पुनः ग्रामीण एवं वन विभाग की टीम द्वारा ढूंढा जा रहा था। इस दौरान जंगल में परमेश्वर का शव बरामद हुआ। रेंजर संतोष पांडे ने बताया कि 12 हाथियों का दल गुरुवार को ही झारखंड से छत्तीसगढ़ की सीमा में प्रवेश किया था, अभी भी हाथी का दल चिनिया जंगल में मौजूद है। पांडे ने जंगल की ओर ग्रामीणों को नहीं जाने की अपील की है।
शाम तक घटना की जानकारी वन विभाग पुलिस विभाग एवं ग्रामीणों को लग चुकी थी परंतु कोई भी जंगल की ओर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था क्योंकि हाथी के आस पास की होने की संभावना थी परंतु इस बीच जब विधायक बृहस्पत सिंह को जानकारी मिली तो वे अपने साथ टार्च एवं पटाखा लेकर अन्य लोगों के साथ जंगल में घुसकर शव को जंगल में ढूंढते रहे। करीब 2 से 3 घंटा तक घने जंगल में शव को ढूंढने का बहुत प्रयास किया परंतु नहीं मिलने के बाद रात्रि करीब 11 बजे वह जंगल से वापस आए। वहीं जिला पंचायत सभापति राजेश यादव भी जेसीबी लेकर जंगल में शव ढूंढने का प्रयास किया।
जिस प्रकार से लगातार जंगलों की तेजी से कटाई हो रही है। जंगल में भी लोग घर बनाने एवं अन्य निर्माण कार्य से बाज नहीं आ रहे, इससे जंगली जानवरों के लिए जंगल का दायरा लगातार छोटा होते जा रहा है। इसका परिणाम हाथी एवं मानव के बीच हो रहे द्वंद के रूप में सामने आ रहा है।


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