खड़गंवा@अस्पताल से चिकित्सकों के नदारद रहने से स्थानीय और बाहर से आने वाले रोगियों को करना पड़ रहा है भारी परेशानियों का सामना

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  • अस्पताल के स्टाफ की गैरजिम्मेदाराना रवैया के कारण मरीज सहित परिवार के सदस्यों को करना पड़ता है परेशानियों का सामना
  • प. स्वास्थ्य केंद्र पोड़ी में प्रतिदिन सैकड़ों से अधिक की संख्या में आते हैं इलाज के लिए मरीज
  • भीषण गर्मी में चिकित्सकों का इंतजार कर बिना ईलाज के घर लौट जाते हैं मरीज

-राजेन्द्र शर्मा-
खड़गंवा 22 जून 2023 (घटती-घटना)।
उप स्वास्थ्य केंद्र पोड़ी में प्रतिदिन सैकड़ों से अधिक रोगी इलाज के लिए आते है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की लापरवाही इस कदर हावी है पिछले कुछ माह से अस्पताल से चिकित्सकों के नदारद रहने से स्थानीय और बाहर से आने वाले रोगियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक तो भीषण गर्मी के कारण कई तरह के रोगी इलाज कराने का इंतजार कर लौट जाते हैं। और मजबूरन झोलाछाप डॉक्टरों की शरण में जाकर इलाज कराना पड रहा है। अवकाश पर रहने वाले चिकित्सकों की सूचना उनके कक्ष के पटल पर नहीं दर्शाई जाती है जिस के कारण दूरदराज से आने वाले कई रोगी पंजीकरण के बाद दोपहर तक चिकित्सक के आने के इंतजार में बैठे रहते हैं।
पोड़ी उप स्वास्थ्य केंद्र में तीन चिकित्सको में एक महिला एमबीबीएस चिकित्सक भी उपलब्ध है और दर्जनों नर्स कार्यरत हैं लेकिन अस्पताल के स्टाफ की गैरजिम्मेदाराना रवैया के कारण मरीज सहित परिवार के सदस्यों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है प्रसुता विभाग में बुधवार सुबह एक भी चिकित्सक नहीं थे, अस्पताल में पाया गया कि उप स्वास्थ्य केन्द्र पोड़ी में चिकित्सकों की सभी सीटें खाली इनके कक्ष के बाहर बैठे रोगी चिकित्सकों का इंतजार कर रहे थे वहीं ग्राम पंचायत पोड़ी के बैरडांड से एक गर्भवती महिला को लेकर परिवार जन सुबह 8 बजे पोड़ी उप स्वास्थ केन्द्र पहुंचे थे जहां अस्पताल परिसर में नहीं कोई नर्स नहीं कोई डाक्टर मौजूद था महिला दर्द से कराहती रही है उक्त महिला को अस्पताल में बेड तक नसीब नहीं हुआ महिला बेंच पर लेटी तड़पती रही एक घंटे बाद ड्यूटी पर नर्स पहुंची जहां नर्स ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया इस दौरान परिवार जनों के द्वारा डाक्टर को फोन किया गया लेकिन डाक्टर अस्पताल में इलाज के लिए आई महिला को देखना मुनासिब नहीं समझें और उन्होंने कहा नर्स को फोन कर दिया हूं वो देख लेंगी कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
वहीं पोड़ी पुलिस सहायता केंद्र के अधिकारी भी इनके रवैए से काफी परेशान नजर आते हैं जानकारी के अनुसार बुधवार को ही दोपहर में एक शराबी को उत्पात मचाने पर पोडी चौकी प्रभारी उसे पकड़कर चौकी लाए जहां उसे मुलाहिजा के लिए अस्पताल भेजा गया जहां पर डाक्टर ने कहा कि आज मेरी डियूडी नहीं है चिरमी में पदस्थ डाक्टर की आज डियूडी है गौरतलब है कि चिरमी में पदस्थ महिला डॉक्टर से जब फोन कर जानकारी लेने पर उन्होंने फोन तक रिसीव नहीं किया गया जब ऐसे मामलों पर पोडी सहित चिरमी में भी मुलाहिजा नहीं होता है तो खड़गवां के और रुख करना पड़ता है जिसकी दूरी 25 किमी है खड़गवां पहुंचने पर भी यह कहा जाता है जब पोड़ी में डाक्टर है तो यहां क्यो चलें आते हैं। उधर छत्तीसगढ़ शासन के मुखिया छत्तीसगढ़ की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए नित नए नए स्वास्थ्य केंद्र खोल रहे हैं की गांव की जनता को गांव में मुफ्त का बेहतर उपचार मिल सकें?


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