एमसीबी/खड़गवां @पूर्व विधायक जमीन बिहारी जायसवाल ने नियम को ताक मेंरखकर आदिवासियों की जमीन पर किया कब्जा:डॉ.विनय जायसवाल

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  • जनपद पंचायत खड़गवां कार्यालय के समीप विशाल धरना प्रदर्शन कर किया विरोध…पूजन हवन कर सद्बुद्धि बढ़ाने ईश्वर से की प्रार्थना…दिया ज्ञापन
  • मुखोटा नुमा व्यक्ति खड़ा कर…भाजपा के लाभार्थी सम्मान कार्यक्रम पर तंज सकते हुए पूर्व सीएम के हाथो पूर्व विधायक का किया सम्मान

रवि सिंह-
एमसीबी/खड़गवां 20 जून 2023 (घटती-घटना)। विधायक डॉ. विनय जायसवाल के नेतृत्व में सोमवार को अपने विधानसभा मनेंद्रगढ़ के विकास खण्ड खड़गवां के जनपद पंचायत कार्यालय के सामने विशाल धरना प्रदर्शन कर अपने सैकड़ो कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ आदिवासी भाईयों की जमीन हड़पने वाले पूर्व विधायक के विरोध में प्रदर्शन किया और पुरे मामले की जाँच कर कार्यवाई के साथ एफआईआर दर्ज करने वर्तमान तहसील दार को ज्ञापन सौपा…मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने सभा को संबोधित करते हुये कहा की भाजपा नेता श्यामबिहारी जायसवाल ने गलत तरीके से सैकड़ों एकड़ जमीन का वन अधिकार पट्टा हासिल करने का बड़ा खेल खेला यह खेल यही नहीं रुका जब ये विधायक थे तब उन्होंने खड़गवां के 41 पंचायतो में मात्र 5 पंचायतों की जानकारी मेरे पास है जिसकी जमीन अपने कब्जे में ली. जो ग्रामीण जन उनका विरोध किया यातो वह जेल गया या इस शहर को छोड़ कर कही और इस लिए पूर्व विधायक को हम उनके नए नाम से अब जाने गे जिनका नाम श्याम बिहारी जायसवाल नहीं रह गया । उनका नाम अब जमीन बिहारी जायसवाल है अब आप ही बताइये कोई भी व्यक्ति विधायक बनने के बाद इतनी जमीन कैसे बना सकता है । पूर्व विधायक ने हद तो तब कर दी जब वह इस खेल में अपनी बुजुर्ग माँ तक को नहीं छोड़ा विनय ने इस विरोध प्रदर्शन में एक अनोखे अंदाज का भी प्रदर्शन जिसमें वह भारतीय जनता पार्टी के द्वारा चलाई जा रहे कार्यक्रम लाभार्थी सम्मान पर तंज करते हुए दो युवाओं को मुखोटा लगा कर छत्तीसगढ़ राज्य के पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह को गमन सिंह की संज्ञा देते हुए उनके हाथो से पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल को उनके नए नाम करण कर जमीन बिहारी जायसवाल के नाम से उच्चारण कर उन्हें आदिवासी भाइयों की जमीन कब्जा करने के लिए स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया. श्री विनय इसके बाद भी नहीं रुके उनके तल्ख तेवर इतने गुस्से में थे की उन्होंने ने धरना स्थल पर पूजा हवन तक की व्यवस्था की और उपस्थित ग्रामीण जन महिलाओं के हाथो यज्ञ हवन तक कर दिया और पूर्व सीएम के साथ पूर्व विधायक को सद्बुद्धि मिले इसकी ईश्वर से प्रार्थना भी की । मनेंद्रगढ़ विधायक के ने अपने उद्बोधन में शासकीय दस्तावेजो को दिखाते हुए कर्म वर जनपद पंचायत के ग्रामो में किस नाम से कितनी भूमि को पूर्व विधायक के द्वारा कज़ा किया गया उसकी जानकारी अपने मुख से उच्चरण किया और पुरे दस्तावेजो को ज्ञापन रूप में खड़गवां तहसील दार को देते हुए जल्द से जल्द निरस्त कर कार्यवाई की मांग की। श्री जायसवाल ने यह भी कहा की मनेन्द्रगढ़ के पूर्व विधायक श्यामबिहारी जायसवाल द्वारा 10 एकड़ वन अधिकार पट्टा फर्जी दस्तावेज लगाकर जमीन हासिल किया अपनी माँ चंद्रवती – पुत्र श्यामबिहारी-जायसवाल, कांति जायसवाल पति श्यामबिहारी जायसवाल के नाम 45.10 हेक्टेयर से ज्यादा पत्नी के नाम पर है और श्याम बिहारी जायसवाल पिता सूरज दिन जायसवाल के नाम पर 39.35 एकड़ दर्ज है। उनकी पत्नी श्रीमती कांति जायसवाल के नाम से खड़गवां तहसील में ही 45.13 एकड़ जमीन है जिसमे राशन कार्ड में श्यामबिहारी जायसवाल के परिवार के सदस्य (माँ) के रूप में चंद्रवती का नाम अंकित है ग्राम पंचायत खड़गवां, रतनपुर, बरमपुर, मझौली एवं बेलबहरा से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्यामबिहारी जायसवाल के नाम पर 39.35 एकड़ जमीन कांति जायसवाल के नाम पर 45.13 एकड़ जमीन श्यामबिहारी जायसवाल ने पत्नी और माँ के नाम से फर्जी दस्तावेजों और कुटरचना करके 10 एकड़ से ज्यादा वन भूमि का वन अधिकार पट्टा के लिये आवेदन कर जमीन प्राप्त किया । दो अलग-अलग प्रकरण में पहले प्रकरण में पत्नी के प्रकरण में राशन कार्ड लगाया गया लेकिन माँ के प्रकरण में पहचान के लिये राशन कार्ड नहीं लगाया गया है, क्योंकि वन अधिकार पट्टा के अधिनियम के अनुसार व्यक्तिगत पट्टा परिवार के लिये जारी किया जाता है, एक ही परिवार के दो सदस्यों का पट्टा नहीं बन सकता । हालांकि इनके द्वारा तीन पीढियों के कब्जे का कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया। अपना नाम छुपाने के लिये माँ और पत्नी के नाम से वन अधिकार पट्टे का बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया है । माँ और पत्नी मातृ पक्ष की है, विवाह उपरांत तीन पीढी का रिकार्ड नहीं हो सकता। नियमतः 10 एकड़ से अधिक भू-स्वामित्व परिवार वन अधिकार पट्टा के लिये पात्रता नहीं रखता यह इनका गोरख धंधा है जिन्होंने अपने पांच वर्ष विधायकी कारकाल में किया अभी तो यह मात्र 5 पंचायत के कारनामे है अभी 46 पंचायत पुरे विधानसभा में बची है उनकी भी जाँच मेरे द्वारा कराई जा रही है जल्द और भी जमीन कब्जा करने के दस्तवेज मेरे हाथो में होने जिनको आपके सामने रखूँगा। बहरहाल विरोध प्रदर्शन में कई वक्ताओं ने अपने अपने शब्दों में जमीन के बड़े खेल को भृष्टाचार्य की जानकारी दी और कार्यवाई की मांग रखी। इस विशाल धरना प्रदर्शन मुख्य रूप से महापौर चिरमिरी कंचन जायसवाल, सभापति गायत्री बिरहा, नगर पंचायत अध्यक्ष रजनीश पाण्डेय, उपाध्यक्ष सत्तार अली, ब्लॉक अध्यक्ष मनोज साहू, वरिष्ठ कांग्रेसी राम अवतार अलगमकर, शंकर रॉव, सुधु लाल वर्मा, खड़गवां पंचायत के सरपंच प्रेम लाल, गुरु देव पाण्डेय, राहुल भाई पटेल, हैप्पी बधावन, शिवांश जैन, प्रदीप प्रधान, मंजीत सिंह, रवि बिरहा,घुर प्रसाद, महिला जिला अध्यक्ष नीता डे, ब्लॉक अध्यक्ष महिला शोभना वर्मा, खड़गवां सरपंच सुखित सिंह, जनपद पंचायत खड़गवां के समस्त सरपंच, मनेंद्रगढ़ विकाश खण्ड के समस्त सरपंच, नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत के समस्त निर्वाचित पार्षद, मनोनीत पार्षद, ब्लॉक कांग्रेस खड़गवां, चिरमिरी मनेंद्रगढ़ और झगराखण्ड के समस्त पदाधिकारी, एनएसयुआई संगठन के पदाधिकारी, युवा कांग्रेस के माह सचिव, विधानसभा उपाध्यक्ष, सचिव सहित भारी संख्या में स्थानीय कांग्रेस जन ग्रामीण जन उपस्थित रहे।


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