तूफान बिपरजॉय की शुरुआत छह जून को दक्षिण-मध्य अरब सागर में हुई थी,तब यह सुस्त गति से उत्तर की ओर बढ़ रहा था
गुजरात के द्वारका,जामनगर और भुज में तेज हवाओं के साथ बारिश
पेड़ और बिजली के खंभे गिरे
तूफान बिपरजॉय गुजरात के तट तक गुरुवार को पहुंचेगा,तेज हवा के साथ वर्षा शुरू हो गई है
समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगी हैं। तेज हवाओं की वजह से पेड़ उखड़कर गिरने लगे हैं
द्वारका,14 जून 2023 (ए)। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय तूफान लगभग 150 किमी की रफ्तार से आज शाम सौराष्ट्र एवं कच्छ के तटीय क्षेत्र से टकराएगा। महाराष्ट्र और गुजरात में समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, इसके प्रभाव से 16 जून तक भारी वर्षा हो सकती है।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अब तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है। गुजरात और महाराष्ट्र में बिपरजॉय का असर देखा जा रहा है। दोनों राज्यों में समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। मौसम विभाग ने बताया है कि 15 जून को बिपरजॉय का खासा असर देखने को मिलेगा। एहतियात के तौर पर रेलवे ने 95 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। पश्चिमी रेलवे का कहना है कि 15 जून तक ये ट्रेनें रद्द रहेंगी। गुजरात से अब तक 37 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जा चुका है।
गुजरात के कच्छ में बिपरजॉय से पहले भूकंप के झटके
गुजरात इस वक्त दोहरी मुसीबत से जूझ रहा है। एक तरफ तूफान बिपरजॉय तो दूसरी ओर भूकंप। गुजरात के कच्छ रीजन में भूकंप में भूकंप आया। भुज और कच्छ रीजन में दूसरे इलाकों में भूकंप आया। हालांकि, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता बहुत धीमी थी। रिक्टर स्केल पर 3.5 की तीव्रता दर्ज की गई। मंगलवार को देश के कुछ हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। जम्मू में मंगलवार देर रात और बुधवार सुबह भूकंप के कुल चार झटके महसूस किए गए। लगातार भूकंप आने से नगरिकों में दहशत फैल गई। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप से जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है।
बता दें कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय अब तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय तूफान लगभग 150 किमी की रफ्तार से 15 जून की शाम सौराष्ट्र एवं कच्छ के तटीय क्षेत्र से टकराएगा। गुजरात और महाराष्ट्र में बिपरजॉय का असर देखा जा रहा है। दोनों राज्यों में समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, इसके प्रभाव से 14 से 16 जून तक भारी वर्षा हो सकती है।
गुजरात के तटीय इलाकों से करीब 37,800 लोगों को निकाला गया
अभी तक समुद्र तट के किनारे रह रहे 37,794 लोगों को निकाला गया है.मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवात के प्रकोप से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए मंगलवार रात राज्य सरकार के आपातकालीन संचालन केंद्र का दौरा किया. आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात ‘बिपारजॉय’ से व्यापक क्षति होने की आशंका है और गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिले इससे सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं.
अधिकारियों ने बताया कि लोगों को निकालने का काम बुधवार को भी जारी रहा. आईएमडी के अनुसार, चक्रवात के 15 जून की शाम को 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार के साथ जखाऊ बंदरगाह के पास कच्छ में मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच टकराने की संभावना है. सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के तटीय हिस्सों, खासकर कच्छ, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों में तेज हवाओं के साथ बेहद भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है.
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, चक्रवात के दस्तक देने और कमजोर होने के बाद, इसके उत्तर-पूर्व और दक्षिण राजस्थान की ओर बढ़ने की आशंका है. इस वजह से 15-17 जून तक उत्तर गुजरात में भारी से बहुत भारी बारिश होगी. समुद्र के अशांत होने और आने वाले चक्रवात के कारण क्षेत्र में अत्यधिक भारी वर्षा के मद्देनजर मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों को 16 जून तक निलंबित कर दिया गया है और बंदरगाह बंद कर दिए गए हैं।देवभूमि द्वारका, राजकोट, जामनगर, जूनागढ़, पोरबंदर, गिर सोमनाथ, मोरबी और वलसाड जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 17 और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के 12 दल पूरी तरह से तैयार हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात सरकार के प्रतिनिधियों से मंगलवार को ऑनलाइन बातचीत की थी और उनसे चक्रवात ‘बिपारजॉय’ की तैयारियों के तहत संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाने की व्यवस्था करने तथा बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य व पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाएं सुनिश्चित करने को कहा था।
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