- भर्राशाही और भ्रष्टाचार को संरक्षण देने का आरोप वनमंडलाधिकारी पर और जांच अधिकारी उपवनमंडलाधिकारी
- आरोप से संबंधित समस्त दस्तावेज वनमंडल कार्यालय सूरजपुर में संधारित,और जांच के ओड़गी बुलाने का औचित्य समझ से परे
- ओंकार पाण्डेय –
सूरजपुर,16 जून 2023 (घटती-घटना)। वनमंडल सूरजपुर के विरुद्ध तीसरे दिन भी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का अनशन जारी है , लेकिन वनमंडल सूरजपुर अपने हठधर्मिता से बाज नही आ रहा है ।
गोंगपा नेता जयनाथ सिंह केराम ने कहा कि वनमंडल सूरजपुर अपने भर्राशाही को छुपाने के लिए बचकाना हरकत करने से बाज नही आ रहा है।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयनाथ सिंह केराम ने बताया कि उपवनमंडल ओड़गी कार्यालय से एक नोटिस दिया गया है जिसमें आगामी दिनांक 20 जून को उपवनमंडल ओड़गी में उपस्थिति देकर शिकायत एवं साक्ष्य प्रस्तुत करने हेतु कहा गया है।
विचारणीय प्रश्न यह है कि जब आरोप से संबंधित कार्यों का समस्त दस्तावेज वनमंडल कार्यालय सूरजपुर में ही संधारित है तो जांच स्थल ओड़गी क्यों।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने आरोप लगाया है कि वनमंडल सूरजपुर लंबे समय से निर्माण कार्यों में भर्राशाही कर रहा है और जिन कार्यों में भर्राशाही होने के आरोप और शिकायत है उनका बिल बाउचर भुगतान सूची उपलध कराया जावे,जिसके लिए आवेदकों ने विधिवत सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत् आवेदन किया था ।
उक्त चाही गई जानकारी प्रथम अपील स्वीकार होने के बाद भी आवेदकों को प्राप्त नही हुआ है , इससे स्पष्ट है कि वनमंडल सूरजपुर कुछ तो छुपा रहा है।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने उपवनमंडल ओड़गी के जांच संबंधी नोटिस पर ही सवाल उठाया है कि जब भर्राशाही का आरोप वनमंडलाधिकारी सूरजपुर पर है तो उपवनमंडलाधिकारी अपने वरिष्ठ अधिकारी के विरुद्ध निष्पक्ष जांच कैसे करेंगे।
गोंगपा ने उपवनमंडल को लिखे पत्र में स्पष्ट किया है कि वनमंडल सूरजपुर जो जांच का तरीका अपना रहा है वह अपने आप में विधिसम्मत नही है , गोंडवाना गणतंत्र पार्टी वनमंडल सूरजपुर के विरुद्ध मजिस्ट्रेट के अगुवाई में पांच सदस्यीय समिति का गठन एवं निष्पक्ष जांच चाहता है ,और जांच के दौरान वर्तमान वनमंडलाधिकारी को जिले के बाहर संलग्न करने की मांग भी है ताकि जांच को वनमंडलाधिकारी प्रभावित न कर सके।