- गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ही बनी है भरतपुर सोनहत विधायक के लिए सर दर्द
- लगातार स्थानीय विधायक के खिलाफ मुखर रहते हैं गोड़वाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष
–रवि सिंह-
मनेंद्रगढ़,17 जून 2023 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ के विधानसभा के नंबर 1 विधायक को चुनौती विपक्षी दल नहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी दे रही है, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष लगातार स्थानीय विधायक पर हमलावर है और आरोप पर आरोप लगा रहे हैं और उनकी कमियों को सबके सामने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बता रहे हैं, अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि आगामी विधानसभा चुनाव में क्या गोड़वाना गणतंत्र पार्टी ही विधायक के लिए सर दर्द बनेगी जैसा देखने को मिल रहा है। जबकि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष केवल सिंह मरकाम व स्थानीय विधायक गुलाब कमरों का गृह ग्राम एक ही है फिर भी दोनों एक दूसरे के राजनीतिक विरोधी के साथ-साथ व्यक्तिगत विरोधी भी हो चलें।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के एमसीबी जिलाध्यक्ष व उपसरपंच ग्राम पंचायत साल्ही केवल सिंह मरकाम ने एक बार फिर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर स्थानीय विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि कहा कि ग्राम पंचायत साल्ही के रोजगार सहायक के विरुद्ध शिकायत व कार्यवाही दिनांक 13/05/2020 को हुआ। फर्जी हाजरी भरने के विरुद्ध कार्यवाही दिनांक 10/06/2021 को दोषारोपण सिध्द हो चुका है। पूरे दस्तावेज की नकल हमारे पास उपलब्ध है। रोजगार सहायक के विरुद्ध तीसरा कार्यवाही दिनांक 18/05/2023 को हुआ है। उस पर भी निष्पक्ष कार्रवाई ना होना विधायक महोदय की मेहरबानी समझ में नहीं आ रही है। स्थानीय विधायक के प्रभाव में जनपद सीईओ कोई ठोस निर्णय ना लेना यह दर्शाता है की विधायक महोदय की कृपा बैजनाथ सिंह को बचाने के लिए बरस रही है, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्रीय विधायक गुलाब कमरो एड़ी-चोटी एक कर दिए हैं। जबकि उसी ग्राम पंचायत साल्ही में रोजगार सहायक के आलावा ऐसे कई मामले हैं। जिस पर विधायक दूरी बनाए हुए है। कई मामलो का उनके समक्ष आवेदन भी दिया गया है।
केवल सिंह मरकाम जिलाध्यक्ष गोंगपा एमसीबी ने कहा की ग्राम पंचायत साल्ही के सभी मामलों एक मामले को छोड़कर सभी मामले में क्यों किनारे है?, जबकि विधायक जी का परिवार ग्राम साल्ही के प्रमुख और जिम्मेदार व्यक्ति हैं। अब सिर्फ रोजगार सहायक के प्रति ही क्यों हमदर्दी दिखा रहे हैं यह समझ के परे,जिसको बचाने व स्थानांतरण रोकने के लिए विधायक जी बीच में आ गए। पर क्या विधायक जी को गलत व्यक्ति का सहयोग करना कहां तक उचित है? ऐसे में यह सवाल भी उठना लाजमी है की क्या विधायक जी एक ही व्यक्ति और चुनिंदे लोगों का प्रमुख है? और बाकी लोगों से उनका कोई वास्ता क्या लेना देनानहीं है? जबकि मुखिया को तो सभी के लिए एक बराबर होना चाहिए,लेकिन विधायक का ग्राम साल्ही में भेदभाव क्यों?,विधायक श्री गुलाब कमरो जी से निवेदन है,कि आपके गृह ग्राम साल्ही के समस्त मामलों पर खुलकर सामने आए और निराकरण करायें। अन्यथा ग्राम पटेल एवं विधायक अपने पद से इस्तीफा दे।
ग्राम पंचायत साल्ही में मामले पर एक नजर
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष एमसीबी व उप-सरपंच ग्राम पंचायत साल्ही केवल सिंह मरकाम के आरोप अनुसार तात्कालिन ग्राम पटेल (विधायक के दादा) जी के द्वारा सहदेव सिंह के काबिज कास्त भूमि ख.न.144,145,148 को पवन शर्मा, राधिका देवी शर्मा, सुमन लता, निवासी मनेन्द्रगढ के नाम पर करवाया गया है। जिसका मामला एसडीएम मनेन्द्रगढ में विचाराधीन है। तात्कालिन ग्राम पटेल के द्वारा स्व. दलवीर सिंह के काबिज कास्त ख.न. 279 भूमि को गौठान मद में गोपनीय तरीके से दर्ज करा दिया गया है। वर्ष 2015 में तात्कालिन व वर्तमान सरपंच (विधायक के करीबी) द्वारा मुझे प्रेरक पद से बिना जांच व सत्यापन का सीधे पृथक करवाया गया था। वर्ष 2018 में तात्कालिन व वर्तमान सरपंच (विधायक के करीबी) द्वारा ख.नं 151 छोटे झाड़ मद की भूमि को फायरिंग रेंज के लिए दे दिया गया था। जिसका जानकारी ग्रामीणों को हुआ।और मेरे साथ लगातार विरोध करने के कारण रद्द किया गया। ग्राम पंचायत साल्ही में वर्तमान सरपंच (विधायक के करीबी) द्वारा वर्तमान में बने गौठान को पूर्व में आरक्षित भूमि ख.न. 279 में न बनाकर ख.न.149 पर नियम विरुद्ध और बिना ग्राम सभा का ही बनाया गया। जिसका मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। जगरनाथ सिंह (सरपंच के छोटा भाई और विधायक के करीबी) द्वारा ग्राम साल्ही के मनोहर मरपच्ची के काबिज कास्त भूमि को गोपनीय तरीके अपने नाम से करा लिया गया है। जिसका आवेदन विधायक के समक्ष प्रस्तुत है। जगरनाथ सिंह (सरपंच के छोटा भाई),पवन सिंह (सरपंच के चाचा व वनाधिकार समिति के अध्यक्ष), सुरजीत सिंह कमरो (विधायक के छोटा भाई)के द्वारा जंगल मद की भूमि को नियम विरुद्ध व गोपनीय तरीके से वनाधिकार दावा पत्र/पट्टा के लिए भेजा गया है। जिस पर विवाद चालू हो गया,और मामला एसडीएम मनेन्द्रगढ में चल रहा है। जगरनाथ सिंह (सरपंच के छोटा भाई और विधायक के करीबी) के द्वारा साल्ही जंगल के नदी से लगातार अवैध रेत उत्खनन कर हज़ारों-हजारों ट्रैक्टर चोरी किया जा चुका है। ये सभी मामलों में विधायक गुलाब कमरो आज तक क्यों सामने नहीं आए? आज तक क्यों नहीं ध्यान दिया गया? आज तक क्यों चुप्पी साधे हुए हैं?